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मोदी-ममता मुलाकात : बीएसएफ क्षेत्राधिकार पर हुई बात, बंगाल आने का दिया न्योता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता दिल्ली दौरे पर (Mamata Delhi Visit) हैं. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ममता (Mamata PM Modi Meeting) ने कहा कि उन्होंने बीएसएफ के क्षेत्राधिकार (Mamata BSF Jurisdiction) विस्तार का मुद्दा उठाया. ममता ने प्रधानमंत्री से भेंट के बारे में कहा कि उन्होंने बीएसएफ के फैसले को वापस लेने की मांग की है. इसके अलावा ममता ने पीएम से त्रिपुरा (Mamata Modi Meet Tripura Issue) पर भी बात की. ममता ने पीएम को बंगाल आने का निमंत्रण भी दिया.

ममता मोदी मुलाकात
ममता मोदी मुलाकात
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Published : Nov 24, 2021, 6:04 PM IST

Updated : Nov 24, 2021, 8:04 PM IST

नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee Delhi Visit) ने पीएम मोदी से मुलाकात (Mamata PM Modi Meeting) की. प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान ममता ने बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में विस्तार (Mamata BSF Jurisdiction) का मुद्दा उठाया. ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से बताया कि उन्होंने पीएम से कहा है कि बीएसएफ के संबंध में किया गया फैसला संघीय ढांचे से जुड़ा है. इसलिए इस फैसले को वापस लेना चाहिए. ममता बनर्जी ने पीएम को पश्चिम बंगाल आने का न्योता दिया, जिसे प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया है.

ममता बनर्जी ने बताया कि उन्होंने पश्चिम बंगाल से जुड़े कई मुद्दों पर पीएम मोदी से बात की. उन्होंने बताया कि अम्फान चक्रवात से हुए नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र से आर्थिक मदद को लेकर भी चर्चा हुई. ममता ने बताया कि केंद्र से पश्चिम बंगाल को लगभग 96,655 करोड़ रुपये दिए जाने हैं, लेकिन उन्होंने पीएम से अतिरिक्त पैसों की मदद मांगी है. इस पर पीएम ने ध्यान देने को आश्वस्त किया है.

पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी का बयान

बीएसएफ क्षेत्राधिकार के मुद्दे पर ममता ने बताया कि कानून-व्यवस्था राज्यों का विषय है, लेकिन क्षेत्राधिकार बढ़ने से टकराव की आशंका है. ममता बनर्जी ने बताया कि उन्होंने पीएम मोदी से कहा है कि सीमाओं की सुरक्षा के लिए बीएसएफ पूरी तरह आजाद है. ऐसे में संघीय ढांचे को अनावश्यक रूप से डिस्टर्ब नहीं किया जाए. उन्होंने बताया कि पीएम से बीएसएफ से जुड़े कानून को वापस लेने की बात कही है.

बीएसएफ की मदद के लिए सरकार तैयार
ममता ने अपनी दलीलों के संबंध में कहा कि पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर बीएसएफ की ओर से गोली चलने की बात सामने आई. कूच बिहार जिले में आम नागरिकों के मारे जाने की बात सामने आई. उन्होंने कहा कि मालदा, दक्षिण और उत्तर दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना जिलों में सीमावर्ती इलाके में कई लोगों की मौत हुई है. बीएसएफ को राज्य पुलिस की ओर से मदद के संबंध में ममता ने कहा कि सरकार इसके लिए पूरी तरह तैयार है.

पीएम मोदी से ममता की मुलाकात
पीएम मोदी से ममता की मुलाकात

पश्चिम बंगाल की जूट इंडस्ट्री के बारे में भी ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से बात की. उन्होंने बताया कि जूट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की भूमिका को लेकर पीएम मोदी से जूट उद्योगों पर बात हुई है.

बता दें कि जुलाई, 2021 में भी ममता बनर्जी दिल्ली दौरे (Mamata Banerjee Delhi Visit) पर आई थीं. जुलाई में भी ममता और मोदी की मुलाकात हुई थी. अब छह महीने से भी कम समय में ममता दिल्ली दौरे पर दूसरी बार आईं.

बता दें कि दिल्ली दौरे से पहले सोमवार को कोलकाता में संवाददाताओं से बात करते हुए ममता ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान त्रिपुरा (Mamata Modi Meet Tripura Issue) में हो रहे अत्याचारों के मुद्दे के अलावा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का अधिकार क्षेत्र बढ़ाये जाने की बात भी उठाएंगी.

