लखनऊः सोशल मीडिया पर इन दिनों एसडीएम ज्योति मौर्या को लेकर रोज नए-नए खुलासे हो रहीं हैं. इसके साथ ही कई ऐसी खबरें भी चल रहीं हैं जो दावे के विपरीत है. ऐसी ही एक खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है कि एसडीएम ज्योति मौर्या को सस्पेंड कर दिया गया है. आखिर इस दावे में कितना दम है चलिए आगे बताते हैं.
बता दें कि ज्योति मौर्या का पति आलोक मौर्या से पारिवारिक विवाद चल रहा है. उनके सफाई कर्मी पति आलोक मौर्या का आरोप है कि उन्होंने ज्योति को पढ़ा लिखा कर पीसीएस अधिकारी बनाया. अधिकारी बनने के बाद उनके किसी अन्य पुरुष से संबंध हो गए. अब वे तलाक लेना चाहती हैं. दूसरी ओर ज्योति मौर्या के पक्ष में जो तथ्य सामने आ रहे हैं. उनके मुताबिक पति ने खुद को सफाई कर्मचारी बताने की जगह शादी से पहले ग्राम विकास अधिकारी बताया था. उन्होंने धूमनगंज थाने में अपने पति के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है. ज्योति मौर्या के मामले को लेकर सोशल मीडिया पर खबरों की बाढ़ सी आ गई है. इन्हीं के बीच यह खबर भी उड़ी की ज्योति मौर्या को शासन ने सस्पेंड कर दिया है. वास्तव में यह खबर अफवाह भर ही है. ज्योति मौर्या एसडीएम के पद पर कार्यरत हैं. शासन की ओर से ऐसी कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है.
दरअसल, सात जुलाई को एसडीएम ज्योति मौर्या दोपहर करीब 3:00 बजे लखनऊ के लोक भवन में पहुंची थी. वहां उन्होंने अपने जिले के संबंध में एक बैठक में भाग लिया था. उस बैठक में शासन के कई आलाअधिकारी भी मौजूद थे. एसडीएम ज्योति मौर्या बैठक में भाग लेने के बाद तेजी से रवाना हो गईं थीं. हालांकि इस बीच पत्रकारों ने उनसे बात करने की कोशिश की थी लेकिन उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया था. इसके बाद ही यह अफवाह उड़ी थी कि शासन ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है. हकीकत में ऐसी कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है. ज्योति मौर्या एसडीएम के पद पर अभी भी कार्यरत हैं.
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