मांड्या : कर्नाटक के श्रीरंगपटना में शनिवार को कर्नाटक पुलिस ने हिंदू संगठनों के ऐलान के मद्देनजर मुस्तैदी बढ़ा दी है. कई संगठनों ने श्रीरंगपटना की जामिया मस्जिद में पूजा करने का ऐलान किया था. पूजा करने की योजना बना रहे हनुमान भक्तों और कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए प्रशासन ने मस्जिद और इसके बाद कर्नाटक पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया है.
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने सभी कार्यकर्ताओं से शनिवार को श्रीरंगपटना में एकत्रित होने की अपील की थी. इन संगठनों ने जामिया मस्जिद में प्रवेश करने और वहां पूजा करने का ऐलान करते हुए 'श्रीरंगपटना चलो' का नारा दिया है. हिंदू संगठन की मांग है कि जिला प्रशासन वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद की तर्ज पर जामिया मस्जिद का सर्वेक्षण कराए. उनकी मांग का प्रशासन ने कोई जवाब नहीं दिया था. इसके बाद हिंदू संगठनों ने मस्जिद में पूजा करने का ऐलान कर दिया. श्रीराम सेना के संस्थापक प्रमोद मुतालिक ने भी मस्जिद के सर्वेक्षण में हो रही देरी के विरोध में 'श्रीरंगपटना चलो' आंदोलन को समर्थन दिया है.
सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को श्रीरंगपटना में प्रवेश रोकने की तैयारी की है. हालांकि, उन्हें एक निश्चित जगह तक प्रार्थना करने और भजन गाने की अनुमति होगी. अगर उन्होंने तय स्थान से आगे बढ़ने की कोशिश की तो उनकी गिरफ्तारी भी की जाएगी. इस बीच विश्व हिंदू परिषद के नेता पुनीत ने बताया कि श्रीरंगपटना पहुंचने वाले कार्यकर्ता जामिया मस्जिद में एंट्री नहीं करेंगे, मगर वह सभी शांतिपूर्ण तरीके से भजन गाएंगे. इसके लिए जिला प्रशासन से अनुमति मांगी गई है. उन्होंने कहा कि सरकार को मौके पर आकर स्पष्ट करना होगा कि मस्जिद का सर्वे कब किया जाएगा. अगर प्रशासन सर्वे नहीं करता है तो वह अदालत का दरवाजा खटाखटाएंगे.
जामिया मस्जिद का निर्माण मैसूर के पूर्व शासक टीपू सुल्तान ने करवाया था, लेकिन हिंदू कार्यकर्ताओं का दावा है कि एक हनुमान मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी. मस्जिद-ए-आला के नाम से मशहूर जामिया मस्जिद श्रीरंगपटना किले के अंदर स्थित है. इसका निर्माण 1786-87 में टीपू सुल्तान के शासन काल में हुआ था. मस्जिद में तीन शिलालेख हैं, जिनमें पैगंबर मुहम्मद के नौ नामों का उल्लेख हैं.
(आईएएनएस)
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