यह भी पढ़ें- भाजपा को हराना सर्वोच्च प्राथमिकता : ममता बनर्जी

सोमवार को बनर्जी ने यह भी कहा था कि त्रिपुरा में 'पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमले' और एक युवा नेता सायनी घोष की गिरफ्तारी के विरोध में राष्ट्रीय राजधानी में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसदों के धरने में वह शामिल नहीं हो सकेंगी, लेकिन उनके साथ निश्चित तौर पर एकजुटता व्यक्त करेंगी.

(एजेंसी इनपुट)

नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee Delhi Visit) ने पीएम मोदी से मुलाकात (Mamata PM Modi Meeting) की. प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान ममता ने बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में विस्तार (Mamata BSF Jurisdiction) का मुद्दा उठाया. ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से बताया कि उन्होंने पीएम से कहा है कि बीएसएफ के संबंध में किया गया फैसला संघीय ढांचे से जुड़ा है. इसलिए इस फैसले को वापस लेना चाहिए. ममता बनर्जी ने पीएम को पश्चिम बंगाल आने का न्योता दिया, जिसे प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया है.

ममता बनर्जी ने बताया कि उन्होंने पश्चिम बंगाल से जुड़े कई मुद्दों पर पीएम मोदी से बात की. उन्होंने बताया कि अम्फान चक्रवात से हुए नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र से आर्थिक मदद को लेकर भी चर्चा हुई. ममता ने बताया कि केंद्र से पश्चिम बंगाल को लगभग 96,655 करोड़ रुपये दिए जाने हैं, लेकिन उन्होंने पीएम से अतिरिक्त पैसों की मदद मांगी है. इस पर पीएम ने ध्यान देने को आश्वस्त किया है.

पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी का बयान

बीएसएफ क्षेत्राधिकार के मुद्दे पर ममता ने बताया कि कानून-व्यवस्था राज्यों का विषय है, लेकिन क्षेत्राधिकार बढ़ने से टकराव की आशंका है. ममता बनर्जी ने बताया कि उन्होंने पीएम मोदी से कहा है कि सीमाओं की सुरक्षा के लिए बीएसएफ पूरी तरह आजाद है. ऐसे में संघीय ढांचे को अनावश्यक रूप से डिस्टर्ब नहीं किया जाए. उन्होंने बताया कि पीएम से बीएसएफ से जुड़े कानून को वापस लेने की बात कही है.

बीएसएफ की मदद के लिए सरकार तैयार
ममता ने अपनी दलीलों के संबंध में कहा कि पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर बीएसएफ की ओर से गोली चलने की बात सामने आई. कूच बिहार जिले में आम नागरिकों के मारे जाने की बात सामने आई. उन्होंने कहा कि मालदा, दक्षिण और उत्तर दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना जिलों में सीमावर्ती इलाके में कई लोगों की मौत हुई है. बीएसएफ को राज्य पुलिस की ओर से मदद के संबंध में ममता ने कहा कि सरकार इसके लिए पूरी तरह तैयार है.

पीएम मोदी से ममता की मुलाकात
पीएम मोदी से ममता की मुलाकात

पश्चिम बंगाल की जूट इंडस्ट्री के बारे में भी ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से बात की. उन्होंने बताया कि जूट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की भूमिका को लेकर पीएम मोदी से जूट उद्योगों पर बात हुई है.

बता दें कि जुलाई, 2021 में भी ममता बनर्जी दिल्ली दौरे (Mamata Banerjee Delhi Visit) पर आई थीं. जुलाई में भी ममता और मोदी की मुलाकात हुई थी. अब छह महीने से भी कम समय में ममता दिल्ली दौरे पर दूसरी बार आईं.

बता दें कि दिल्ली दौरे से पहले सोमवार को कोलकाता में संवाददाताओं से बात करते हुए ममता ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान त्रिपुरा (Mamata Modi Meet Tripura Issue) में हो रहे अत्याचारों के मुद्दे के अलावा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का अधिकार क्षेत्र बढ़ाये जाने की बात भी उठाएंगी.

यह भी पढ़ें- भाजपा को हराना सर्वोच्च प्राथमिकता : ममता बनर्जी

सोमवार को बनर्जी ने यह भी कहा था कि त्रिपुरा में 'पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमले' और एक युवा नेता सायनी घोष की गिरफ्तारी के विरोध में राष्ट्रीय राजधानी में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसदों के धरने में वह शामिल नहीं हो सकेंगी, लेकिन उनके साथ निश्चित तौर पर एकजुटता व्यक्त करेंगी.

(एजेंसी इनपुट)

Last Updated : Nov 24, 2021, 8:04 PM IST
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