आगराः मेड इन इंडिया वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थरबाजी की घटनाएं थम नहीं रही हैं. इस बार मथुरा में 160 KM की स्पीड से दौड़ रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी हुई है. जिससे सवार यात्री सहम गए. पत्थरबाजी में ट्रेन की खिड़कियों के शीशे और लुकिंग ग्लास चटक गए. गनीमत यह रही कि एक भी यात्री चोटिल नहीं हुआ है. पत्थरबाजी की जांच के लिए आरपीएफ की एक टीम भाेपाल भेजी गई है. जो ट्रेन के सीसीटीवी चेक करेगी. इसके साथ ही आरपीएफ ने अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है.
लोको पायलट ने बमुश्किल की ट्रेन की गति नियंत्रित
जानकारी के मुताबिक वंदे भारत एक्सप्रेस शुक्रवार शाम अपने निर्धारित समय पर हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से भोपाल के लिए रवाना हुई थी. जब ट्रेन मथुरा के भूतेश्वर स्टेशन और मथुरा कैंट स्टेशन के मध्य 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी. तभी शाम करीब 4:10 बजे किमी नंबर 1398/13 पर वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थर फेंके गए. अधिकांश पत्थर इंजन के लुकिंग ग्लास और कोच नंबर सी-12 की खिड़कियों में लगे. इंजन में पत्थर लगने से लोको पायलट ने किसी तरीके से गति को नियंत्रित की और ट्रेन को मथुरा जंक्शन के सिग्नल पर रोका. करीब 15 मिनट तक वंदे भारत एक्सप्रेस यहां पर खड़ी रही. पत्थर लगाने से लुकिंग ग्लास और कोच की खिड़कियों के शीशे चटक गए. इसके बाद जब वंदे भारत एक्सप्रेस आगरा कैंट स्टेशन पहुंची तो यहां पर जांच की गई.
भोपाल भेजी भेजी एक टीम
आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट अनुभव जैन ने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थर फेंके जाने की घटना मथुरा में हुई है. इस मामले में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है. इस घटना की छानबीन के लिए आरपीएफ की एक टीम को भोपाल रेल मंडल भेजी गई है. जो वंदे भारत एक्सप्रेस में लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग देखकर जांच की जाएगी. जिससे पत्थरबाजी करने की घटना का पता चले.
8 माह में 12 बार ट्रेन पर किया गया पथराव
बता दें कि पीएम मोदी ने एक अप्रैल-2023 को भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन भोपाल से हजरत निजामुद्दीन के मध्य वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. वंदे भारत एक्सप्रेस आठ माह में दौड़ रही है. तब से लेकर अब तक वंदे भारत ट्रेन पर अब तक 12 से अधिक बार पत्थर फेंकने की घटनाएं हुई हैं. इसमें सबसे अधिक घटनाएं पलवल, मथुरा, ग्वालियर और भोपाल के पास हुई हैं.