ETV Bharat / bharat

राम जन्मभूमि परिसर में बनेंगे 6 और मंदिर, जानें कौन-कौन से देवता विराजेंगे - मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा

अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में छह अलग-अलग देवताओं के लिए समर्पित मंदिर होंगे. राम मंदिर निर्माण समिति द्वारा तैयार अंतिम खाका के अनुसार छह मंदिर सूर्य, गणेश, शिव, दुर्गा, विष्णु और ब्रह्मा को समर्पित होंगे.

be part
be part
author img

By

Published : Sep 13, 2021, 5:09 PM IST

Updated : Sep 13, 2021, 6:13 PM IST

अयोध्या : अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में छह देवाओं के मंदिर होंगे. जिनमें सूर्य देवता सहित गणेश, शिव, दुर्गा, विष्णु और ब्रह्मा को समर्पित मंदिर होंगे. राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा कि देवताओं के ये छह मंदिर राम मंदिर की बाहरी परिधि के साथ-साथ परिसर के भीतर बनाए जाएंगे.

भगवान राम की पूजा के साथ-साथ इन देवताओं की पूजा हिंदू धर्म में भी बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर की नींव का निर्माण जोरों पर है और इसके अक्टूबर के अंत या नवंबर के पहले सप्ताह तक पूरा होने की उम्मीद है.

राम मंदिर के सुपर स्ट्रक्च र के बेस (प्लिंथ) का निर्माण अक्टूबर के अंत से या नवंबर के पहले सप्ताह से नींव भरने के पूरा होने के बाद शुरू होगा. मंदिर परिसर में चार अलग-अलग स्थानों पर मंदिर की संरचना में पत्थरों की ऑन-साइट सेटिंग के लिए चार टावर क्रेन लगाए जाएंगे.

मिश्रा ने कहा कि 120000 वर्ग फुट और 50 फुट गहरे खोदे गए नींव क्षेत्र को अक्टूबर के अंत तक पूरा कर लिए जाने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि मंदिर ट्रस्ट ने नींव को समुद्र तल से 107 मीटर ऊपर लाने के लिए नींव क्षेत्र पर चार अतिरिक्त परतें बनाने का फैसला किया है.

पहले जिस फाउंडेशन में इंजीनियर फिल मैटेरियल की 44 लेयर का इस्तेमाल होता था, उसे अब बढ़ाकर 48 लेयर कर दिया गया है. नींव भरने का काम पूरा होने के बाद फिर से सात फुट के राफ्ट की ढलाई की जाएगी. यह कास्टिंग कंक्रीट से की जाएगी जिसमें सीमेंट का भी इस्तेमाल किया जाएगा.

यह भी पढ़ें-UP Assembly Election : सभी दलों के लिए अयोध्या व राम मंदिर चुनावी समर में खासे अहम

अभी तक सीमेंट का उपयोग इंजीनियर्ड फील्ड सामग्री में नहीं किया जा रहा था बल्कि पत्थर की धूल और फ्लाई ऐश का उपयोग किया जा रहा था.

(आईएएनएस)

अयोध्या : अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में छह देवाओं के मंदिर होंगे. जिनमें सूर्य देवता सहित गणेश, शिव, दुर्गा, विष्णु और ब्रह्मा को समर्पित मंदिर होंगे. राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा कि देवताओं के ये छह मंदिर राम मंदिर की बाहरी परिधि के साथ-साथ परिसर के भीतर बनाए जाएंगे.

भगवान राम की पूजा के साथ-साथ इन देवताओं की पूजा हिंदू धर्म में भी बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर की नींव का निर्माण जोरों पर है और इसके अक्टूबर के अंत या नवंबर के पहले सप्ताह तक पूरा होने की उम्मीद है.

राम मंदिर के सुपर स्ट्रक्च र के बेस (प्लिंथ) का निर्माण अक्टूबर के अंत से या नवंबर के पहले सप्ताह से नींव भरने के पूरा होने के बाद शुरू होगा. मंदिर परिसर में चार अलग-अलग स्थानों पर मंदिर की संरचना में पत्थरों की ऑन-साइट सेटिंग के लिए चार टावर क्रेन लगाए जाएंगे.

मिश्रा ने कहा कि 120000 वर्ग फुट और 50 फुट गहरे खोदे गए नींव क्षेत्र को अक्टूबर के अंत तक पूरा कर लिए जाने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि मंदिर ट्रस्ट ने नींव को समुद्र तल से 107 मीटर ऊपर लाने के लिए नींव क्षेत्र पर चार अतिरिक्त परतें बनाने का फैसला किया है.

पहले जिस फाउंडेशन में इंजीनियर फिल मैटेरियल की 44 लेयर का इस्तेमाल होता था, उसे अब बढ़ाकर 48 लेयर कर दिया गया है. नींव भरने का काम पूरा होने के बाद फिर से सात फुट के राफ्ट की ढलाई की जाएगी. यह कास्टिंग कंक्रीट से की जाएगी जिसमें सीमेंट का भी इस्तेमाल किया जाएगा.

यह भी पढ़ें-UP Assembly Election : सभी दलों के लिए अयोध्या व राम मंदिर चुनावी समर में खासे अहम

अभी तक सीमेंट का उपयोग इंजीनियर्ड फील्ड सामग्री में नहीं किया जा रहा था बल्कि पत्थर की धूल और फ्लाई ऐश का उपयोग किया जा रहा था.

(आईएएनएस)

Last Updated : Sep 13, 2021, 6:13 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.