नई दिल्ली : पेगासस जासूसी कांड को लेकर लगभग सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हैं. बुधवार को संसद भवन के पास विजय चौक पर विपक्षी दलों ने एक सुर में केंद्र सरकार पर हमला बोला. सभी का मत रहा कि केंद्र सरकार पेगासस जासूसी मसले पर सदन में जवाब दे. इससे पहले करीब 14 विपक्षी दलों की इसी मुद्दे पर साझा बैठक हुई, जिसमें पेगासस मामले में सरकार की जबरदस्त घेराबंदी करने की रणनीति बनाई गई.
संसद भवन के पास मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि संसद में विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने सवाल किया कि क्या केंद्र सरकार ने जासूसी करवाई? हां या ना में जवाब दे. राहुल गांधी ने कहा कि जासूसी कांड पर सरकार की सफाई चाहिए. राहुल ने कहा कि कई बड़े पत्रकारं की जासूसी करवाई, मोदी सरकार ने मेरी जासूसी करवाई, जज व पत्रकार की जासूसी कराई गई और सरकार कोई जवाब नहीं दे रही है.
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी ने लोगों के फोन में जासूसी का हथियार डाला. हर दल जासूसी कांड पर चर्चा चाहता है. सवाल पूछा कि लोकतंत्र में जासूसी का हथियार क्यों? कहा कि जासूसी कांड पर सदन में चर्चा कराए सरकार, मेरे खिलाफ पेगासस हथियार इस्तेमाल किया गया.
यह भी पढ़ें-मानसून सत्र 2021 : संसद में विपक्ष का हंगामा, राज्यसभा की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित
राहुल गांधी ने केंद्र पर हमला करते हुए कहा कि हिंदुस्तान के लोकतंत्र पर हमला हुआ है और मोदी सरकार ने लोकतंत्र की आत्मा को चोट पहुंचाई है. राहुल ने साफ तौर पर कहा कि ये प्राइवेसी का मामला नहीं राष्ट्र विरोध का मामला है. वहीं संसद में शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और कृषि कानूनों के मुद्दों पर पूरा विपक्ष एकजुट है और रहेगा.