लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि कोविड-19 टीके का विरोध करने वाले 'टायर्ड' और 'रिटायर्ड' (tired and retired) हैं तथा युवाओं को ऐसे लोगों पर भरोसा नहीं करना चाहिए. योगी ने उक्त बातें पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर आयोजित 'सुशासन दिवस' पर प्रदेश के एक करोड़ विद्यार्थियों को नि:शुल्क टैबलेट और स्मार्टफोन देने का अभियान (Free tablet and smartphone distribution campaign) शुरू करने के बाद कही.
अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय इकाना क्रिकेट स्टेडियम (International Ekana Cricket Stadium) में आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे. भारतीय जनता पार्टी ने 2017 के विधानसभा चुनाव संकल्प पत्र में युवाओं को टैबलेट और लैपटॉप देने की घोषणा की थी. लेकिन राज्य सरकार द्वारा कार्यकाल की लगभग समाप्ति तक यह वादा पूरा नहीं किए जाने को लेकर राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव लगातार कटाक्ष करते रहे हैं. अखिलेश ने कहा था, 'बाबा मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) को लैपटॉप चलाने नहीं आता, इसलिए वह युवाओं को लैपटॉप नहीं दे रहे हैं.' यादव ने सपा की सरकार बनने पर फिर लैपटॉप देने के वादे के साथ आजमगढ़ में बीते दिनों कुछ मेधावी छात्रों को लैपटॉप बांटे थे.
आसन्न विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ने एक करोड़ विद्यार्थियों को नि:शुल्क टैबलेट और स्मार्टफोन वितरण अभियान के तहत शनिवार को 60 हजार स्मार्टफोन और टैबलेट दिए. इस अवसर पर योगी ने कहा, 'यह केवल स्मार्टफोन और टैबलेट नहीं हैं, इसके साथ आपको फ्री में डिजिटल एक्सेस की सुविधा भी उपलब्ध कराने जा रहे हैं और कंटेंट भी फ्री में उपलब्ध होंगे.'
उन्होंने कहा, 'अब हर कमिश्नरी (मंडल) में इस तरह के कार्यक्रम होंगे और डिजिटल क्रांति को गांव-गांव तक पहुंचाने, ऑनलाइन शिक्षा से लेकर ऑनलाइन परीक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं को भी इसके साथ जोड़ेंगे.'
उन्होंने एक कविता 'नए युग का सृजन युवकों तुम्हारे हाथ में है, समूचा जग युवा पीढ़ी तुम्हारे साथ में है' सुनाते हुए युवाओं को सावधान किया और अखिलेश का नाम लिए बगैर कहा, '12 बजे सोकर उठने वाले युवा नहीं हैं, कोविड टीके का विरोध करने वाले और गुमराह करने वाले युवा नहीं हैं, ये सब 'टायर्ड' और 'रिटायर्ड' हैं, इन पर भरोसा मत करना.'
मुख्यमंत्री ने कहा, '2017 के पहले (सपा सरकार) नियुक्ति में भाई-भतीजावाद होता था, कोई नौकरी निकलती तो एक खानदान के लोग, एक वंश के लोग चाचा, भतीजा, मामा सभी लोग वसूली में निकल पड़ते थे. कहीं शकुनि मामा, कहीं कोई दुशासन, कोई दुर्योधन वसूली में निकल पड़ता था. 'महाभारत' का कोई रिश्ता नहीं था, जो वसूली में न निकलता हो, लेकिन 2017 के बाद हमने कहा कि युवाओं के जीवन से जो भी खिलवाड़ करेगा, उसकी जगह जेल में होगी.'
समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की पूर्ववर्ती सरकारों पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में दस साल में दो लाख भर्तियां नहीं हो पाईं लेकिन पिछले पौने पांच वर्ष में साढ़े चार लाख नौकरियां दी गई हैं. योगी ने अपनी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा, 'जो माफिया गरीबों की संपत्ति हड़पते थे, उनकी अवैध कमाई पर प्रदेश सरकार का बुलडोजर चलता दिखाई दिया तो उनके संरक्षणदाताओं के होश उड़ गए.' मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की नीयत साफ होती है तो काम भी दमदार दिखता है.
योगी ने कार्यक्रम में मौजूद छात्र-छात्राओं से 'सोच ईमानदार-काम दमदार' का नारा लगवाया. युवाओं का आह्वान करते हुए योगी ने कहा, 'सोच कभी छोटी नहीं होनी चाहिए, सोच बड़ी होगी तो विराट सोच आपके व्यक्तित्व को नई विराटता प्रदान करेगी.'
मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं से कहा, 'कभी भी जीवन में हताशा और निराशा को अपने सामने मत फटकने देना, इस जज्बे के साथ जब युवा साथी काम करेगा तो वह सब कुछ कर सकेगा जो अपने समय में इस देश के तमाम युवाओं ने करके दिखाया है.'
उन्होंने भगवान राम, भगवान कृष्ण, गौतम बुद्ध, आदि शंकराचार्य, गुरु गोबिंद सिंह, छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप और रानी लक्ष्मीबाई का जिक्र करते हुए कहा कि जब दुनिया को इन लोगों ने संदेश दिया तब उस समय ये लोग युवा ही थे. वाजपेयी और काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए योगी ने कहा कि अब उप्र के युवा अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं और उप्र के युवाओं को आज देश और दुनिया में नए पैकेज मिल रहे हैं.
पढ़ेंः अटल बिहारी की जयंती पर अमेठी वालों को मिला बड़ा तोहफा, नितिन गडकरी ने याद किया 'वो' दिन
इकाना स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में 60 हजार छात्र-छात्राओं को टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित किए गए. इस अवसर पर लाभार्थी बीएससी नर्सिंग अंतिम वर्ष की छात्रा आकांक्षा मिश्रा, एमए (राजनीति विज्ञान) के दृष्टिबाधित दिव्यांग छात्र सागर उपमन्यु, बीटेक छात्रा मेहुल गुप्ता, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे प्रबल अवस्थी और बीए अंतिम वर्ष की छात्रा जेबा कौसर ने अभावग्रस्त छात्रों को संसाधन मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति मंच से आभार जताया.
मुख्यमंत्री ने ओलंपिक में पदक जीतने वाली भारोत्तोलन खिलाड़ी मीरा बाई चानू को डेढ़ करोड़ रुपये की सम्मान राशि से सम्मानित किया. योगी ने चानू के कोच विजय कुमार शर्मा को दस लाख रुपये की राशि प्रदान की.
इससे, पहले केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने संबोधन में कहा कि जब स्मार्ट फोन, टैबलेट की बात होती है तो पिछले दो साल से देश के विद्यार्थियों को कोरोना महामारी के दौरान स्मार्ट फोन, डिजिटल शिक्षा के महत्व का अहसास होता है. प्रधान ने कहा कि आने वाले चंद महीनों में उत्तर प्रदेश के सभी गांवों में इंटरनेट कनेक्टिविटी का जाल बिछा दिया जाएगा. उन्होंने एक करोड़ स्मार्टफोन और टैबलेट वितरित किए जाने के अभियान के लिए योगी की सराहना की.
(पीटीआई-भाषा)