ETV Bharat / briefs

राम मंदिर निर्माण के पीछे शिवसेना की क्या है रणनीति, जानें - लखनऊ समाचार

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे एक वर्ष के अंदर दूसरी बार अयोध्या में भगवान रामलला के दर्शन करेंगे. इस बार 16 जून को वह अपनी पार्टी के 18 सांसदों के साथ रामलला के दर्शन करेंगे.

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे करेंगे रामलला का दर्शन
author img

By

Published : Jun 10, 2019, 3:19 PM IST

Updated : Jun 10, 2019, 4:24 PM IST

लखनऊ: श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में एक बार फिर राम मंदिर निर्माण को लेकर सियासत गर्म होगी. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 16 जून को रामलला के दर्शन करने आ रहे हैं. शिवसेना बीजेपी और केंद्र सरकार पर दबाव बनाती हुई नजर आएगी.

सांसदों के साथ रामलला के दर्शन करेंगे उद्धव ठाकरे.

यह है घटनाक्रम-

  • शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 16 जून को शिवसेना के सभी नवनिर्वाचित सांसदों के साथ रामलला के दर्शन करने अयोध्या रहे हैं.
  • इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे नवंबर में अयोध्या आए थे.
  • शिवसेना की तरफ से उद्धव ठाकरे ने 'पहले मंदिर फिर सरकार' का नारा भी दिया था.
  • शिवसेना ने कहा था कि वह सरकार बनने के बाद सभी सांसदों के साथ अयोध्या आएंगे.
  • अयोध्या प्रवास से पहले शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राऊत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात करेंगे.
  • शिवसेना प्रमुख राम मंदिर निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री योगी से शिवसेना की रणनीति पर चर्चा करेंगे .

शिवसेना का 'पहले मंदिर फिर सरकार' नारा
शिवसेना की तरफ से उद्धव ठाकरे ने एक जोशीला नारा भी दिया था 'पहले मंदिर फिर सरकार' इस नारे को राजनीतिक गलियारों और हिंदू समाज के बीच काफी पसंद भी किया गया था. इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने अपने कार्यक्रम के दौरान यह कहा था कि वह अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए फिर आएंगे. 2019 के लोकसभा चुनाव में शिवसेना को मुंबई में बीजेपी गठबंधन के साथ 18 सीटें मिली और सभी सीटों पर शिवसेना विजयी हुई.

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण हो यही हम सब की मांग है हम दबाव बनाने के लिए नहीं आ रहे हैं. उद्धव ठाकरे ने पहले ही कहा था, चुनाव के बाद वह अयोध्या आएंगे और रामलला के दर्शन करेंगे.

-संतोष दुबे,प्रदेश महासचिव,शिव सेना

लखनऊ: श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में एक बार फिर राम मंदिर निर्माण को लेकर सियासत गर्म होगी. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 16 जून को रामलला के दर्शन करने आ रहे हैं. शिवसेना बीजेपी और केंद्र सरकार पर दबाव बनाती हुई नजर आएगी.

सांसदों के साथ रामलला के दर्शन करेंगे उद्धव ठाकरे.

यह है घटनाक्रम-

  • शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 16 जून को शिवसेना के सभी नवनिर्वाचित सांसदों के साथ रामलला के दर्शन करने अयोध्या रहे हैं.
  • इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे नवंबर में अयोध्या आए थे.
  • शिवसेना की तरफ से उद्धव ठाकरे ने 'पहले मंदिर फिर सरकार' का नारा भी दिया था.
  • शिवसेना ने कहा था कि वह सरकार बनने के बाद सभी सांसदों के साथ अयोध्या आएंगे.
  • अयोध्या प्रवास से पहले शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राऊत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात करेंगे.
  • शिवसेना प्रमुख राम मंदिर निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री योगी से शिवसेना की रणनीति पर चर्चा करेंगे .

शिवसेना का 'पहले मंदिर फिर सरकार' नारा
शिवसेना की तरफ से उद्धव ठाकरे ने एक जोशीला नारा भी दिया था 'पहले मंदिर फिर सरकार' इस नारे को राजनीतिक गलियारों और हिंदू समाज के बीच काफी पसंद भी किया गया था. इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने अपने कार्यक्रम के दौरान यह कहा था कि वह अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए फिर आएंगे. 2019 के लोकसभा चुनाव में शिवसेना को मुंबई में बीजेपी गठबंधन के साथ 18 सीटें मिली और सभी सीटों पर शिवसेना विजयी हुई.

