वाराणसी: 23 मई को मतगणना के बाद यह साफ हो जाएगा कि पीएम मोदी एक बार फिर बनारस से सांसद और देश के प्रधानमंत्री बनेंगे या नहीं. या फिर कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय उनपर भारी पड़ जाएंगे. वहीं सपा-बसपा के महागठबंधन से प्रत्याशी शालिनी यादव भी चुनावी मैदान में हैं.
वाराणसी लोकसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 18 लाख 54 हजार 541 हैं.
19 मई को बनारस में हुए मतदान में 10 लाख 58 हजार 824 लोगों ने वोट डाला.
5 लाख 88 हजार 708 पुरूष वहीं 4 लाख 39 हजार 353 महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
पिछली बार से भी कम पड़े वोट-
- बीजेपी के बड़े नेताओं ने बनारस में एक के बाद एक कई नुक्कड़ सभाएं जनसभाएं की.
- मोहल्ले-मोहल्ले जाकर छोटी-छोटी सभाएं की.
- वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने के लिए अमित शाह, पियूष गोयल और सीएम योगी समेत कई अन्य केंद्रीय मंत्री और बनारस पहुंचकर वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने की कवायद की थी.
- इन सबके बाद भी वाराणसी में लगभग सात लाख से ज्यादा मतदाता अपने घरों से बाहर ही नहीं निकले.
- मतदान प्रतिशत कम होने की वजह से बीजेपी को डर है कि प्रधानमंत्री के जीत का अंतर बीते चुनावों से भी कम हो जाए.