ETV Bharat / briefs

बलरामपुर : पुलिस अभिरक्षा में लखनऊ से फरार कैदी तुलसीपुर में गिरफ्तार, तीन पुलिसकर्मियों पर हुई थी कार्रवाई

विवेक तिवारी के ऊपर पत्नी की हत्या का आरोप था. साथ ही वह मानसिक रूप से बीमार था. इस वजह से उसे लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी रेफर किया गया था, जहां से विवेक तिवारी फरार हो गया.

author img

By

Published : Feb 3, 2019, 11:28 PM IST

पुलिस के गिरफ्त में आरोपी

बलरामपुर : दहेज उत्पीड़न और पत्नी के कत्ल के जुर्म में विवेक तिवारी लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में आजीवन सजा काट रहा था. विवेक तिवारी को पुलिस अभिरक्षा में मानसिक इलाज के लिए भेजा गया था, तभी वह वहां से फरार हो गया. इस मामले में विवेक की अभिरक्षा में गए तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था. वहीं पुलिस ने विवेक तिवारी के घर से उसे गिरफ्तार कर लिया है.

विवेक तिवारी तुलसीपुर में गिरफ्तार.
undefined


क्या है पूरा मामला

विवेक तिवारी 13 अप्रैल 2018 से महाराजगंज तराई थाना क्षेत्र में पंजीकृत दहेज उत्पीड़न और हत्या अभियोग में विचाराधीन कैदी के रूप में जिला जेल में बंद था. उसे मानसिक बीमारी की शिकायत थी, इस वजह से उसे इलाज के लिए लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी रेफर किया गया था. वहीं से 22 जनवरी 2019 को शाम के समय विवेक तिवारी ने पुलिस को चकमा दिया और पेशाब करने के बहाने पुलिस अभिरक्षा से भाग गया. जिसकी तलाश लखनऊ पुलिस, गोंडा पुलिस सहित बलरामपुर पुलिस कर रही थी.


पुलिसकर्मियों पर हुई थी कार्रवाई

पुलिस अभिरक्षा में विवेक तिवारी के फरार होने के कारण उसके साथ तैनात तीन पुलिसकर्मियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक बलरामपुर अमित कुमार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था. इसके साथ ही उन्होंने जिलेभर की पुलिस टीम को लगाकर उसकी खोजबीन करवानी शुरू की थी.


पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मानसिक रूप से बीमार विवेक तिवारी फरार होने के बाद पहले तो दिल्ली गया और फिर वहां से वापस गोंडा आया. गोंडा से बिहार चला गया, उसके बाद बिहार से फिर वापस दिल्ली गया. दिल्ली से पुनः गोंडा आने के बाद उसकी शिनाख्त हुई और इसके बाद खोजबीन में लगी पुलिस टीम अधिक सक्रिय हो गई. उन्होंने बताया कि विवेक तिवारी ने सारी यात्राएं ट्रेन से ही की, जिससे वह पुलिस को लगातार चकमा देता रहा.

undefined


अमित कुमार ने कहा कि जब उसके पास पैसों की तंगी हो गयी तो वह गोंडा से तुलसीपुर अपने एक रिश्तेदार के घर आ गया, जहां तुलसीपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. विवेक पर पत्नी का हत्या करने का आरोप है और हम उसे पुनः जेल भेज रहे हैं.

बलरामपुर : दहेज उत्पीड़न और पत्नी के कत्ल के जुर्म में विवेक तिवारी लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में आजीवन सजा काट रहा था. विवेक तिवारी को पुलिस अभिरक्षा में मानसिक इलाज के लिए भेजा गया था, तभी वह वहां से फरार हो गया. इस मामले में विवेक की अभिरक्षा में गए तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था. वहीं पुलिस ने विवेक तिवारी के घर से उसे गिरफ्तार कर लिया है.

विवेक तिवारी तुलसीपुर में गिरफ्तार.
undefined


क्या है पूरा मामला

विवेक तिवारी 13 अप्रैल 2018 से महाराजगंज तराई थाना क्षेत्र में पंजीकृत दहेज उत्पीड़न और हत्या अभियोग में विचाराधीन कैदी के रूप में जिला जेल में बंद था. उसे मानसिक बीमारी की शिकायत थी, इस वजह से उसे इलाज के लिए लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी रेफर किया गया था. वहीं से 22 जनवरी 2019 को शाम के समय विवेक तिवारी ने पुलिस को चकमा दिया और पेशाब करने के बहाने पुलिस अभिरक्षा से भाग गया. जिसकी तलाश लखनऊ पुलिस, गोंडा पुलिस सहित बलरामपुर पुलिस कर रही थी.