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण हो यही हम सब की मांग है हम दबाव बनाने के लिए नहीं आ रहे हैं. उद्धव ठाकरे ने पहले ही कहा था, चुनाव के बाद वह अयोध्या आएंगे और रामलला के दर्शन करेंगे.

-संतोष दुबे,प्रदेश महासचिव,शिव सेना

Intro:एंकर
लखनऊ। राम की जन्म स्थली अयोध्या में एक बार फिर राम मंदिर निर्माण को लेकर तेजी से सियासत गर्म होगी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 16 जून को रामलला के दर्शन करने आ रहे हैं शिवसेना बीजेपी और केंद्र सरकार पर दबाव बनाती हुई नजर आएगी।


Body:वीओ
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 16 जून को शिवसेना के सभी नवनिर्वाचित सांसदों के साथ रामलला के दर्शन करने अयोध्या रहे हैं इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे नवंबर में अयोध्या आए थे और का मंदिर निर्माण को लेकर न सिर्फ बीजेपी पर दबाव बनाने का काम किया बल्कि संत समाज से भी मंदिर निर्माण में आगे आने का आह्वान किया था।
शिवसेना की तरफ से उद्धव ठाकरे ने पहले मंदिर फिर सरकार का नारा भी दिया था और यह कहा था कि वह सरकार बनने के बाद सभी शिवसेना सांसदों के साथ अयोध्या आएंगे और फिर राम मंदिर निर्माण की मांग करेंगे।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर शिवसेना प्रमुख का यह दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है अयोध्या प्रवास से पहले शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राऊत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात करेंगे और राम मंदिर निर्माण को लेकर शिवसेना की रणनीति पर चर्चा करेंगे बताया जा रहा है कि शिवसेना और बीजेपी मिलकर राम मंदिर पर देरी नहीं करना चाह रहे।
बाईट
संतोष दुबे, प्रदेश महासचिव शिवसेना
शिव सेना के प्रदेश महासचिव संतोष दुबे कहते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण हो यही हम सब की मांग है हम दबाव बनाने के लिए नहीं आ रहे हैं उद्धव ठाकरे ने पहले ही कहा था, चुनाव के बाद वह अयोध्या आएंगे और रामलला के दर्शन करेंगे।

यह रहा है घटनाक्रम
इससे पहले पिछले साल नवम्बर में अयोध्या में शिवसेना के कार्यक्रम को लेकर उत्तर प्रदेश की सियासत काफी गर्म हो गई थी शिवसेना के कार्यक्रम को लेकर विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में एक बड़ी धर्म सभा का भी आयोजन अयोध्या में 25 नवंबर को किया गया था। भारतीय जनता पार्टी और विश्व हिंदू परिषद राम मंदिर निर्माण को लेकर शिवसेना को पूरी क्रेडिट ना मिल जाए, इसको लेकर अचानक उद्धव ठाकरे के कार्यक्रम के ऐलान के बाद धर्म सभा करने की बात कही गई थी।
शिवसेना की तरफ से उद्धव ठाकरे ने एक जोशीला नारा भी दिया, उन्होंने नारा दिया था 'पहले मंदिर फिर सरकार' इस नारे को राजनीतिक गलियारों और हिंदू समाज के बीच काफी पसंद भी किया गया था। इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने अपने कार्यक्रम के दौरान यह कहा था कि वह अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए फिर आएंगे। 2019 के लोकसभा चुनाव में शिवसेना को मुंबई में बीजेपी गठबंधन के साथ 18 सीटें मिली और सभी सीटों पर शिवसेना विजयी हुई।
अब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपने सभी नवनिर्वाचित सांसदों के साथ अयोध्या आकर रामलला के दर्शन करेंगे और इसी बहाने वह अयोध्या में भव्य राम मंदिर की वकालत भी करेंगे वह केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से जल्द से जल्द कानून बनाकर राम मंदिर निर्माण को लेकर दबाव भी बनाते हुए नजर आएंगे। इसके साथ ही अयोध्या में राम मंदिर को लेकर एक बार फिर सियासत गर्म होगी तो केंद्र की सरकार पर राम मंदिर निर्माण के लिए दबाव भी बनता हुआ दिखेगा संत समाज की तरफ से भी अभी विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में अयोध्या में एक बैठक हुई थी जिसमें भी जल्द से जल्द राम मंदिर निर्माण की वकालत की गई थी।








Conclusion:
Last Updated : Jun 10, 2019, 4:24 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.