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Moradabad CA Murder Case: शार्प शूटरों का रात 7 बजे गोली मारने का था प्लान, पर इस वजह से दो घंटे हुए लेट - UP Crime News

घटना को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि शार्प शूटरों को सीए श्वेताभ तिवारी की हर गतिविधि के बारे में जानकारी थी. तभी ऑफिस से निकलते ही बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी और फरार हो गए.

Moradabad CA Murder Case
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Published : Feb 16, 2023, 5:14 PM IST

मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में दिल्ली रोड स्थित एक कॉम्प्लेक्स के बाहर बुधवार की रात चार्टर्ड एकाउंटेंट की गोली मारकर हत्या कर दी गई. चार्टर्ड एकाउंटेंट की हत्या पूरी तरह से प्लान करके की गई थी. हत्या किसने और क्यों कराई अभी पुलिस को इसका तो पता नहीं चला है. लेकिन, इतना तो तय माना जा रहा है कि वारदात को पूरी तरह से प्लान करके शार्प शूटरों के जरिए अंजाम दिया गया. वारदात से पहले सीए श्वेताभ तिवारी के बारे में पूरी जानकारी जुटाई गई. उसकी रेकी की गई थी.

माना जा रहा है कि हत्या करने का स्थान और समय शार्प शूटरों ने सीए का ऑफिस और रात सात बजे का रखा था. इसकी दो वजह हो सकती हैं. पहली तो ये कि शार्प शूटरों को पता था कि सीए श्वेताभ तिवारी रोज रात को सात बजे ऑफिस से निकलता है. दूसरी जो बात थी वह यह कि इन दिनों शादी-ब्याह का माहौल है और सीए श्वेताभ तिवारी के ऑफिस के पास कई बैंक्वेट हॉल हैं. बैंड बाजे की आवाज के बीच गोली की आवाज दबाने के लिए ही हो सकता है ये समय और स्थान शार्प शूटरों ने चुना होगा.

हालांकि, पुलिस ने बदमाशों की पहचान करने के लिए अब तक 80 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले है. सूत्रों के अनुसार बदमाशों के तार उत्तराखंड से जोड़े जा रहे हैं. वहीं सीए श्वेताभ तिवारी के परिजनों का कहना है कि किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. श्वेताभ मुरादबाद से लेकर दिल्ली एनसीआर की कई कंपनियों के काम देखते थे.

सीए श्वेताभ तिवारी सिविल लाइन थाना क्षेत्र के रामगंगा विहार के रहने वाले थे. उनका मझोला थाना क्षेत्र के दिल्ली रोड स्थित बंसल कॉम्प्लेक्स परिसर में ऑफिस था. इसी के बाहर गोली मारकर उनकी हत्या की गई. गोली मारने के बाद बदमाश बाइक से फरार हो गए. कॉम्प्लेक्स के चौकीदार ने जब श्वेताभ तिवारी को जमीन पर पड़ा देखा तो स्थानीय लोगों की मदद से पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां डॉक्टरों ने श्वेताभ तिवारी को मृत घोषित कर दिया.

बैंड बाजे की आवाज में नहीं सुनाई दी गोली की आवाजः श्वेताभ तिवारी के ऑफिस के आसपास कई बैंक्वेट हॉल हैं, जहां शादियों के प्रोग्राम चल रहे थे. बदमाशों ने इस बात का भी फायदा उठाया. बैंड बाजे के शोर में गोली की आवाज दब गई और बदमाश अपना काम करके चले गए. बहुत देर बाद कॉप्लेक्स के गार्ड ने श्वेताभ तिवारी को जमीन पर लहूलुहान पड़ा देखा.

गोली मारने के लिए दो घंटे बदमाशों ने किया इंतजारः श्वेताभ तिवारी अपने ऑफिस से अक्सर सात बजे काम करके घर चले जाते थे. लेकिन, बुधवार की रात 9 बजे तक ऑफिस में काम करते रहे. उसके बाद वह जब ऑफिस से बाहर निकले तभी बदमाशों ने गोली मार दी. यानी, बदमाश उनके ऑफिस के बाहर निकलने का इंतजार कर रहे थे. 2 घंटे देर से निकलने पर बदमाश भी इंतजार करते रहे होंगे.

