तेनकासी : तमिलनाडु के सेनगोट्टई में एक बड़ा रेल हादसा होने से पहले टल गया. सेनगोट्टई रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन के कोच में बड़ी दरार देखने को मिली, जिसकी खबर पाकर तुरंत उस कोच को हटाया गया और उसकी मरम्मत की गई. ये ट्रेन कोल्लम-चेन्नई-कोल्लम एक्सप्रेस ट्रेन है. दरअसल, वाणिज्यिक और पर्यटन दोनों उद्देश्यों के लिए रोजाना चेन्नई और केरल के कोल्लम के बीच ट्रेन सेवाएं चल रही हैं. ऐसे में केरल राज्य के कोल्लम से चेन्नई के लिए रोजाना ट्रेन सेवा संचालित की जा रही है.
सोमवार सुबह जब कोल्लम-चेन्नई एक्सप्रेस ट्रेन सेनगोट्टई रेलवे स्टेशन पर पहुंची, तो रेलवे कर्मचारियों ने हमेशा की तरह सेनगोट्टई रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की जांच की. तभी लोको पायलट को एस3 कोच के पहिए के पास दरार नजर आई. इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को तत्काल देते हुए सेनगोट्टई रेलवे स्टेशन पर बोगी में सफर कर रहे यात्रियों को उतार कर टूटे डिब्बे को हटाया गया. बाद में, एक प्रतिस्थापन कोच जोड़ा गया और यात्रियों को इसमें सवार होने की अनुमति दी गई. इस तरह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. दक्षिण रेलवे ने जानकारी दी है कि तमिलनाडु में एक ट्रेन के कोच में दरार आने से एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया है. उक्त कोच की मरम्मत कर दी गई है.
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बता दें कि गत शुक्रवार को ओडिशा के बालासोर स्थित बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर तीन ट्रेनों (दो एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी) की टक्कर के कारण क्षतिग्रस्त पटरियों की मरम्मत के बाद हावड़ा-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस पहली यात्री ट्रेन थी जो दुर्घटनास्थल से गुजरी. शुक्रवार के हादसे में करीब 275 यात्रियों की जान चली गई थी और 1200 से अधिक यात्री घायल हुए. शाम सात बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस पहले से खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी और उसके अधिकतर डिब्बे पटरी से उतर गए थे. कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस के आखिर के कुछ डिब्बों से टकरा गए थे जो उसी समय वहां से विपरीत दिशा से गुजर रही थी.
(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)