बेलगावी: कर्नाटक के बेलगावी जिले के एक चर्च में एक महिला अपने 8 वर्षीय बेटे के ठीक होने की प्रार्थना करने पहुंची, जो कोमा में है. लाचार मां मंगलवार को अपने बेटे के साथ खानापुर तालुका के नंदगड़ा गांव के प्रसिद्ध चर्च में पहुंची और यीशु से अपने बेटे के ठीक होने की प्रार्थना की. नंदगड़ा गांव के प्रवेश द्वार पर एक पहाड़ी की चोटी पर यह चर्च स्थित है. ऐसी मान्यता है कि यहां यीशु की प्रार्थना करने से कोई भी बीमारी ठीक हो सकती है.
दरअसल, उत्तर कन्नड़ जिले के जोइदा तालुक के अंबारदा गांव का एक लड़का शैलेश कृष्ण मस्तिष्क की समस्या के कारण कोमा में है. शैलेश की मां खानपुर तालुक के नंदगड़ा गांव के प्रसिद्ध चर्च में पहुंची और अपने बेटे के ठीक होने की प्रार्थना की. शैलेश अभी कोमा है. पैरालिसिस के कारण शरीर के अधिकांश हिस्सों ने काम करना बंद कर दिया है. परिवार ने कई डॉक्टरों से इलाज कराया, लेकिन शैलेश की सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ. जिसके बाद मां अपने बेटे के साथ चर्च पहुंची और उसके ठीक होने की प्रार्थना की.
वहीं, यह जब खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो कई लोग शैलेश की मदद के लिए आगे आए और उन्होंने शैलेश को अच्छे अस्पताल में भर्ती कराने का फैसला लिया. शैलेश को बेलगावी के यश हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया है. यश अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके पाटिल बच्चे का इलाज कर रहे हैं. फिलहाल बच्चे को गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में रखा गया है.
बच्चे के इलाज का खर्चा 'द बेलगावी फेसबुक फ्रेंड्स सर्किल टीम' उठाएगी. जानकारी मिलने पर डीएचओ ने अस्पताल का दौरा किया और लड़के के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. उन्होंने आश्वासन दिया कि इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. जिला कलेक्टर नितेश पाटिल ने भी बच्चे के स्वास्थ्य जांच का खर्चा देने का वादा किया.
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