कानपुर: किदवई नगर स्थित वृद्धा आश्रम से एक साथ 25 बुजुर्गों के कोरोना पॉजिटिव आने के पीछे वृद्धा पेंशन को कारण माना जा रहा है. इस बात का पता प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम को आश्रम के स्टाफ से पूछताछ के बाद लगा. वृद्धा आश्रम की मैनेजर ज्योति पांडे ने प्रशासन को दी गई जानकारी में बताया कि उनके रोकने के बाद भी बुजुर्ग अपनी वृद्धा पेंशन लेने के लिए बैंक गए थे. वहां से लौटने के बाद ही एक के बाद एक सभी की तबीयत बिगड़ने लगी.
संक्रमितों को चौबेपुर स्थित क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है. वृद्धा आश्रम में 15 बुजुर्ग महिलाएं और 10 बुजुर्ग पुरुषों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. एक साथ इतने बुजुर्गों के पॉजिटिव आने से प्रशासन में हड़कंप मच गया. वहीं आश्रम के मैनेजर के मुताबिक रोकने के बाद बुजुर्ग अपनी वृद्धा पेंशन लेने बाहर गए थे, जिसके बाद ही एक के बाद एक सभी बीमार पड़ने लगे. वहीं शुक्रवार को स्टाफ समेत 65 अन्य बुजुर्गों के भी सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं.
शुक्रवार को नगर निगम की टीम ने पूरे वृद्धा आश्रम को सैनिटाइज भी किया. वृद्धा आश्रम में मैनेजर, केयरटेकर, रसोईया, गॉर्ड समेत 12 लोगों का स्टाफ है. इसके अलावा शेष 53 अन्य बुजुर्गों के सैंपल लेकर जांच के लिए भिजवाए गए हैं. वृद्धा आश्रम के चारों और बैरिकेडिंग लगाकर सील कर दिया गया है. किसी भी व्यक्ति के अंदर से बाहर जाने और बाहर से अंदर आने पर रोक लगा दी गई है. वृद्धा आश्रम को कई बार सैनिटाइज कराया जा रहा है.