पुलिसकर्मियों पर हुई थी कार्रवाई

पुलिस अभिरक्षा में विवेक तिवारी के फरार होने के कारण उसके साथ तैनात तीन पुलिसकर्मियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक बलरामपुर अमित कुमार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था. इसके साथ ही उन्होंने जिलेभर की पुलिस टीम को लगाकर उसकी खोजबीन करवानी शुरू की थी.


पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मानसिक रूप से बीमार विवेक तिवारी फरार होने के बाद पहले तो दिल्ली गया और फिर वहां से वापस गोंडा आया. गोंडा से बिहार चला गया, उसके बाद बिहार से फिर वापस दिल्ली गया. दिल्ली से पुनः गोंडा आने के बाद उसकी शिनाख्त हुई और इसके बाद खोजबीन में लगी पुलिस टीम अधिक सक्रिय हो गई. उन्होंने बताया कि विवेक तिवारी ने सारी यात्राएं ट्रेन से ही की, जिससे वह पुलिस को लगातार चकमा देता रहा.

undefined


अमित कुमार ने कहा कि जब उसके पास पैसों की तंगी हो गयी तो वह गोंडा से तुलसीपुर अपने एक रिश्तेदार के घर आ गया, जहां तुलसीपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. विवेक पर पत्नी का हत्या करने का आरोप है और हम उसे पुनः जेल भेज रहे हैं.

Intro:(नोट - UP_BLP_YOGENDRA TRIPATHI_SP PC BALRAMPUR_O1_VIDEO के नाम से एफटीपी पर फ़ाइल प्रेषित की जा चुकी है। कृपया संज्ञान लें।)

एंकर : दहेज उत्पीड़न और अपनी पत्नी के कत्ल के जुर्म में आजीवन सजा काट रहा विवेक तिवारी लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी से उस वक्त फरार हो गया था, जब उसके मानसिक इलाज के लिए पुलिस अभिरक्षा में उसे वहां भेजा गया था। इस घटना के बाद हत्यारोपी विवेक की अभिरक्षा में गए तीन पुलिसकर्मियों को बलरामपुर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार द्वारा सस्पेंड कर दिया गया था। इस पूरे घटनाक्रम में तुलसीपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने तुलसीपुर स्थित विवेक तिवारी के घर से उसे गिरफ्तार कर लिया है।


Body:क्या है मामला : विवेक तिवारी 13 अप्रैल 2018 से महाराजगंज तराई थाना क्षेत्र में पंजीकृत दहेज उत्पीड़न व हत्या अभियोग में विचाराधीन कैदी के रूप में जिला जेल में निरुद्ध था। उसे मानसिक बीमारी की शिकायत थी, इस वजह से उसे इलाज के लिए उसे लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी रेफर किया गया था। वहीं से 22 जनवरी 2019 को शाम के समय विवेक तिवारी ने पुलिस को चकमा दिया और पेशाब करने के बहाने पुलिस अभिरक्षा से भाग गया, जिसकी तलाश लखनऊ पुलिस, गोंडा पुलिस सहित बलरामपुर पुलिस कर रही थी।
पुलिसकर्मियों पर हुई थी कार्रवाई : पुलिस अभिरक्षा में विवेक तिवारी के फरार होने के कारण उसके साथ तैनात तीन पुलिसकर्मियों के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही करते हुए पुलिस अधीक्षक बलरामपुर अमित कुमार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था। इसके साथ ही उन्होंने जिलेभर की पुलिस टीम को लगाकर उसकी खोजबीन करवानी शुरू की थी।


Conclusion:पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मानसिक रूप से बीमार विवेक तिवारी फरार होने के बाद पहले तो दिल्ली गया और फिर वहां से वापस गोंडा आया। गोंडा से बिहार चला गया, उसके बाद बिहार से फिर वापस दिल्ली गया। दिल्ली से पुनः गोंडा आने के बाद उसकी शिनाख्त हुई और इसके बाद खोजबीन में लगी पुलिस टीम अधिक सक्रिय हो गई। उन्होंने बताया कि विवेक तिवारी ने सारी यात्राएं ट्रेन से ही की, जिससे वह पुलिस को लगातार चकमा देता रहा।
अमित कुमार ने कहा कि जब उसके पास पैसों की तंगी हो गयी तो वह गोंडा से तुलसीपुर अपने एक रिश्तेदार के घर आ गया, जहां तुलसीपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। विवेक पर अपनी ही पत्नी का हत्या करने का आरोप है और हम उसे पुनः जेल भेज रहे हैं।
(योगेंद्र त्रिपाठी, बलरामपुर, 9839325432)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.