नई दिल्ली : आरएसएस से संबद्ध संगठनों की समन्वय बैठक (Coordination meeting of heads of various organizations) हैदराबाद शुरू हुई. जिसमें भारत केंद्रित शिक्षा, स्वास्थ्य सुधार एवं बच्चों में कुपोषण दूर करने के कार्यक्रमों, देश की आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम, सामाजिक समरसता एवं परिवार प्रबोधन जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी.
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर (RSS All India Prachar Pramukh Sunil Ambekar) ने अपने बयान में कहा कि यह एक समग्र बैठक है जो वर्ष में एक बार होती है. इस बैठक में आज सरसंघचालक मोहन भागवत एवं सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले (Sarsanghchalak Mohan Bhagwat and Sarkaryavah Dattatreya Hosbale) सहित पांच सह सरकार्यवाह एवं अन्य पदाधिकारी हिस्सा ले रहे हैं.
उन्होंने बताया कि बैठक पांच जनवरी से सात जनवरी तक चलेगी और इसमें कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए 36 संगठनों के 216 पदाधिकारी हिस्सा ले रहे हैं. आंबेकर ने कहा कि इस बैठक में निर्णय नहीं लिया जाता है बल्कि संगठनों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है.
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष गुजरात के कर्णावती में यह बैठक आयोजित हुई थी जिसमें भारतीय मजदूर संघ, स्वदेशी जागरण मंच, लघु उद्योग भारती आदि ने देश में रोजगार की स्थिति बेहतर बनाने के बारे में चर्चा की थी. इसमें सरकार की नीतियों एवं जमीनी स्थिति को लेकर भी चर्चा हुई थी.
संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख ने कहा कि इस वर्ष शुरू हुई बैठक में विद्या भारती, एबीवीपी, भारतीय शिक्षा मंडल आदि भारत केंद्रित शिक्षा के बारे में चर्चा करेंगे. इसके अलावा कोविड के दौरान स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने एवं बच्चों में कुपोषण को दूर करने के सेवा भारती के कार्यो के बारे में भी चर्चा होगी.
उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ वर्षो में (साल 2025) संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होंगे. ऐसे में पर्यावरण, परिवार प्रबोधन और सामाजिक समरसता जैसे कार्यक्रमों के बारे में चर्चा की जाएगी.
आंबेकर ने कहा कि संघ से जुड़े संगठन देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर अमृत महोत्सव कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं. 7 जनवरी 2022 को डॉ. मनमोहन वैद्य, सह सरकार्यवाह द्वारा प्रेस वार्ता को संबोधित किया जाएगा. जिसमें बैठक के विचार-विमर्श की जानकारी दी जाएगी.