वाराणसीः IIT-BHU में छात्रा के साथ हुई दरिंदगी मामले में वाराणसी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. बताया जा रहा है कि लंका पुलिस ने सुसुवाही (चितईपुर) निवासी एक युवक और उसके दोस्त को हिरासत में लिया है. इस मामले में पुलिस ने 6 युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी. वहीं, अब लंका पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम इस मामले की छानबीन कर रही है. पुलिस हिरासत में लिए गए दो युवकों की तस्वीर पीड़िता को भी दिखाएगी, जिससे उनकी सही पहचान की जा सके. पुलिस हिरासत में लिए गए एक युवक पर पहले से ही कई मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए पीड़िता का बयान दर्ज किया है.
एक आरोपी पर दर्ज हैं कई मुकदमे
IIT-BHU में छात्रा के साथ हुई छेड़खानी से देशभर में हंगामा मचा हुआ है. मामला बड़ा था तो इसको लेकर सरकार से लेकर पुलिस-प्रशासन काफी तेजी से काम कर रहा है. पुलिस के अनुसार पूछताछ के आधार पर सुसुवाही निवासी युवक और उसके दोस्त को उठाया गया है. पुलिस हिरासत में दो युवकों में से एक युवक पर पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं. मारपीट के कई मामलों में उसे चितईपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उस पर गुंडा एक्ट के तहत जिला बदर की कार्रवाई भी हो चुकी है. पुलिस टीम ने शुक्रवार को ये कार्रवाई की है. इसके साथ ही उसके एक दोस्त को भी पकड़कर पूछताछ की जा रही है.
दो दिन पहले भी हुई थी ऐसी ही घटना
IIT-BHU यूथ पार्लियामेंट के सदस्य राघव ने बताया कि घटना के दो दिन पहले भी ऐसी ही घटना हुई थी. ठीक उसी जगह पर छात्रा के साथ छेड़खानी हुई. यूथ पार्लियामेंट के सदस्यों का कहना है कि इस मामले की शिकायत प्रॉक्टोरियल बोर्ड से की गई थी. प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने इस मामले की शिकायत लंका पुलिस से की थी, लेकिन पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद इन आरोपियों के हौसले बुलंद हो गए. उनका कहना है कि ये वही आरोपी थे, जिन्होंने बुधवार की रात को छात्रा के कपड़े उतरवाकर वीडियो बनाया और फोटो ली थी. जब ये मामला दोबारा हुआ तो IIT-BHU के छात्रों में गुस्सा आया और प्रदर्शन करना शुरू कर दिया.
बाइक के नंबर से की जा रही आरोपियों की तलाश
वहीं, बुधवार की घटना को लेकर पुलिस की टीम और बीएचयू प्रशासन की टीम आरोपियों की तलाश में सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही थी. काफी कोशिशों के बाद IIT-BHU में छात्रा का जबरन कपड़ा उतारकर वीडियो बनाने वाले एक आरोपी की पहचान हो गई है. सीसीटीवी की मदद से वाराणसी पुलिस को कुछ जानकारियां मिली हैं. जिस बुलेट बाइक से आरोपी IIT-BHU में दाखिल हुए थे उसका नंबर पुलिस को मिल गया है इसके साथ ही उसके मालिक की भी पहचान हो गई है. अब पुलिस ने आरोपियों की तलाश तेज कर दी है. इसके साथ ही आरोपियों को पकड़ने के लिए 3 अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं.
BHU परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर खर्च होते 11 करोड़
BHU परिसर की सुरक्षा के लिए प्रॉक्टोरियल बोर्ड के पास 11 करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट आता है. इसके साथ ही प्रॉक्टोरियल बोर्ड के पास सुरक्षा के लिए 15 चौकियां, 896 गार्ड और 43 प्रॉक्टर और सुरक्षाधिकारियों की टीम है. इन्हीं गार्डों में से कुछ की ड्यूटी सर सुंदरलाल अस्पताल, ट्रामा सेंटर और राजीव गांधी दक्षिणी परिसर की सुरक्षा व्यवस्था में लगाई जाती है. BHU मुख्य परिसर की निगरानी के लिए लगभग 350 गार्ड बचते हैं. उनकी ड्यूटी दो शिफ्ट में लगाई जाती है. वहीं दूसरी ओर परिसर की निगरानी के लिए लगभग 100 सीसीटीवी कैमरे, कंट्रोल रूम, एक वज्र वाहन, चार बाइक, दो पेट्रोलिंग वाहन और तीन जिप्सी भी हैं.
इन गेटों पर पूरी रात तैनात रहते हैं सुरक्षाकर्मी
बता दें कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सिंहद्वार के अलावा सीर, छित्तूपुर और हैदराबाद गेट रात में खुले रहते हैं. स्थानीय लोगों ने इसे खोले रखने के लिए कई बार विरोध किया था. इसके कारण इन गेटों पर पूरी रात गार्डों की तैनाती की जाती है. वहीं नरिया और करौंदी गेट रात 10 बजे के बाद बंद कर दिए जाते हैं. सर सुंदरलाल अस्पताल परिसर और हैदराबाद गेट के आगे कर्मचारी निवास के लिए दो छोटे गेट हैं. इन गेट से पैदल या साइकिल वाले लोगों को निकला जाता है. इन गेटों पर भी रात में सुरक्षा व्यवस्था लगाई जाती है. वहीं अब IIT-BHU कैंपस की सुरक्षा अब किसी अभेद्द किले की तर्ज पर करने का दावा किया गया है.
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