बदमाशों की तलाश में 80 सीसीटीवी खंगाल चुकी है पुलिस: श्वेताभ तिवारी की गोली मारकर हत्या करने के बाद बदमाश बाइक से हेलमेट लगाकर फरार हो गए. पुलिस ने इसके बाद घटनास्थल से आसपास के क्षेत्रों में लगे अब तक 80 से ज्यादा सीसीटीवी खंगाल चुकी है. कई जगह की डीवीआर भी पुलिस अपने साथ ले गई है. सूत्रों के अनुसार गोली मारने वाले शार्प शूटर हैं. जिनके तार उत्तराखंड से जोड़े जा रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः मुरादाबाद में चार्टर्ड अकाउंटेंट श्वेताभ तिवारी की गोली मारकर हत्या

मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में दिल्ली रोड स्थित एक कॉम्प्लेक्स के बाहर बुधवार की रात चार्टर्ड एकाउंटेंट की गोली मारकर हत्या कर दी गई. चार्टर्ड एकाउंटेंट की हत्या पूरी तरह से प्लान करके की गई थी. हत्या किसने और क्यों कराई अभी पुलिस को इसका तो पता नहीं चला है. लेकिन, इतना तो तय माना जा रहा है कि वारदात को पूरी तरह से प्लान करके शार्प शूटरों के जरिए अंजाम दिया गया. वारदात से पहले सीए श्वेताभ तिवारी के बारे में पूरी जानकारी जुटाई गई. उसकी रेकी की गई थी.

माना जा रहा है कि हत्या करने का स्थान और समय शार्प शूटरों ने सीए का ऑफिस और रात सात बजे का रखा था. इसकी दो वजह हो सकती हैं. पहली तो ये कि शार्प शूटरों को पता था कि सीए श्वेताभ तिवारी रोज रात को सात बजे ऑफिस से निकलता है. दूसरी जो बात थी वह यह कि इन दिनों शादी-ब्याह का माहौल है और सीए श्वेताभ तिवारी के ऑफिस के पास कई बैंक्वेट हॉल हैं. बैंड बाजे की आवाज के बीच गोली की आवाज दबाने के लिए ही हो सकता है ये समय और स्थान शार्प शूटरों ने चुना होगा.

हालांकि, पुलिस ने बदमाशों की पहचान करने के लिए अब तक 80 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले है. सूत्रों के अनुसार बदमाशों के तार उत्तराखंड से जोड़े जा रहे हैं. वहीं सीए श्वेताभ तिवारी के परिजनों का कहना है कि किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. श्वेताभ मुरादबाद से लेकर दिल्ली एनसीआर की कई कंपनियों के काम देखते थे.

सीए श्वेताभ तिवारी सिविल लाइन थाना क्षेत्र के रामगंगा विहार के रहने वाले थे. उनका मझोला थाना क्षेत्र के दिल्ली रोड स्थित बंसल कॉम्प्लेक्स परिसर में ऑफिस था. इसी के बाहर गोली मारकर उनकी हत्या की गई. गोली मारने के बाद बदमाश बाइक से फरार हो गए. कॉम्प्लेक्स के चौकीदार ने जब श्वेताभ तिवारी को जमीन पर पड़ा देखा तो स्थानीय लोगों की मदद से पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां डॉक्टरों ने श्वेताभ तिवारी को मृत घोषित कर दिया.

बैंड बाजे की आवाज में नहीं सुनाई दी गोली की आवाजः श्वेताभ तिवारी के ऑफिस के आसपास कई बैंक्वेट हॉल हैं, जहां शादियों के प्रोग्राम चल रहे थे. बदमाशों ने इस बात का भी फायदा उठाया. बैंड बाजे के शोर में गोली की आवाज दब गई और बदमाश अपना काम करके चले गए. बहुत देर बाद कॉप्लेक्स के गार्ड ने श्वेताभ तिवारी को जमीन पर लहूलुहान पड़ा देखा.

गोली मारने के लिए दो घंटे बदमाशों ने किया इंतजारः श्वेताभ तिवारी अपने ऑफिस से अक्सर सात बजे काम करके घर चले जाते थे. लेकिन, बुधवार की रात 9 बजे तक ऑफिस में काम करते रहे. उसके बाद वह जब ऑफिस से बाहर निकले तभी बदमाशों ने गोली मार दी. यानी, बदमाश उनके ऑफिस के बाहर निकलने का इंतजार कर रहे थे. 2 घंटे देर से निकलने पर बदमाश भी इंतजार करते रहे होंगे.

बदमाशों की तलाश में 80 सीसीटीवी खंगाल चुकी है पुलिस: श्वेताभ तिवारी की गोली मारकर हत्या करने के बाद बदमाश बाइक से हेलमेट लगाकर फरार हो गए. पुलिस ने इसके बाद घटनास्थल से आसपास के क्षेत्रों में लगे अब तक 80 से ज्यादा सीसीटीवी खंगाल चुकी है. कई जगह की डीवीआर भी पुलिस अपने साथ ले गई है. सूत्रों के अनुसार गोली मारने वाले शार्प शूटर हैं. जिनके तार उत्तराखंड से जोड़े जा रहे हैं.

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