नई दिल्ली: हर साल ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है. मंगलवार यानि आज गंगा दशहरा का त्योहार है. इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है. धर्म के जानकारों के अनुसार गंगा दशहरा का शुभ मुहूर्त सोमवार सुबह 11 बजे के बाद से 30 मई यानि मंगलवार दोपहर 1.00 बजकर 7 मिनट माना गया है. उदया तिथि मंगलवार को है, इसलिए इस बार गंगा दशहरा 2023 मंगलवार को मनाया जायेगा.
पृथ्वी पर गंगा-जल सबसे पवित्र माना गया है. धार्मिक मान्यता है कि गंगा दशहरा के दिन ही मां गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं. मां गंगा अवतरण ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि, दिन बुधवार था. उस दिन हस्त नक्षत्र, व्यतिपात, गर और आनंद योग, चंद्रमा, कन्या राशि में और सूर्य, वृषभ राशि में स्थित था. कुल मिलाकर 10 शुभ योग बन रहा था. इसलिए इसी दिन गंगा दशहरा मनाया जाता है और गंगा दशहरा के दिन 10 की संख्या को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इसलिए इस दिन 10 की मात्रा में दान को फलदायी माना गया है. धर्म के जानकारों के अनुसार गंगा दशहरा के दिन शुभ मुहूर्त में स्नान, ध्यान और पूजा-पाठ करने से 10 पापों से मुक्ति मिलती और मान्यता है कि स्वर्ग की प्राप्ति होती है.
धार्मिक विद्वानों के अनुसार भगीरथ की कठिन तपस्या और ब्रह्मा के वरदान के बाद मां गंगा का अवतरण पृथ्वी पर हुआ था. इस कारण इन्हें भागीरथी भी कह जाता है. गंगा नदी भगवान विष्णु के चरणों से निकलती है, इस कारण इन्हें विष्णुपदी भी कहा जाता है.. मान्यता यह भी है कि हिमालय की वादियों और पर्वतीय दुर्गम पहाड़ों से गुजरती हुई माता गंगा, गंगा दशहरा के दिन ही हरिद्वार के ब्रह्म कुंड में समाहित हुईं थीं. गंगा दशहरा के दिन 'हर-हर गंगे' मंत्र का जाप करें. गंगा नदी अगर घर के पास नहीं है तो घर पर साफ पानी से स्नान करें. स्नान के बाद नियमानुसार पूजा करें और जरूरतमंदों को दान करें. 10 की संख्या में दान लाभकारी माना गया है. अन्न, द्रव्य, कपड़ा सहित अन्य वस्तुएं सामर्थ के अनुसार दान करें.
गंगा दशहरा पर इन वस्तुओं का करें दान
गंगा दशहरा के दिन दान-पुण्य का काफी महत्व है. धार्मिक मान्यता है कि इस अवसर पर दान-पुण्य सामान्य दिनों की अपेक्षा कई गुना ज्यादा लाभदायक होगा. इस अवसर पर 10 की संख्या या माप में दान की परंपरा है. धार्मिक विद्वानों के अनुसार गंगा दशहरा के अवसर पर 10 की संख्या में दान करने से भगवान विष्णु की असीम कृपा मिलती है. साथ ही यह दान भी कम से कम 10 की संख्या में जरूरतमंदों को करना चाहिए. इस अवसर पर फल, मेवे, अन्न, धी, नमक, शक्कर, द्रव्य, अन्न, वस्त्र आदि दान करना लाभकारी माना जाता है.