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बरेली: नगर आयुक्त और पार्षद एक दूसरे को बता रहे भ्रष्टाचारी, आखिर माजरा क्या है!

जिले में पार्षद और नगर आयुक्त के बीच तनातनी बढ़ गई है. पार्षद आयुक्त के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. वहीं नगर आयुक्त ने आरोपों का खंडन करते हुए पार्षदों की बात को झूठा करार दिया है.

नगर आयुक्त के खिलाफ धरने पर बैठे निगम पार्षद.
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Published : Jun 8, 2019, 3:08 PM IST

बरेली: पोर्टेबल शॉप के आवंटन के मामले में पार्षदों और नगर आयुक्त के बीच चल रही तनातनी ने तूल पकड़ लिया है. नगर आयुक्त के पार्षद विनोद सैनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने से नाराज पार्षद निगम में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. पार्षदों ने मुकदमा वापस न लेने तक धरना जारी रखने की बात कही है. दरअसल पार्षदों ने नगर आयुक्त पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.

बरेली नगर आयुक्त और निगम पार्षद आमने-सामने.


क्या है पूरा मामला

  • हाल ही में पोर्टेबल दुकानों के आंवटन में हुए भ्रष्टाचार को लेकर प्रशासन ने जांच की थी.
  • जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.
  • इसके बाद व्यापारी नेता और पार्षद विनोद सैनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
  • निगम के सभी पार्षद इस कार्रवाई को गलत बता रहे हैं. पार्षदों ने नगर आयुक्त सैमुअल पॉल से मुकदमा वापस लेने की मांग की थी.
  • इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि वह चोरों का साथ नहीं देंगे और एफआईआर वापस नहीं ली जाएगी.
  • तभी से सभी पार्षद उनके विरोध में उतर आए और अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए.

नगर आयुक्त विरोध के चलते छुट्टी लेकर बाहर चले गए है. मगर जब तक पार्षद विनोद के खिलाफ मुकदमा वापस नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा. नगर आयुक्त भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, इसलिए इस तरह की कार्रवाई कर रहे हैं.
- छंगा लाल मौर्य, पार्षद

शहर की हालत बहुत खराब है पानी , सीवर, लाइट, सफाई स्वास्थ्य की व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो रहा है. नगर आयुक्त नगर निगम पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. नगर आयुक्त भ्र्ष्टाचार में डूब चुके हैं, अगर कोई पार्षद आवाज उठाता है तो उसके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करा देते हैं. महापौर के निर्देशानुसार किसी क्षेत्र में कोई विकास कार्य कराने से पहले उस क्षेत्र के पार्षद से अनुमति लेना अनिवार्य है. पोर्टेबल दुकान मामले में भ्रष्टाचार के चलते पार्षद विनोद सैनी ने अनुमति नहीं दी, इससे बौखलाए नगर आयुक्त ने उनके खिलाफ एफआईआर करवा दी.
- अतुल कपूर, डिप्टी मेयर

बरेली: पोर्टेबल शॉप के आवंटन के मामले में पार्षदों और नगर आयुक्त के बीच चल रही तनातनी ने तूल पकड़ लिया है. नगर आयुक्त के पार्षद विनोद सैनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने से नाराज पार्षद निगम में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. पार्षदों ने मुकदमा वापस न लेने तक धरना जारी रखने की बात कही है. दरअसल पार्षदों ने नगर आयुक्त पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.

बरेली नगर आयुक्त और निगम पार्षद आमने-सामने.


क्या है पूरा मामला

  • हाल ही में पोर्टेबल दुकानों के आंवटन में हुए भ्रष्टाचार को लेकर प्रशासन ने जांच की थी.
  • जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.
  • इसके बाद व्यापारी नेता और पार्षद विनोद सैनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
  • निगम के सभी पार्षद इस कार्रवाई को गलत बता रहे हैं. पार्षदों ने नगर आयुक्त सैमुअल पॉल से मुकदमा वापस लेने की मांग की थी.
  • इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि वह चोरों का साथ नहीं देंगे और एफआईआर वापस नहीं ली जाएगी.
  • तभी से सभी पार्षद उनके विरोध में उतर आए और अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए.

नगर आयुक्त विरोध के चलते छुट्टी लेकर बाहर चले गए है. मगर जब तक पार्षद विनोद के खिलाफ मुकदमा वापस नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा. नगर आयुक्त भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, इसलिए इस तरह की कार्रवाई कर रहे हैं.
- छंगा लाल मौर्य, पार्षद

शहर की हालत बहुत खराब है पानी , सीवर, लाइट, सफाई स्वास्थ्य की व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो रहा है. नगर आयुक्त नगर निगम पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. नगर आयुक्त भ्र्ष्टाचार में डूब चुके हैं, अगर कोई पार्षद आवाज उठाता है तो उसके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करा देते हैं. महापौर के निर्देशानुसार किसी क्षेत्र में कोई विकास कार्य कराने से पहले उस क्षेत्र के पार्षद से अनुमति लेना अनिवार्य है. पोर्टेबल दुकान मामले में भ्रष्टाचार के चलते पार्षद विनोद सैनी ने अनुमति नहीं दी, इससे बौखलाए नगर आयुक्त ने उनके खिलाफ एफआईआर करवा दी.
- अतुल कपूर, डिप्टी मेयर

Intro:पोर्टेबिल शॉप के आवंटन के मामले में पार्षद विनोद सैनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने से नाराज पार्षद कई दिन से नगर नगर आयुक्त के खिलाफ निगम में अनिश्चित कालीन घरने पर बैठ गये है।उनकी मांग है कि जब तक पार्षद पर दर्ज मुकदमा बापिस नही होगा तब तक धरना जारी रहेगा।पार्षदों ने नगर आयुक्त पर भ्र्ष्टाचार का आरोप लगाया है।


Body:बरेली में नगर निगम द्वारा पोर्टेबल शॉप प्रकरण में नगर आयुक्त ने निगम के पार्षद विनोद सैनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था जिसके चलते निगम के सभी पार्षद इस कार्यवाही को गलत बता रहे है।निगम के सभी पार्षदों ने नगर आयुक्त सैमुअल पाल से मुकदमा वापस लेने की मांग की थी।इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि वह चोरो का साथ नही देंगे तभी से सभी पार्षद उनके विरोध में उतर आए है और अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गये है।
पार्षदों का कहना है कि नगर आयुक्त विरोध के चलते छुट्टी लेकर बाहर चले गये है मगर जब तक पार्षद विनोद के खिलाफ मुकदमा वापस नही होगा तब तक धरना बंद नही होगा।ये धरना अनिशिचत कालीन तक चलेगा।
डिप्टी मेयर अतुल कपूर ने अगर आयुक्त ने आरोप लगाते हुये कहा की शहर की हालत बहुत खराब है पानी ,सीवर,लाइट,सफाई स्वास्थ, की व्यवस्था में कोई सुधार नही हो रहा है। नगर आयुक्त नगर निगम पर कोई ध्यान नही दे रहे है।नगर आयुक्त भ्र्ष्टाचार में डूब चुके है अगर कोई पार्षद आवाज उठता है तो उसके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करा देते है।

बाइट...छंगा लाल मौर्य (पार्षद)
बाइट--अतुल कपूर (डिप्टी मेयर)

सुनील सक्सेना
बरेली।


Conclusion:
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