लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (up assembly elections 2022) में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (sp chief akhilesh yadav) चुनाव लड़ सकते हैं. बता दें कि अखिलेश यादव वर्तमान में आजमगढ़ से सांसद हैं. अगर अखिलेश विधानसभा चुनाव लड़ेंगे तो वह किस सीट से उम्मीदवार होंगे यह अभी साफ नहीं है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक बड़े अभियान की शुरूआत की. उन्होंने कहा था कि सपा '300 यूनिट बिजली पाओ, नाम लिखाओ, छूट ना जाओ' अभियान चलाएगी. सपा कार्यकर्ता इस अभियान के तहत घर-घर पहुंचेंगे.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसके शुभारंभ के दौरान कहा कि नाम लिखाएं और 300 यूनिट बिजली फ्री पाएं. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता बुधवार से प्रदेश में घर-घर जाकर इस अभियान को शुरू करेंगे. इस दौरान सभी जगह पर आनलाइन फार्म भी भरे जाएंगे.
अखिलेश यादव ने कहा कि हम चुनाव आयोग से रथ चलाने की अनुमति मांगेंगे. इसके साथ ही डोर टु डोर और ऑनलाइन अभियान भी चलेगा। उन्होंने खुद की चुनाव की तैयारी करने के बाद इसकी घोषणा कराई। यह भाजपा की चाल है. फिर भी समाजवादी पार्टी और अन्य सहयोगी पार्टियां पूरी तत्परता से डिजिटल प्लेटफॉर्म का प्रयोग करते हुए जनता के बीच पहुंच रही है.
सपा की मान्यता रद करने को लेकर दर्ज याचिका के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि पहले भाजपा की मान्यता रद करें, क्योंकि मुख्यमंत्री पर भी आपराधिक मुकदमा दर्ज है। डिप्टी सीएम पर भी मुकदमा है। सपा के कई लोगों पर झूठे मुकदमे हैं। पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं पर भी मुकदमे दर्ज हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि अब्दुल्ला आजम को फसाने में कांग्रेस और भाजपा दोनों थीं. रामपुर आए एक जिलाधिकारी ने खुद के आउट ऑफ टर्न प्रमोशन के लिए मनमाने तरीके से मुकदमे लगाए. उसी कड़ी में नाहिद हसनहसन पर भी मुकदमा दर्ज हुआ है.
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अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोगों ने किसानों की आय 2022 तक दोगुना करने का वादा किया था पर अभी तक नहीं हुई और जब किसान आंदोलन कर रहे थे, तब वो किसानों को आतंकवादी कह रहे थे। जिन लोगों को किसान आतंकवादी लगते हैं वो अन्न खाना बंद कर दें।