हैदराबाद : आर्यन खान को क्रूज ड्रग्स केस में जमानत मिल गई और वह शनिवार को जेल से बाहर आ गए. फिलहाल यह केस आगे चलता रहेगा. अभी तक के घटनाक्रम में ड्रग्स, रेव पार्टी, एनसीबी की जांच और नवाब मलिक के आरोपों पर बहस हुई. इस दौरान आर्यन खान और अनन्या पांडे के बीच हुई वॉट्सएप चैट की खूब चर्चा हुई. सवाल यह है कि दो लोगों के बीच हुई चैट लीक कैसे हुई. इससे पहले 2020 में सुशांत सिंह सुसाइड के बाद रिया चक्रवर्ती की वॉट्सएप चैट इंटरनेट पर धूम मचा चुकी है. जब न्यूज एंकर अर्नब गोस्वामी पर टीआरपी घोटाले का आरोप लगा तो उनका 500 पेज का वॉट्सएप मैसेज लीक हुआ. यह बातचीत अर्नब गोस्वामी और ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी पार्थो गुप्ता के बीच हुई थी.
एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन क्या है?
वॉट्सएप एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का दावा करता है. कंपनी का कहना है कि दो लोगों को बीच साझा किए गए संदेश, फोटो, वीडियो, आवाज संदेश, दस्तावेज और कॉल को कोई तीसरा पक्ष देख या सुन नहीं सकता है. किसी भी ऐप या डिवाइस से इसे रिकॉर्ड नहीं किया जा सकता है. कंपनी अपने 2 अरब उपभोक्ताओं को क्रिप्टोग्राफ़िक प्रोटोकॉल से ही प्राइवेसी प्रदान करती है. कंपनी के अनुसार, जब आप मैसेज में कुछ लिखते हैं तो वह कोड में बदल जाती है और वह कोड दूसरे यूजर के मोबाइल में जाते ही स्क्रिप्ट या मैसेज में बदल जाता है. इसलिए कोई तीसरा पक्ष या हैकर्स, रेकॉर्डिंग मशीन यदि कोड हासिल कर भी लेता है तो मैसेज को पढ़ा नहीं जा सकता है. वॉट्सएप यूजर्स के मैसेज को लॉग को संग्रहित नहीं करता है. 30 दिनों के बाद बिना डिलीवर किए गए मैसेज उसके सर्वर से हटा दिए जाते हैं.
लीक की आशंका, जानिए कहां है लूपहोल
एक्सपर्ट के मुताबिक, अभी तक लीक हुई वॉट्सएप चैट को देखें तो सभी ओरिजिनल नहीं, बल्कि बातचीत का स्क्रीनशॉट है. इसके अलावा फोटो या वीडियो लीक हुए, जिन्हें यूजर ने वॉट्सएप से हासिल करने के बाद किसी दूसरे एप गूगल ड्राइव या आई क्लाउड पर सुरक्षित रख लिया.
एक्सपर्ट के मुताबिक, मैसेज के स्क्रीनशॉट तभी बनाए जा सकते हैं, जब यूजर अपना मोबाइल फोन किसी तीसरे पक्ष को अनलॉक करने के बाद दे दे.
अगर किसी ने मोबाइल फोन की ही क्लोनिंग कर ली है, तो वह ओरिजिनल फोन में वॉटसएप की सामग्री का डेटा कॉपी कर सकता है.
वॉट्सएप चैट एन्क्रिप्टेड हैं लेकिन चैट का बैकअप गूगल ड्राइव या आईक्लाउड पर कुछ दिनों के लिए बना रहता है. अगर बैकअप को डिलीट नहीं किया गया है तो फॉरेंसिक सॉफ्टवेयर से इसे हासिल किया जा सकता है.
इजरायली जासूसी उपकरण पेगासस से भी वॉट्सएप चैट को एक्सेस किया जा सकता है. मगर यह कंपनी सिर्फ सरकार को अपनी सुविधा मुहैया कराती है. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, पेगासस एक क्लाइंट पर नजर रखने के लिए करीब एक लाख अमेरिकन डॉलर चार्ज करती है.
वॉट्सएप कंपनी कोर्ट के आदेश के बाद Google और Apple की मदद से चैट बैकअप सुरक्षा एजेंसियों को मुहैया कराती है. इन बैकअप को फोरेंसिक लैब में डिकोड किया जाता है.
फिर इतने वॉट्सएप चैट लीक कैसे हुई ?
वॉट्सएप से चैट करने वाले सेलिब्रिटी हों या आम लोग. उन्होंने कहीं न कही खुद ही अपनी प्राइवेसी के नियम को दरकिनार किया, इसलिए उनकी चैट्स जगजाहिर हो गई. जैसे रिया चक्रवर्ती के मामले में एनसीबी ने खुलासा किया था कि एक टैलेंट मैनेजमेंट एजेंसी के एक कर्मचारी की मदद से अभिनेत्री की चैट की डिटेल हासिल की गई थी. इसके अलावा जांच एजेंसी ने कानूनी तौर से हर उस सेलिब्रेटी के फोन की पड़ताल की थी, जिसे जांच के लिए चुना गया था. टीआरपी घोटाला मामले में भी मुंबई पुलिस ने पार्थो गुप्ता के फोन की जांच की थी.
मैसेज लीक होने से बचाना है तो क्या करें ?
वॉटसएप चैट् का बैकअप गूगल ड्राइव पर जाता है. आप चैट बैकअप सेटिंग्स में जा कर इसे ऑफ कर दें. इससे एक दिक्कत फोन बदलने पर आएगी. आप पुरानी चैट हिस्ट्री से कुछ भी हासिल नहीं कर सकेंगे. आप अपना फोन किसी भी हालत में अनलॉक कर संदिग्ध व्यक्ति के हाथ में नहीं दें.