बुलंदशहर : यातायात के नियमों को अमल में लाने के लिए भले ही सरकार द्वारा लाखों कवायदें की जा रही हों, लेकिन फिर भी लोग अपनी सुरक्षा से खिलवाड़ करने में कतई पीछे नहीं है. आलम यह है कि जिले में अब में भी हेलमेट 'नो हेलमेट-नो पेट्रोल' नियम लागू है, लेकिन यहां की जमीनी हकीकत जो दिखती है, वह काफी चौंकाने वाली है.
यूपी परिवहन मंत्री भी हेलमेट को लेकर उतरे सड़क पर-
- जिले में चलाये गए जागरूकता कार्यक्रम.
- हाल ही में सड़क सुरक्षा सप्ताह का हुआ समापन.
- सूबे के परिवहन मंत्री सड़कों पर उतरकर हेलमेट तक वितरित कर जागरूक करते देखे गए.
सरकार की तरफ से यातायात के नियमों को पालन कराने के लिए तमाम कवायद की जा रही है. जून महीने की शुरुआत में यातायात के नियमों को तोड़ने वालों पर लगने वाले जुर्मानें में कई गुना बढ़ोतरी भी सिर्फ इसलिए की गई कि शायद लोग यातायात के नियमों को नहीं तोड़ेंगे, लेकिन सब धरा का धरा रह गया.
पेट्रोल पंपों पर नहीं चल रहा डीएम का फरमान-
- सड़क हादसे रोकने के लिए डीएम बुलंदशहर ने बाइक सवारों पर और शिकंजा कस दिया है.
- अब तक सड़कों पर बाइकों की चेकिंग कराई जा रही थी, लेकिन अब पेट्रोल पंपों पर भी चेकिंग शुरू करा दी गई है.
- पेट्रोल पंपों पर अब उन्हीं को पेट्रोल मिलेगा जो बाइक चालक हेलमेट लगाकर पहुंचेंगे.
- डीएम ने इस संबंध में पंप संचालकों के लिए आदेश भी जारी कर दिया है.
- 'नो हेलमेट-नो पेट्रोल' अभियान को लेकर कुछ पेट्रोल पंप संचालक जैसे नहीं सुधरने की जिद पर अड़ चुके हैं.
- मुख्यमंत्री के फरमान के बाद भी कुछ पंपों पर असर होता नहीं दिख रहा.
हाल ही में जिला प्रशासन ने भी पेट्रोल पंप संचालकों को 'नो हेलमेट-नो पेट्रोल' का फरमान सुनाकर सख्ती से पालन करने करने को हिदायत दी गई है. लेकिन आलम ये है कि पेट्रोल पम्पों पर अब कर्मचारियों से दुपहिया वाहन चालकों की नोंक-झोंक के मामले काफी तेजी से बढ़ गए हैं. हेलमेट न होने पर अगर कर्मचारी ने पेट्रोल डालने से मना कर दिया तो कुछ लोग तो हेलमेट मैनेज करते देखे जा रहे हैं.