बागपत: कोतवाली थाना क्षेत्र बागपत के काठा गांव निवासी सहेंद्र अपनी पत्नी राजबीरी, बेटी कोमल और बेटा नीटू के साथ सोमवार सुबह भैसा बुग्गी में सवार होकर यमुना नदी को पार कर रहे थे. उन्हें नदी पारकर हरियाणा प्रदेश की सीमा में स्थित अपने खेत में पहुंचना था, लेकिन अचानक पानी के तेज बहाव के कारण भैसा बुग्गी में सवार परिवार के चारों लोग यमुना नदी में डूब गए. यह देख आसपास मौजूद लोग नदी में कूद पड़े और सहेंद्र और नीटू को बचा लिया, जबकि सहेंद्र की पत्नी राजबीरी और बेटी कोमल पानी के तेज बहाव में लापता हो गए.
उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में भैंसा बुग्गी से यमुना नदी पार कर रहे एक ही परिवार के 4 लोग यमुना नदी में बह गए, जिसके बाद मौके पर मौजूद किसानों ने किसी तरह दो लोगों को तेज पानी के बीच से बचा लिया और दो लोग लोगों की जमुना में डूबकर मौत हो गई .सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने लापता दोनों लोगों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
यमुना नदी पर पुल ना होने के कारण अक्सर ग्रामीणों ट्रैक्टर ट्रॉली या बुग्गी से सवार होकर यमुना नदी को पार करके अपने खेतों में जाते हैं. कई बार यहां के किसानों ने सरकार से गुहार भी लगाई है . इस नदी पर पुल बनाया जाए लेकिन सरकार किसानों की और अनदेखा करती रहती है और आये दिन कोई न कोई बड़े हादसे.
इससे पहले भी यहां पर 2 साल पहले एक हादसा हुआ था जिसमें 30 लोगों की मौत हुई थी लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा और आए दिन प्रशासन ने हादसों को दावत दे रहा है.
घटनास्थल पर क्षेत्र के विधायक योगेश धामा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कई बार हमने इस समस्या को लेकर सरकार को अवगत करवाया है. अगर इस बार हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे. वही मौके पर पहुंचे एनडीआरएफ के अधिकारी का कहना है कि एनडीआरएफ रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है. दोनों महिलाओं को बाहर निकाल लिया जाएगा.