लखनऊ : उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी उपचुनाव में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल मिलकर चुनाव लड़ेंगे. मैनपुरी लोकसभा और रामपुर विधानसभा सीट पर सपा का प्रत्याशी होगा. वहीं, खतौली विधानसभा सीट पर आरएलडी अपना प्रत्याशी उतारेगा. उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल के बीच सहमति बन चुकी है. अब सपा और रालोद की तरफ से जल्द ही उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जाने को लेकर मंथन किया जा रहा है.
समाजवादी पार्टी के संरक्षक पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट रिक्त हुई है. मैनपुरी संसदीय क्षेत्र से मुलायम सिंह यादव सांसद निर्वाचित हुए थे. उनके निधन के बाद इस सीट पर लोकसभा का उपचुनाव होना है. वहीं रामपुर सदर विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित मोहम्मद आजम खान की हेट स्पीच मामले में एमपी एमएलए कोर्ट ने 3 वर्ष की सजा सुनाई थी. सजा मिलने के बाद विधानसभा की तरफ से उनकी सदस्यता समाप्त करते हुए रामपुर सीट को रिक्त घोषित किया गया है. इसके बाद अब उपचुनाव हो रहा है. इसी तरह मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट से भाजपा से विधायक निर्वाचित विक्रम सैनी की भी मुजफ्फरनगर दंगों के मामले में कोर्ट ने सजा सुनाई थी. इसके बाद उस सीट पर भी अब उपचुनाव होगा.
समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल ने मिलकर यह तय किया है कि उपचुनाव मिलकर लड़ा जाएगा. मैनपुरी संसदीय सीट के उपचुनाव में व रामपुर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी उम्मीदवार उतारेगी. यह दोनों सीटें समाजवादी पार्टी के गढ़ के रूप में जानी जाती रही हैं. मुजफ्फरनगर जाट बहुल सीट है और बीजेपी यहां से 2022 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. जाटलैंड में राष्ट्रीय लोक दल की भी पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है. ऐसे में अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के बीच यह सहमति बनी है कि खतौली सीट पर राष्ट्रीय लोक दल का उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरेगा. उम्मीदवारों के नाम को लेकर दोनों दलों में मंथन किया जा रहा है.
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