रायबरेली : एम्स में आगामी सत्र से एकेडमिक सेंशन में मेडिकल क्लासेज की शुरुआत हो रही है. बीते 16 दिसंबर को रायबरेली के दौरे में प्रधानमंत्री मोदी ने इस बाबत औपचारिक घोषणा भी की थी, फिलहाल मुंशीगंज स्थित इस परिसर का केवल रेजिडेंशियल विंग तैयार है. वहीं 50 छात्रों की इस पायनियर बैच को शुरु करने को लेकर पहले आईटीआई परिसर में क्लासेज चलाने की खबर थी, लेकिन सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए एम्स प्रशासन ने इसे अपने परिसर में ही शुरु करने का मन बनाया है.
एम्स रायबरेली में रेजिडेंशियल विंग तैयार हो चुका है, लेकिन अकादमिक विंग तैयार नहीं है और न ही मेडिकल कॉलेज का प्रेमीसेस तैयार हो पाया है. इस लिहाज से मेडिकल क्लासेज की शुरुआत और कहीं किए जाने को लेकर एम्स प्रशासन द्वारा कुछ जगहों को जांचा भले ही गया था, लेकिन अंत मे इसी परिसर के एक ब्लॉक की रेजिडेंशियल विंग में ही 50 छात्रों की क्लासेज शुरु की गई थी.
एम्स परिसर में वर्तमान में तैनात कोई प्रशासनिक अधिकारी या मेडिकल स्टॉफ कैमरे पर बोलने को तैयार नही हुआ. क्लासेस की शुरुआत और स्थल के निर्धारण को लेकर अनौपचारिक रुप से पुष्टि जरुर की, साथ ही मेडिकल क्लास के लिए अन्य जरुरी सभी इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था की बात कही है.
दरअसल, रायबरेली एम्स के मेंटरशिप से जुड़ी सभी जिम्मेदारी पीजीआई चंडीगढ़ को सौंपी गई है, उसके डायरेक्टर फिलहाल इस एम्स के प्रभारी है साथ ही सभी रिक्रूटमेंट व गवर्नेंस बॉडी के निर्देशों में उनकी निर्णायक भूमिका रहती है. एम्स की स्वीकृति स्थानीय सांसद सोनिया गांधी के विशेष प्रयासों द्वारा हुई थी, लेकिन एम्स में ओपीडी की सुविधा बीते वर्ष 2018 में ही शुरु हो सकी थी. प्रधानमंत्री मोदी द्वारा रायबरेली दौरे में ही वर्ष 2019 के सत्र से एम्स के इस परिसर में मेडिकल क्लासेज की शुरुआत करने की औपचारिक घोषणा हो गई थी.