हमीरपुरः जिले में बिजली विभाग का अजब-गजब कारनामा सामने आया है. दरअसल बिजली विभाग ने सौभाग्य योजना के तहत लगभग एक साल पहले सुदूर ग्रामीण इलाकों में लोगों के घर बिजली के मीटर तो लगा दिए, लेकिन अभी तक लोगों के घरों में बिजली का कनेक्शन नहीं दिया. बावजूद इसके मीटर लगने के बाद से ही ग्रामीणों के पास बिजली का बिल जरूर पहुंचने लगा है. हालांकि मामला सुर्खियों में आने के बाद बिजली विभाग के आला अधिकारी ने गलती सुधारने की बात कही है.
विद्युतीकरण के नाम पर खानापूर्ति
मामला जिले के मुस्करा विकास खंड के महेरा ग्राम सभा के गांव 'फूल सिंह का डेरा' का है, जहां लगभग 80 परिवार रहते हैं. ग्रामीणों के मुताबिक एक साल पूर्व सौभाग्य योजना के तहत विद्युतीकरण के नाम पर खानापूर्ति करते हुए सभी परिवारों के घरों के बाहर बिजली के मीटर लगाए गए थे. लेकिन इसके बाद बिजली विभाग के किसी भी अधिकारी या कर्मचारी ने गांव की तरफ पलट कर नहीं देखा.
दूर-दूर तक नहीं हैं बिजली के तार और खंभे
गांव निवासी राजू केवट ने बताया कि, गांव के घर-घर में बिजली विभाग ने बिजली के मीटर तो लगा दिए हैं, लेकिन गांव में बिजली के तार और खंभे दूर-दूर तक नहीं लगे हैं. ऐसे में सभी लोग तब चौंक उठे जब उनके घरों में बिजली का बिल पहुंचना शुरू हो गया. वे बताते हैं कि उन्होंने बिजली विभाग के आला अधिकारियों से बिजली आपूर्ति सुनिश्चित किए जाने की गुहार लगाई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
उधर, बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता सुमित व्यास ने कहा है कि, बिजली विभाग के सभी कर्मचारियों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि जिस तारीख से बिजली की आपूर्ति शुरू होगी, उसी तारीख से बिजली का बिल लिया जाएगा. बिना बिजली आपूर्ति के यदि बिजली का बिल दिया गया है तो इसमें सुधार कराया जाए.