अलीगढ़ : AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को अलीगढ़ में चुनावी जनसभा की. जनसभा में उनका संबोधन शोषित-वंचित समाज के लोगों पर केंद्रित रहा. इस दौरान उन्होंने BJP और RSS को निशाने पर लिया. साथ ही उन्होंने मुस्लिम समुदाय का वोट बसपा और कांग्रेस में जाने से रोकने पर जोर दिया.
ओवैसी अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान पर भी हमलावर दिखे. उन्होंने कहा कि एक मोहतरमा ने 2014 में असली आजादी मिलने की बात कही है. यही बात अगर कोई मुस्लिम कह देता, तो उस पर गंभीर धाराएं लगाकर जेल में डाल दिया जाता या गोली मार दी जाती. अभिनेत्री कंगना के बयान को आधार बनाकर उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि यह देश 1947 में आजाद हुआ था या 2014 में ? लेकिन वह क्वीन हैं, उनके विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. क्या यह देशद्रोही की कैटेगरी में नहीं आता है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जब भारत और पाकिस्तान के मैच को लेकर कोई मुस्लिम कुछ लिख देता है तो उसको तुरंत देशद्रोही करार दे दिया जाता है.
कासगंज में हुई पुलिस हिरासत में अल्ताफ की मौत को लेकर उन्होंने कहा कि कोई तीन फुट से कैसे आत्महत्या कर सकता है ? लेकिन योगी की पुलिस ने ऐसा कारनामा कर दिया कि ढाई बजे मौत हुई और चार बजे उल्टा मुकदमा दर्ज कर दिया गया. उसके बाद उन अधिकारियों को केवल सस्पेंड कर दिया गया. जबकि उन पर हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए था. यही हत्या किसी हिन्दू की होती तो पूरा थाना सस्पेंड हो जाता और मुख्यमंत्री खुद वहां पहुंच जाते है.
संबोधन के दौरान उन्होंने जातिगत वोट साधने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि जिस कौम की सियासी जमीन नहीं होगी उसका कोई भविष्य नहीं हो सकता. एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी ने मुस्लिमों के हित के लिए काम किया है. सन् 1980 से पहले हिंदुत्व की कोई बात नहीं होती थी. जब से बीजेपी सावरकर की किताब जनता के बीच लाई, तभी से हिंदुत्व की बात उठी.
असदुद्दीन ओवैसी ने कौम को संबोधित करते हुए कहा कि इस अंधेरी रात में कोई सेकुलर पार्टी तुम्हारे लिए चिराग लेकर आएगा, ऐसा नहीं होगा. तुम्हें खुद अंधेरे में अपनी शमां जलानी पड़ेगी. इस अंधेरे में तुम्हें खुद ताकत बनकर उभरना पड़ेगा. उन्होंने बुजुर्गों से कहा कि आपने अपनी जवानी को सर्कुलर पार्टी को वोट देने में लगा दिया. लेकिन आपके ख्वाब कभी पूरे नहीं हुए, आपकी उम्मीदों पर सेकुलर पार्टी खरी उतरी है.
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आज यूएपीए का कानून बन गया, जिसमें समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के लोगों ने पूरा सहयोग दिया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जो घटना हुई उसकी निंदा करता हूं और यूपी में भी माहौल बिगाड़ने की साजिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को लीडर बनाओ ताकि उत्तर प्रदेश में एक सियासी ताकत बने.
औवेसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों की साक्षरता बहुत कम है, हाई स्कूल तक केवल 3% छात्र पहुंच पाते है. गाजियाबाद की घटना का जिक्र करते हुए औवैसी ने कहा कि मुसलमानों को निशाना बनाकर पुलिस उनको गोली मार रही है. पुलिस मुस्लिमों का उत्पीड़न कर रही है. मणिपुर में भी पुलिस के द्वारा 80 लोगों को इनकांउटर में मारा गया था. जिसका मामला कोर्ट में चल रहा है और इसका इंसाफ ऊपर वाला भी लेगा ओर कोर्ट भी लेगा.
गृह मंत्री अमित शाह को आड़े हाथों लेकर कहा कि दूरबीन से भी अपराधी यूपी में नहीं दिख रहे हैं. लेकिन अमित शाह लखीमपुर घटना के आरोपी के पिता को बगल में बैठाते है. असदुद्दीन ओवैसी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि अमेठी से चुनाव लड़े थे, हार गए. लेकिन वह दक्षिण में केरल से जीते, जहां 30% मुस्लिम वोट था. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का ऐसा ही हाल है. लेकिन सब सेकुलरिज्म के चौधरी बने हुए हैं और यह सभी पार्टियां समझती है कि मुसलमान हमें छोड़ कर कहां जाएगा.
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