लखनऊ: राजधानी समेत देश के छह RSS दफ्तरों को बम से उड़ाने के एक फर्जी मैसेज ने लखनऊ पुलिस की नींद उड़ा दी. रविवार को किसी ने लखनऊ के रहने वाले डॉ. नीलकंठ मणि को मैसेज भेजकर अलीगंज स्थित RSS दफ्तर को बम से उड़ाने की धमकी दी थी. मैसेज मिलते ही नीलकंठ ने लखनऊ पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद लखनऊ पुलिस ने तत्काल दफ्तर की सुरक्षा बढ़ाते हुए पत्र में लिखे अन्य पांचों दफ्तरों को सूचना दी. हालांकि ब्लास्ट नहीं होने के बाद अज्ञात अराजक तत्वों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी. आरोपी को तमिलनाडु से गिरफ्तार कर लिया गया है.
राजधानी के अलीगंज सेक्टर एन के रहने वाले संघ कार्यकर्ता डॉ. नीलकंठ मणि पुजारी के मुताबिक वह सुलतानपुर में प्रोफेसर के पद पर तैनात है. साथ ही वह अलगींज स्थित संघ के दफ्तर का सदस्य भी है. उनके मुताबिक, बीते रविवार को उन्हें व्हाट्सऐप में इंटरनेशनल नंबर से एक लिंक आया और उसे खोलकर ग्रुप से जुड़ने के लिए कहा.
नंबर बाहर का होने के कारण उन्होंने लिंक नहीं खोला. जिसके थोड़ी देर बाद ही उन्हें 3 और मैसेज आए. मैसेज में आरएसएस के छह दफ्तरों को रविवार रात 8 बजे बम से उड़ाने के धमकी भरा मैसेज लिखा हुआ था. उसमें 4 जगह कर्नाटक, एक जगह अलीगंज सेक्टर क्यू स्थित आरएसएस दफ्तर और एक उन्नाव की थी. जिस ववक्त उन्हें यह मैसेज मिला था तब वो सुलतानपुर में मौजूद थे. मैसेज पढ़ने के बाद प्रोफेसर सुलतानपुर से आनन-फानन में लखनऊ पहुंचे और मड़ियांव थाने में मामले की जानकारी दी.
थाना प्रभारी मड़ियांव अनिल कुमार के मुताबिक नीलकंठ मणि पुजारी ने जैसे ही मैसेज की जानकारी दी. उन्होंने इस बात की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी. हालांकि रात 8 बजे कोई भी विस्फोट नहीं हुआ. ऐसे में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि मैसेज कहां से आया उसके लिए साइबर क्राइम टीम समेत अन्य विभाग काम कर रहे हैं.
क्या था मैसेज?
संघ कार्यकर्ता डॉ. नीलकंठ को व्हाट्सएप पर इंटरनेशनल नंबर से रविवार दोपहर में मैजेस आया था. उसमें लिखा था कि "दिए गए लिंक को खोलकर उसमें जुड़े". डॉ. नीलकंठ ने मैसेज में दिए लिंक को नहीं खोला तो थोड़ी देर बाद ही उनके पास 3 मैसेज आए उसमें लिखा रविवार रात 8 बजे 6 जगहों को विस्फोट कर उड़ा दिया जाएगा. उनमें से एक पता अलीगंज सेक्टर क्यू स्थित RSS दफ्तर का था.
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