मऊ: डीजल-पेट्रोल के लगातार बढ़ रहे दामों को लेकर सपा नेताओं ने जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा. साथ ही लखनऊ में हुए प्रदर्शन करने वाले सपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किए जाने के विरोध में कार्यकर्ताओं ने निंदा करते हुए विरोध जताया. सपाइयों ने गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं को छोड़े जाने की मांग भी की है.
सपा नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार कोरोना संकट की आड़ में जनता पर मंहगाई लादने और उनको आर्थिक रूप से परेशान करने में लगी है. सरकार लोकतांत्रिक ढंग से शांतिपूर्ण प्रदर्शन को कुचलकर अपनी तानाशाही लादने में लगी है और उसका रवैया युवा विरोधी है. नौजवानों पर बर्बरता से लाठीचार्ज करना निंदनीय है. सपाइयों ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के दाम से किसानों की सिंचाई की लागत बढ़ेगी. परिवहन मंहगा होने से उपभोक्ता वस्तुएं मंहगी होंगी, जिससे केवल पेट्रोल कम्पनी के ही अच्छे दिन आएंगे.
राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में सपाइयों ने मांग की है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हुई वृद्धि को वापस लिया जाए. कानपुर शेल्टर होम की घटना की सीबीआई जांच हो. शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच हो, ओवर लैपिंग का अनुपालन हो, गन्ना किसानों का बकाया मूल्य का भुगतान हो, कानून व्यवस्था सुदृढ़ हो, दलित-पिछड़ों व सपा कार्यकर्ताओं का दमन बंद हो और कोरोना महामारी के कारण बेरोजगार नागरिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जाए.