ETV Bharat / briefs

सपा-बसपा गठबंधन में नहीं मिली जगह, राजकिशोर सिंह ढूंढ रहे नया ठिकाना - राजकिशोर सिंह

सपा के लिए कभी जीत की गारंटी माने जाने वाले राजकिशोर सिंह को सीट नहीं मिलने के बाद उनके खेमे में हलचल मची हुई है. राजकिशोर सिंह की अखिलेश यादव और गठबंधन के प्रति नाराजगी भी खुलकर सामने आ रही है.

राजकिशोर सिंह ने सपा-बसपा गठबंधन के प्रति जताई नाराजगी
author img

By

Published : Mar 3, 2019, 4:53 PM IST

बस्ती: राजनीति की विसात पर अपने-अपने मोहरों को सेट करने में सभी राजनीतिक पार्टियां जुट गईं हैं. वहीं बस्ती जिला भी इससे अछूता नहीं है. जिले में इस समयराजकिशोर सिंहचर्चा का विषय बने हुए हैं. दरअसल, सपा के लिए कभी जीत की गारंटी माने जाने वाले राजकिशोर सिंह को सीट नहीं मिलने के बाद उनके खेमे में हलचल मची हुई है. इससे राजकिशोर सिंह की अखिलेश यादव और गठबंधन के प्रति नाराजगी भी खुलकर सामने आ रही है.

राजकिशोर सिंह ने सपा-बसपा गठबंधन के प्रति जताई नाराजगी.
चुनाव लड़ने को लेकर राजकिशोर सिंह ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि मैं समाजवादी पार्टी की बदौलत पहले न विधायक बना था, न ही मंत्री बना था. उन्होंने कहा कि सरकार में तीन बार मंत्री रहा हूं, जिम्मेदारी से जनता के लिए काम किया है. राजकिशोर सिंह ने कहा कि जनता जानती है कि मंत्री जी चुनाव लड़ेंगे, जनता जो तय करेगी वही करूंगा.

undefined

राजकिशोर सिंह ने अखिलेश यादव की लीडरशिप पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि समझौते में मायावती की ज्यादाचल रही है. इसलिए जहां चाहती थी, वहां की सीट ले लीं. वहीं अखिलेश यादव के अपने नेताओं पर भरोसा न करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अपने नेताओं पर भरोसा कर के क्या कर लेंगे अखिलेश, मायावती लीडर हैं. वे गठबंधन में जो चाहती हैं वही होता है.

फिलहाल तो राजकिशोर सिंह ने अटकलों पर विराम लगने की कोशिश तो की, लेकिन ये साफ कर दिया कि वो लोगों से बात कर रहे हैं और जल्द ही बड़ा निर्णय लेंगे. एक समय था जब समाजवादी पार्टी में राजकिशोर की खूब चलती थी. इनकी मजबूती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में वह योगी आदित्यनाथ के गढ़ में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को जिताकर अपनी राजनीतिक कला कौशल का लोहा मनवा चुके हैं.

undefined

बस्ती: राजनीति की विसात पर अपने-अपने मोहरों को सेट करने में सभी राजनीतिक पार्टियां जुट गईं हैं. वहीं बस्ती जिला भी इससे अछूता नहीं है. जिले में इस समयराजकिशोर सिंहचर्चा का विषय बने हुए हैं. दरअसल, सपा के लिए कभी जीत की गारंटी माने जाने वाले राजकिशोर सिंह को सीट नहीं मिलने के बाद उनके खेमे में हलचल मची हुई है. इससे राजकिशोर सिंह की अखिलेश यादव और गठबंधन के प्रति नाराजगी भी खुलकर सामने आ रही है.

राजकिशोर सिंह ने सपा-बसपा गठबंधन के प्रति जताई नाराजगी.
चुनाव लड़ने को लेकर राजकिशोर सिंह ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि मैं समाजवादी पार्टी की बदौलत पहले न विधायक बना था, न ही मंत्री बना था. उन्होंने कहा कि सरकार में तीन बार मंत्री रहा हूं, जिम्मेदारी से जनता के लिए काम किया है. राजकिशोर सिंह ने कहा कि जनता जानती है कि मंत्री जी चुनाव लड़ेंगे, जनता जो तय करेगी वही करूंगा.

undefined

राजकिशोर सिंह ने अखिलेश यादव की लीडरशिप पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि समझौते में मायावती की ज्यादाचल रही है. इसलिए जहां चाहती थी, वहां की सीट ले लीं. वहीं अखिलेश यादव के अपने नेताओं पर भरोसा न करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अपने नेताओं पर भरोसा कर के क्या कर लेंगे अखिलेश, मायावती लीडर हैं. वे गठबंधन में जो चाहती हैं वही होता है.

