झांसी : भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ नैफेड के निदेशक अशोक ठाकुर का कहना है कि नैफेड कभी 2500 करोड़ रुपये के घाटे में हुआ करती थी. सरकार बदलने के बाद इसके भंडारण की क्षमता बढ़ी और इसके बजट में 21 गुना की बढ़ोतरी की गई है. झांसी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए ठाकुर ने कहा कि नैफेड किसानों को पहले की तुलना में अधिक कीमत दे रही है.
अशोक ठाकुर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि नैफेड कभी ढाई हजार करोड़ के घाटे में थी. साल 2009 से 2014 के बीच इसने 7 लाख टन मीट्रिक टन दलहन और तिलहन का भंडारण किया. सरकार बदलने के बाद नैफेड की बैंक गारंटी 2 हजार करोड़ से बढ़ाकर 42 हजार करोड़ की गई. यह अपने आप में रिकार्ड है.
अशोक ठाकुर ने आगे कहा कि पिछले चार साल में नैफेड ने 98 लाख मीट्रिक टन दलहन और तिलहन का भंडारण किया है, जो कांग्रेस सरकार के कार्यकाल से 14 गुना ज्यादा है. बजट 2 हजार करोड़ से 42 हजार करोड़ किया गया, जो 21 गुना ज्यादा है. नैफेड अब किसानों को ज्यादा दाम दे रही है. गांवों को 14.5 करोड़ लाख का बजट दिया गया है. इसे सहकारी संस्थाओं के माध्यम से गांव में लागू करेंगे तो आम लोगों को भी फायदा मिलेगा.