कोलकाता : पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईजी) की जांच का सामना कर रहे तृणमूल कांग्रेस के निलंबित नेता पार्थ चटर्जी पर मंगलवार को एक महिला ने चप्पल दे मारा. ये वाकया तब हुआ, जब पार्थ चटर्जी ईसीआई अस्पताल से निकल रहे थे. महिला भी वहां आ पहुंची और अस्पताल में पार्थ को देखते ही अपना चप्पल उसकी तरफ फेंक दिया. उसके बाद वह नंगे पांव वापस लौट गई. गुस्साई महिला ने कहा कि उसने जो कुछ भी किया वह बिल्कुल ठीक किया है. उसने कहा, "मैं उसपर अपना जूता फेंकने आई थी. उसने गरीब लोगों के पैसे खाए हैं. मुझे और खुशी होती, अगर मेरे हाथ में जूता होता और उसे उसके सिर पर दे मारती."
दूसरी तरफ, ईडी के अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के गिरफ्तार किए गए मंत्री पार्थ चटर्जी पूछताछ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि चटर्जी ने कथित शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के संबंध में ईडी के ज्यादातर सवालों का जवाब नहीं दिया है.
इधर, पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी ने मंगलवार को कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने उनके आवासों से जो रकम बरामद की है, वह उनकी जानकारी के बिना ही उनके आवासों में रखी गई थी. शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अर्पिता को भी गिरफ्तार किया है. ईडी के अधिकारियों ने दक्षिण-पश्चिम कोलकाता और बेलघोरिया में स्थित अर्पिता के दो फ्लैटों से आभूषणों के साथ-साथ लगभग 50 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं. चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी दोनों को दिन में चिकित्सा जांच के लिए शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में ईएसआई जोका ले जाया गया. जहां पार्थ चटर्जी के साथ ये वाकया हो गया.