कन्नौज: जिले का तापमान 41 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंच गया है. गर्मी की तपिश के आगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नाकाम साबित हो रहे हैं. वहीं भीषण गर्मी से डायरिया, बुखार, उल्टी, दस्त के मरीजों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है. इससे संयुक्त जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है. यहां भी मरीजों को गर्मी से राहत के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं. जिस कारण लोगों को स्वयं ही गर्मी से बचाव के उपाय करने पड़ रहे हैं.
किडनी के मरीजों को हो सकता है नुकसान
- किडनी से संबंधित मरीजों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है.
- इस मौसम में की गई छोटी सी गलती भी आपको भारी पड़ सकती है.
- किडनी रोगियों के लिए गर्मी के मौसम में अपने शरीर में पानी की मात्रा को नियंत्रित रखना चाहिए.
- अगर आप बहुत कम पानी पीते हैं, तो डिहाइड्रेशन का शिकार हो सकते हैं.
- अगर आप बहुत ज्यादा पानी या दूसरे तरल पदार्थों का सेवन करते हैं तो आप फ्लूइड ओवरलोड का शिकार हो सकते हैं.
- इसलिए डॉक्टर से सलाह लें कि आपको कब और कितना पानी पीना चाहिए.
- इसके अलावा एक स्प्रे बॉटल में नींबू पानी भरकर साथ में रख सकते हैं, जिससे मुंह सूखने पर आप बहुत कम मात्रा में पानी का सेवन कर पाएं.
तेज गर्मी में मौसमी फल और हरी सब्जियों का करें भोजन
- गर्मी के मौसम में मौसमी फलों और हरी सब्जियों का भरपूर सेवन करें.
- इस मौसम में ऐसे बहुत से आहार आते हैं जिनमें फास्फोरस और पोटैशियम की मात्रा बहुत कम होती है.
- इसलिए यह किडनी रोगियों के लिए फायदेमंद होते हैं.
- सब्जियों में गाजर, फूलगोभी, खीरा, बैगन, बीन्स, प्याज, शिमला मिर्च आलू, मूली आदि का सेवन कर सकते हैं.
- वहीं फलों में दिन में तरबूज, स्ट्रॉबेरी, अंगूर, ब्लूबेरिज, आड़ू आदि फलों का सेवन कर सकते हैं.
- इसके अलावा घर से निकलने से पहले भर पेट भोजन करने के बाद पानी की मात्रा भरपूर लें, ताकि पानी की कमी महसूस न हो.
तेज गर्मी और धूप से त्वचा को बचाने के लिए घर से निकलने से पहले छाता, टोपी, हेलमेट आदि लगाना न भूलें. इसके अलावा जब भी आप बाहर जाएं अपने शरीर के सभी खुले अंगों पर सनस्क्रीन जरूर लगाएं . सनस्क्रीन सूरज की हानिकारक किरणों से आप को बचाता है ताकि तेज धूप का असर आपकी त्वचा पर न हो सके.
क्या कहते हैं मुख्य चिकित्सा अधिकारी-
कन्नौज के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर के स्वरूप ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि अगर घर से निकलना आवश्यक है तो आप पूरा खाना खाकर निकलें. पानी खूब मात्रा में पीकर निकलें और पानी साथ में रखें. शरीर में पानी की कमी न होने पाए. कोशिश करें कि जिस समय तेज धूप होती है उस समय आवश्यक न हो तो घर से बाहर न निकलें.
सुबह-शाम अपना काम निपटाएं और यदि फिर भी आवश्यक है तो पूरी सावधानी के साथ बाहर जाएं. यदि किसी को हीटस्ट्रोक जैसा या ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें और उसका इलाज कराएं. जो भी चीज खुले में रखी हुई है, जिस पर मक्खी-मच्छर वगैरह बैठे हों उसका सेवन बिलकुल भी न करें. पेय पदार्थ अधिक से अधिक मात्रा में लें. साफ-सफाई का ध्यान रखें. कटे हुए फल जो मार्केट में मिलते हैं उसका सेवन बिलकुल न करें. ताजा भोजन करें, बासी भोजन से बचें.