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CM Mamata On Bharat VS India : अचानक क्या हुआ कि इंडिया को केवल भारत कहने की जरूरत पड़ी : ममता बनर्जी

इंडिया और भारत कहने को लेकर छिड़ी बहस के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का भी बयान सामने आया है. ममता बनर्जी ने कहा कि अचानक क्या हुआ कि इंडिया को केवल भारत कहने की जरूरत पड़ी.

West Bengal CM Mamata Banerjee
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 5, 2023, 5:19 PM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) ने मंगलवार को कहा कि इंडिया ही भारत है तो अचानक ऐसा क्या हुआ कि देश को केवल भारत ही कहना चाहिए (CM Mamata On Bharat VS India ).

'प्रेसीडेंट ऑफ भारत' (भारत के राष्ट्रपति) के नाम से जी20 के रात्रि भोज के लिए निमंत्रण पत्र को लेकर उठे विवाद के संदर्भ में उन्होंने कहा कि दुनिया देश को इंडिया के नाम से जानती है.

ममता ने यहां एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'मैंने सुना है कि भारत का नाम बदला जा रहा है. माननीय राष्ट्रपति के नाम से भेजे गए जी20 के निमंत्रण पत्र पर भारत लिखा हुआ है. हम देश को भारत कहते हैं, इसमें नया क्या है? अंग्रेजी में हम इंडिया कहते हैं... कुछ भी नया नहीं है. दुनिया हमें इंडिया के नाम से जानती है. अचानक क्या हो गया कि देश के नाम को बदलने की जरूरत पड़ गयी?'

उन्होंने कहा, 'देश में इतिहास को फिर से लिखा जा रहा है.' सरकार ने इस मुद्दे पर अभी तक कोई आधिकारिक वक्तव्य नहीं दिया है. भारत की अध्यक्षता में नौ और 10 सितंबर को दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन समेत दुनियाभर के नेता इसमें भाग लेंगे.

ममता ने राज्यपाल सी वी आनंद बोस पर भी निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह राज्य विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों को रोक रहे हैं. उन्होंने कहा, 'राज्यपाल के कृत्य राज्य प्रशासन को पंगु बनाने का प्रयास हैं. वह वित्त विधेयकों को नहीं रोक सकते. अगर जरूरत पड़ी तो मैं राज भवन के बाहर धरने पर बैठूंगी.'

मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि राज्यपाल पश्चिम बंगाल में स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों के कामकाज में हस्तक्षेप कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'अगर राज्यपाल विश्वविद्यालयों के कामकाज में हस्तक्षेप करना जारी रखते हैं तो हम निधि जारी करना रोक देंगे.'

राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के तौर पर रविवार रात को सात विश्वविद्यालयों में अंतरिम कुलपतियों की नियुक्ति की है.

जिन सात विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति की गई, उनमें प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी, मौलाना अबुल कलाम आजाद यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी और यूनिवर्सिटी ऑफ बर्द्धवान भी शामिल हैं.

सूत्रों ने बताया कि नौ अन्य विश्वविद्यालयों के अंतरिम कुलपतियों के नाम भी तय कर लिए गए हैं और उन्हें 'जल्द ही' नियुक्ति पत्र जारी किए जाएंगे.

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(PTI)

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) ने मंगलवार को कहा कि इंडिया ही भारत है तो अचानक ऐसा क्या हुआ कि देश को केवल भारत ही कहना चाहिए (CM Mamata On Bharat VS India ).

'प्रेसीडेंट ऑफ भारत' (भारत के राष्ट्रपति) के नाम से जी20 के रात्रि भोज के लिए निमंत्रण पत्र को लेकर उठे विवाद के संदर्भ में उन्होंने कहा कि दुनिया देश को इंडिया के नाम से जानती है.

ममता ने यहां एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'मैंने सुना है कि भारत का नाम बदला जा रहा है. माननीय राष्ट्रपति के नाम से भेजे गए जी20 के निमंत्रण पत्र पर भारत लिखा हुआ है. हम देश को भारत कहते हैं, इसमें नया क्या है? अंग्रेजी में हम इंडिया कहते हैं... कुछ भी नया नहीं है. दुनिया हमें इंडिया के नाम से जानती है. अचानक क्या हो गया कि देश के नाम को बदलने की जरूरत पड़ गयी?'

उन्होंने कहा, 'देश में इतिहास को फिर से लिखा जा रहा है.' सरकार ने इस मुद्दे पर अभी तक कोई आधिकारिक वक्तव्य नहीं दिया है. भारत की अध्यक्षता में नौ और 10 सितंबर को दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन समेत दुनियाभर के नेता इसमें भाग लेंगे.

ममता ने राज्यपाल सी वी आनंद बोस पर भी निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह राज्य विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों को रोक रहे हैं. उन्होंने कहा, 'राज्यपाल के कृत्य राज्य प्रशासन को पंगु बनाने का प्रयास हैं. वह वित्त विधेयकों को नहीं रोक सकते. अगर जरूरत पड़ी तो मैं राज भवन के बाहर धरने पर बैठूंगी.'

मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि राज्यपाल पश्चिम बंगाल में स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों के कामकाज में हस्तक्षेप कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'अगर राज्यपाल विश्वविद्यालयों के कामकाज में हस्तक्षेप करना जारी रखते हैं तो हम निधि जारी करना रोक देंगे.'

राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के तौर पर रविवार रात को सात विश्वविद्यालयों में अंतरिम कुलपतियों की नियुक्ति की है.

जिन सात विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति की गई, उनमें प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी, मौलाना अबुल कलाम आजाद यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी और यूनिवर्सिटी ऑफ बर्द्धवान भी शामिल हैं.

सूत्रों ने बताया कि नौ अन्य विश्वविद्यालयों के अंतरिम कुलपतियों के नाम भी तय कर लिए गए हैं और उन्हें 'जल्द ही' नियुक्ति पत्र जारी किए जाएंगे.

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