बलिया: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य बलिया में आयोजित एक बौद्ध सम्मेलन कार्यक्रम पहुंचे. यहां पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. मीडिया से बात करते हुए स्वामी प्रसाद मोर्या ने एक बार फिर सनातन धर्म पर विवादित बयान दे डाला. उन्होंने कहा कि सनातन का ढोल पीटने वाले लोग सनातन विरोधी हैं. ऐसे लोग खुद सनातन का अर्थ ही नहीं समझते हैं. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म भगवान बुद्ध के मुख से निकला हुआ शब्द है.
स्वामी प्रसाद मौर्य रसड़ा क्षेत्र के अमहर ग्रामसभा में आयोजित बौद्ध सम्मेलन कार्यक्रम में पहुंचे थे. मीडिया द्वारा सनातन धर्म पर किए गए सवाल पर उन्होंने ने कहा कि सनातन का ढोल पीटने वाले ही सनातन विरोधी हैं. उन्हें सनातन का अर्थ ही नहीं पता है. उन्होंने कहा कि सनातन भगवान बुद्ध द्वारा अपने शिष्यों को संदेश देते हुए उनके मुख से निकला हुआ शब्द है. यह शब्द आदिकाल से चला आ रहा है और आगे भी रहेगा.
स्वामी प्रसाद ने कहा कि जैसे सूर्य, हवा, पानी और अग्नि है. जैसे सूर्य सभी को प्रकाश देता है. सूर्य अपना प्रकाश देने में हिंदू-मुस्लिम-सिख और ईसाई का भेदभाव नहीं करता है. सूर्य ब्राम्हण-क्षत्रिय-वैश्य और शूद्र को प्रकाश देने में भेदभाव नहीं करता है. इसी तरह हवा, पानी और अग्नि सबको समान रूप से अपनी शक्ति प्रदान करती है. यह सब सनातन है. उन्होंने कहा कि एक बच्चा अपनी मां की कोख से पैदा होता है, ये सनातन है, लेकिन यहां मुख से ब्राम्हण, बाजुओं से क्षत्रिय, जांघ से वैश्य और पैरों से शूद्र पैदा कर देते हैं. यह सब सनातन नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि सनातन वैज्ञानिक, सर्व ग्राही व सबको स्वीकार्य भी है.
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