जौनपुर: लोकसभा चुनाव से पहले किसानों के गन्ना भुगतान का मुद्दा फिर से गर्म हो गया है. चीनी मिलों के ऊपर गन्ना किसानों का भुगतान लंबित है. जौनपुर जिले में भी गन्ना किसानों का विभाग के ऊपर लगभग 7 करोड़ रुपये बकाया है. जिले में चीनी मिल नहीं है, जिसके चलते गन्ना उत्पादक सठियांव और अकबरपुर चीनी मिलों को अपना गन्ना बेचते हैं.
जौनपुर के गन्ना विभाग पर किसानों का 18 करोड़ रुपए बकाया था. जिसमें पिछले दिनों 11 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया, जबकि 7 करोड़ रुपया अभी भी बकाया है. गन्ना विभाग के अधिकारी चीनी मिलों से किसानों का भुगतान कराने के लिए बार-बार कोशिश कर रहे हैं. लेकिन चीनी मिलों के मालिक पैसा देने में आनाकानी कर रहे हैं.
जिले के सागर में पहले एक चीनी मिल हुआ करती थी, जिसे बसपा शासन के समय बंद कर दिया गया था. चीनी मिल के बंद होते ही जिले के गन्ना किसानों में मायूसी छा गई. अब कुछ सीमित किसान ही गन्ने का उत्पादन करते हैं. बकाया भुगतान के लिए जिला गन्ना अधिकारी सठियांव और अकबरपुर दोनों चीनी मिलों से बार-बार संपर्क कर रहे हैं. जिससे कि गन्ना किसानों के बकाए का भुगतान समय से कराया जा सके.
जिला गन्ना अधिकारी हुड्डा सिद्धकी ने बताया कि सठियांव अकबरपुर चीनी मिलों के ऊपर किसानों का 18 करोड़ रुपया बकाया था, जिसमे 11 करोड़ का भुगतान हो चुका है. इस बकाया भुगतान के लिए बार-बार दोनों चीनी मिलों से संपर्क किया जा रहा है. जिससे गन्ना किसानों का भुगतान कराया जा सके.