कानपुर: फील्ड गन फैक्ट्री ने 'धनुष' तोप का निर्माण कर बुधवार को सेना को सौंप दिया. 'धनुष' सीमाओं पर दुश्मनों के छक्के छुड़ाने में काफी मददगार साबित होगी. रक्षा क्षेत्र में भारत के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है. 'धनुष' तोप दुनिया के सबसे लंबे बैरल वाली तोपों में से एक है.
- ऑर्डिनेंस फैक्ट्री ने बोफोर्स से दो जनरेशन आगे की अत्याधुनिक तोप का विकास कर 'धनुष' को तैयार किया है.
- लंबी दूरी पर छुपे दुश्मनों को नेस्तनाबूद करने के लिए यह तोप काफी कारगर साबित होगी.
- धनुष तोप 155×45 एमएम कैलिबर की माडर्न की हुई पहली स्वदेशी आर्टिलरी धनुष गन है.
- इसका निर्माण भारत में अप बोर्ड द्वारा किया गया है.
- इसकी मारक क्षमता 38 किलोमीटर लंबी है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में फील्ड गन फैक्ट्री के सीनियर जीएम अनिल कुमार ने बताया कि धनुष आर्टिलरी गन प्रणाली में मील का पत्थर साबित होगी. धनुष एक पृथक गन सिस्टम के रूप में विकसित की गई है. इसका वजन 155 एमएम 39 कैलिबर गन से 700 किलोग्राम ज्यादा है. बैरल भी बोफोर्स गन की तुलना में 877 मिमी ज्यादा है. बोफोर्स गन की तुलना में धनुष में फायर कंप्यूटर सिस्टम पर ऑटो लेइंग प्रणाली है.