फिलहाल तो राजकिशोर सिंह ने अटकलों पर विराम लगने की कोशिश तो की, लेकिन ये साफ कर दिया कि वो लोगों से बात कर रहे हैं और जल्द ही बड़ा निर्णय लेंगे. एक समय था जब समाजवादी पार्टी में राजकिशोर की खूब चलती थी. इनकी मजबूती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में वह योगी आदित्यनाथ के गढ़ में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को जिताकर अपनी राजनीतिक कला कौशल का लोहा मनवा चुके हैं.

undefined
Intro:बस्ती न्यूज रिपोर्ट
प्रशांत सिंह श्रीनेत
9161087094
8317019190

बस्ती: राजनीति की विसात पर अपने अपने मोहरों को सेट करने में अभी पार्टियां जुट गई हैं. वहीं बस्ती जनपद भी इससे अछूता नही है. आज जनपद में सबसे बड़ा चर्चा का विषय राजकिशोर सिंह बने हुए हैं. दरअसल सपा के लिए कभी जीत की गारंटी माने जाने वाले राजकिशोर सिंह को पार्टी ने बस्ती लोकसभा सीट बसपा को देकर अलग थलग कर दिया है. जिसके बाद राजकिशोर सिंह की अखिलेश यादव और गठबंधन के प्रति नाराजगी भी खुलकर सामने आ गयी.

चुनाव लड़ने को लेकर राजकिशोर सिंह ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि मैं समाजवादी पार्टी की बदौलत पहले न विधायक बना था, न ही मंत्री बना था. उन्होंने कहा कि सरकार में तीन बार मंत्री रहा हूँ जिम्मेदारी से जनता के लिये काम किया हूं. राजकिशोर सिंह ने कहा कि जनता जानती है कि मंत्री जी चुनाव लड़ेंगे, जनता जो तय करेगी वही करूंगा.




Body:साथ ही अमित शाह से मुलाकात को पूर्व मंत्री ने नकार दिया और कांग्रेस पर भी कुछ बोलने से बचते रहे. लेकिन सपा में तरजीह न मिलने के सवाल पर उन्होंने साफ कहा कि पहले एमएलसी का टिकट कटा, बर्खास्त किया गया, विधानसभा का टिकट कटा, अब बसपा को सीट दे दी गयी, फिर भी बर्दाश्त कर रहा हूं.

साथ ही राजकिशोर सिंह ने अखिलेश यादव की लीडरशिप पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि समझौते में मायावती की ज्यादे चल रही है इसलिए जहां चाहती थी वहां वहां की सीट ले लीं. वही अखिलेश यादव के अपने नेताओं पर भरोसा न करने के सवाल पर उन्होंने कहा की अपने नेताओं पर भरोसा कर के क्या कर लेंगे अखिलेश, मायावती लीडर हैं गठबंधन की वो जो चाहती है वो करती हैं.




Conclusion:लेकिन फिलहाल तो राजकिशोर सिंह ने अटकलो पर विराम लगने की कोशिश तो की लेकिन ये साफ कर दिया कि वो लोगों से बात कर रहे हैं और जल्द ही बड़ा निर्णय लेंगे. वो चुपचाप प्रदेश की राजनीति को समझ रहे हैं, उसके बाद वे सोच समझ कर अगला कदम उठायेंगे. हालांकि जिस तरह से राजकिशोर सिंह ने अखिलेश यादव के फैसले को लेकर अपना दर्द बयां किया उससे ये साफ है कि अखिलेश यादव को करारा झटका देने के मूड मे हैं.

एक समय था जब समाजवादी पार्टी में राजकिशोर की खूब चलती थी. इनकी मजबूती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में वह योगी आदित्यनाथ के गढ़ में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को जिताकर अपने राजनीतिक कला कौशल का लोहा मनवा चुके हैं। लेकिन पार्टी में उन्हें ईनाम मिलने की जगह उनका कद छोटा करने की साजिश की जाने लगी. एमएलसी चुनाव में पार्टी ने उनके भाई डिम्पल उर्फ बृजकिशोर सिंह का टिकट काटा. बाद में राजकिशोर की ही मंत्रिमंडल से छुट्टी कर दी गई. शिवपाल के बगावत करने और अलग दल बनाने के बाद भी वह अखिलेश के साथ जुड़े रहे. चुनाव में टिकट मिलने की उम्मीद थी तो पार्टी ने इस सीट को बसपा की झोली में डाल दिया.


बाईट- राजकिशोर सिंह... पूर्व कैबिनेट मंत्री सपा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.