लखनऊ: लोकसभा चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी, अफवाह फैलाने और हिंसा को बढ़ावा देने जैसी आपत्तिजनक घटनाओं को रोकने के लिए सोशल मीडिया को प्लेटफॉर्म बनाया जा रहा है, ऐसी घटनाओं पर निर्वाचन आयोग की पैनी नजर रहेगी. निर्वाचन आयोग और पुलिस-प्रशासन की तरफ से विशेष प्रकार की डिजिटल टीम तैयार की गई है जिससे अप्रिय घटनाएं कम हो सकें.
लोकसभा चुनाव शुरू होते ही सभी स्थानों से तमाम तरह की आपत्तिजनक पोस्ट को आगे बढ़ाने का काम हो रहा है. निर्वाचन आयोग को आगे करके भी कुछ पोस्ट बनाए जा रहे हैं और यह दावा किया जा रहा है कि निर्वाचन आयोग ने यह दिशा निर्देश दिए हैं. इस पर लगाम लगाने और तुरंत कार्रवाई के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है.
चुनाव के दौरान किसी भी आपत्तिजनक सामग्री को आगे बढ़ाने, वीडियो मैसेज या अन्य किसी भी तरह के आपत्तिजनक पोस्ट और अफवाहों को रोकने की तैयारी कर ली गई है. निगरानी के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने एक टीम तैयार की है जो हर घंटे तीसरी आंख के तौर पर काम करेगी. साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सहित तमाम सारे अन्य स्थानों पर मॉनिटरिंग करेगी. इस दौरान जहां जो गड़बड़ी नजर आएगी उसकी पूरी रिपोर्ट तत्काल राज्य निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अफसरों को देगी.
राज्य निर्वाचन आयोग के अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ब्रह्मदेव तिवारी का कहना है कि एक टीम तैयार की गई है जो चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखेगी. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म हो या फिर कोई अन्य स्थान किसी प्रकार की आपत्तिजनक पोस्ट की मॉनिटरी होगी. इस दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने पर उसे आगे त्वरित कार्रवाई के लिए भेजा जाएगा.