लखनऊः पीएम मोदी के यूपी दौरे से एक दिन पहले यानी छह जुलाई को गोरखपुर से कथित IS का आतंकी यूपी एटीएस ने दबोच लिया. यूपी एटीएस की टीम उससे कड़ी पूछताछ कर रही है. पता लगाया जा रहा है कि उसके साथ और कौन-कौन लोग शामिल हैं. पीएम के दौरे से ठीक पहले आतंकी का गिरफ्तार होना कहीं न कहीं आतंकी संगठनों की बढ़ती गतिविधियों की ओर इशारा कर रहा है.
पीएम नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर यूपी आए हैं. उनके गोरखपुर आने से पहले ही यूपी एटीएस को आईएस आतंकी के बारे में सूचना मिली थी. यूपी एटीएम ने इस आतंकी को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आतंकी ने अपना नाम तारिक अतहर बताया है. यूपी एटीएस के मुताबिक वह गोरखपुर में आतंकी गतिविधियों को संचालित कर रहा था.
यूपी एटीएस के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे के ठीक एक दिन पहले गिरफ्तार किए गए आतंकी से कड़ी पूछताछ की जा रही है. आतंकी ने बताया है कि वह आईएस सरगना बगदादी से बेहद प्रभावित है. साथ ही उसने बताया कि वह गोरखपुर सदर का रहने वाला है. वह मुस्लिम युवाओं को भड़ाककर आईएस से जोड़ने का काम कर रहा था ताकि आतंक को ज्यादा से ज्यादा फैलाया जाए. पूछताछ में उसने बताया कि उसने देश भर में मौजूद इस्लामिक स्टेट आफ खुरासान प्रोविंस (आइएसकेपी) जो की आतंकी संगठन ISIS की विंग है उसके सदस्यों को एक्टिव कर दिया था.
यूपी एटीएस के चीफ नवीन अरोड़ा ने बताया कि तारिक अतहर गोरखपुर सदर का रहने वाला है. वह आतंकी अबु बकर अल बगदादी के वीडियोज देखता था और मुस्लिम युवाओं को भड़का कर भारत में जिहाद छेड़ने की तैयारी कर रहा था. तारिक के मोबाइल से एटीएस को आतंकी संगठन ISIS के कई पोस्टर मिले हैं. एटीएस चीफ ने बताया कि तारिक से पूछताछ में सामने आया कि आईएसआईएस मिलिटेंट व उनकी बन्दूके प्रभावित करती है और वह अबु बकर अल बगदादी के वीडियोज भी देखता है. बगदादी से प्रभावित होकर वह मुजाहिद बनकर भारत में जिहाद फैलाकर, शरिया कानून लागू करना चाहता है. इसके लिए उसने आईएसआईएस संगठन की तैयारी भी कर ली थी.
तारिक ने बताया कि उसने व्हाट्सएप, टेलीग्राम और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट में कई ऐसे ग्रुप बनाए हैं जिसमें ISIS की विचारधारा से जुड़े युवाओं को जोड़ रखा है. इसी ग्रुप के जरिए वह युवाओं को जिहाद के लिए तैयार करता था. साथ ही टेलीग्राम के कई ग्रुपो से राष्ट्रविरोधी आपत्तिजनक कन्टेन्ट डाउनलोड कर पढ़ता भी था और लोगों को शेयर भी करता था. वह युवाओं को आतंकी बनाने के लिए सीरिया ले जाने की तैयारी कर रहा था.
नवीन अरोड़ा ने बताया कि तारिक आईएसआईएस के मुजाहिद अबु सईद अल ब्रितानी, अल अदनानी से प्रेरित था. वह हिजरा के महत्व, जिहाद से पहले की तैयारी और जिहाद आदि विषयों पर लिखे गये लेखों का प्रचार प्रसार कर रहा था. पूछताछ में यह भी प्रकाश में आया कि वो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सक्रिय रहकर नवयुवकों को जिहादी विचारधारा से जोड़कर आईएसकेपी का एक मॉड्यूल खड़ा कर उनको जेहाद के देश के बाहर ले जाना चाहता था.
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