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यमुना नदी पार कर रहे एक ही परिवार के चार लोग डूबे, दो लोगों की हुई मौत

बागपत के जिले के काठा यमुना घाट पर सोमवार सुबह नदी पार कर रहे एक परिवार के चार लोग डूब गए. मौके पर मौजूद किसानों ने पिता-पुत्र को बचा लिया लेकिन महिला और उसकी बेटी लापता है. पुलिस गोताखोरों की मदद से लापता लोगों की तलाश कर रही है. एनडीआरएफ भी मौके पर पहुंची है. ग्रामीणों का आरोप है कि आए-दिन घाट पर हादसे होते हैं, लेकिन प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है.

यमुना नदी पार कर रहे एक ही परिवार के चार लोग डूबे
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Published : Apr 29, 2019, 10:42 PM IST

बागपत: कोतवाली थाना क्षेत्र बागपत के काठा गांव निवासी सहेंद्र अपनी पत्नी राजबीरी, बेटी कोमल और बेटा नीटू के साथ सोमवार सुबह भैसा बुग्गी में सवार होकर यमुना नदी को पार कर रहे थे. उन्हें नदी पारकर हरियाणा प्रदेश की सीमा में स्थित अपने खेत में पहुंचना था, लेकिन अचानक पानी के तेज बहाव के कारण भैसा बुग्गी में सवार परिवार के चारों लोग यमुना नदी में डूब गए. यह देख आसपास मौजूद लोग नदी में कूद पड़े और सहेंद्र और नीटू को बचा लिया, जबकि सहेंद्र की पत्नी राजबीरी और बेटी कोमल पानी के तेज बहाव में लापता हो गए.

उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में भैंसा बुग्गी से यमुना नदी पार कर रहे एक ही परिवार के 4 लोग यमुना नदी में बह गए, जिसके बाद मौके पर मौजूद किसानों ने किसी तरह दो लोगों को तेज पानी के बीच से बचा लिया और दो लोग लोगों की जमुना में डूबकर मौत हो गई .सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने लापता दोनों लोगों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

बागपत के जिले के काठा यमुना घाट पर सोमवार सुबह नदी पार कर रहे एक परिवार के चार लोग डूब गए.
दरअसल, पूरा मामला बागपत कोतवाली थाना क्षेत्र के कांठा यमुना घाट का है. सोमवार को काठा गांव के रहने वाले महेंद्र अपनी पत्नी राजबीरी और बेटी कोमल बेटा नीतू के साथ बग्गी से सवार होकर यमुना नदी पार करके हरियाणा में अपने खेत पर यमुना नदी जा रहे थे. अचानक पानी के तेज बहाव होने के कारण भैंसा बुग्गी में सवार परिवार के चार और लोग यमुना नदी में पानी में डूब गए. मौके पर मौजूद किसानों ने किसी तरह दो लोगों को तेज पानी के बीच से बचा लिया, जबकि सहेंद्र की पत्नी राजबीरी और बेटी कोमल पानी के तेज बहाव में लापता हो गई. घटना के बाद से आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने लापता दोनों लोगों के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

यमुना नदी पर पुल ना होने के कारण अक्सर ग्रामीणों ट्रैक्टर ट्रॉली या बुग्गी से सवार होकर यमुना नदी को पार करके अपने खेतों में जाते हैं. कई बार यहां के किसानों ने सरकार से गुहार भी लगाई है . इस नदी पर पुल बनाया जाए लेकिन सरकार किसानों की और अनदेखा करती रहती है और आये दिन कोई न कोई बड़े हादसे.

इससे पहले भी यहां पर 2 साल पहले एक हादसा हुआ था जिसमें 30 लोगों की मौत हुई थी लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा और आए दिन प्रशासन ने हादसों को दावत दे रहा है.

घटनास्थल पर क्षेत्र के विधायक योगेश धामा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कई बार हमने इस समस्या को लेकर सरकार को अवगत करवाया है. अगर इस बार हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे. वही मौके पर पहुंचे एनडीआरएफ के अधिकारी का कहना है कि एनडीआरएफ रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है. दोनों महिलाओं को बाहर निकाल लिया जाएगा.

बागपत: कोतवाली थाना क्षेत्र बागपत के काठा गांव निवासी सहेंद्र अपनी पत्नी राजबीरी, बेटी कोमल और बेटा नीटू के साथ सोमवार सुबह भैसा बुग्गी में सवार होकर यमुना नदी को पार कर रहे थे. उन्हें नदी पारकर हरियाणा प्रदेश की सीमा में स्थित अपने खेत में पहुंचना था, लेकिन अचानक पानी के तेज बहाव के कारण भैसा बुग्गी में सवार परिवार के चारों लोग यमुना नदी में डूब गए. यह देख आसपास मौजूद लोग नदी में कूद पड़े और सहेंद्र और नीटू को बचा लिया, जबकि सहेंद्र की पत्नी राजबीरी और बेटी कोमल पानी के तेज बहाव में लापता हो गए.

उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में भैंसा बुग्गी से यमुना नदी पार कर रहे एक ही परिवार के 4 लोग यमुना नदी में बह गए, जिसके बाद मौके पर मौजूद किसानों ने किसी तरह दो लोगों को तेज पानी के बीच से बचा लिया और दो लोग लोगों की जमुना में डूबकर मौत हो गई .सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने लापता दोनों लोगों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

बागपत के जिले के काठा यमुना घाट पर सोमवार सुबह नदी पार कर रहे एक परिवार के चार लोग डूब गए.
दरअसल, पूरा मामला बागपत कोतवाली थाना क्षेत्र के कांठा यमुना घाट का है. सोमवार को काठा गांव के रहने वाले महेंद्र अपनी पत्नी राजबीरी और बेटी कोमल बेटा नीतू के साथ बग्गी से सवार होकर यमुना नदी पार करके हरियाणा में अपने खेत पर यमुना नदी जा रहे थे. अचानक पानी के तेज बहाव होने के कारण भैंसा बुग्गी में सवार परिवार के चार और लोग यमुना नदी में पानी में डूब गए. मौके पर मौजूद किसानों ने किसी तरह दो लोगों को तेज पानी के बीच से बचा लिया, जबकि सहेंद्र की पत्नी राजबीरी और बेटी कोमल पानी के तेज बहाव में लापता हो गई. घटना के बाद से आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने लापता दोनों लोगों के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

यमुना नदी पर पुल ना होने के कारण अक्सर ग्रामीणों ट्रैक्टर ट्रॉली या बुग्गी से सवार होकर यमुना नदी को पार करके अपने खेतों में जाते हैं. कई बार यहां के किसानों ने सरकार से गुहार भी लगाई है . इस नदी पर पुल बनाया जाए लेकिन सरकार किसानों की और अनदेखा करती रहती है और आये दिन कोई न कोई बड़े हादसे.

इससे पहले भी यहां पर 2 साल पहले एक हादसा हुआ था जिसमें 30 लोगों की मौत हुई थी लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा और आए दिन प्रशासन ने हादसों को दावत दे रहा है.

घटनास्थल पर क्षेत्र के विधायक योगेश धामा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कई बार हमने इस समस्या को लेकर सरकार को अवगत करवाया है. अगर इस बार हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे. वही मौके पर पहुंचे एनडीआरएफ के अधिकारी का कहना है कि एनडीआरएफ रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है. दोनों महिलाओं को बाहर निकाल लिया जाएगा.

Intro:उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में भैंसा बुग्गी से यमुना नदी पार कर रहे एक ही परिवार के 4 लोग यमुना नदी में बह गए। जिसके बाद मौके पर मौजूद किसानों ने किसी तरह दो लोगों को तेज पानी के बीच से बचा लिया और दो लोग लोगों की जमुना में डूबकर मौत हो गई । सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने लापता दोनों लोगों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।


Body:दरअसल पूरा मामला बागपत कोतवाली थाना क्षेत्र के कांठा यमुना घाट का है आज काठा गांव के रहने वाले महेंद्र अपनी पत्नी राजबीरी और बेटी कोमल बेटा नीतू के साथ बग्गी से सवार होकर यमुना नदी पार करके हरियाणा में अपने खेत पर यमुना नदी जा रहे थे। अचानक पानी के तेज बहाव होने के कारण भैंसा बुग्गी में सवार परिवार के चार और लोग यमुना नदी में पानी में डूब गए जिसके बाद मौके पर मौजूद किसानों ने किसी तरह दो लोगों को तेज पानी के बीच से बचा लिया। जबकि सहेंद्र की पत्नी राजबीरी और बेटी कोमल पानी के तेज बहाव में लापता हो गई। घटना के बाद से आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने लापता दोनों लोगों के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
यमुना नदी पर पुल ना होने के कारण अक्सर ग्रामीणों ट्रैक्टर ट्रॉली या बुग्गी से सवार होकर यमुना नदी को पार करके अपने खेतों में जाते हैं। कई बार यहां के किसानों ने सरकार से गुहार भी लगाई है इस नदी पर पुल बनाया जाए लेकिन सरकार किसानों की और अनदेखा करती रहती है और आये दिन कोई ना कोई बड़े हादसे।
आपको बता दें इससे पहले भी यहां पर 2 साल पहले एक हादसा हुआ था जिसमें 30 लोगों की मौत हुई थी।
लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा और आए दिन प्रशासन ने हादसों को दावत दे रहा है।
घटनास्थल पर क्षेत्र के विधायक योगेश धामा वीडियो से बात करते हुए का कि कई बार हमने इस समस्या को लेकर सरकार को अवगत करवाया है। अगर इस बार हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे।
वही मौके पर पहुंचे एनडीआरएफ के अधिकारी का कहना है कि एनडीआरएफ रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है दोनों महिलाओं को बाहर निकाल लिया जाए गया।

बाईट क्षेत्रीय विधायक योगेश धामा
एनडीआरएफ के स्पेक्टर राजकिशोर
मृतकों के परिजन सुरेंद्र



Conclusion:
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