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सोशल मीडिया पर देखी 'मौत से बचने की तरकीब', आजमाने में चली गई छठवीं के छात्र की जान

हमीरपुर में सोशल मीडिया पर मौत से बचने के तरीके पर बने वीडियो देख इसकी नकल करने की कोशिश में छठवीं के छात्र की जान चली गई. घटनास्थल पर मिले मोबाइल की सर्च हिस्ट्री से इसकी जानकारी परिजनों को हुई.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 21, 2023, 6:48 PM IST

हमीरपुर : सोशल मीडिया पर मौत से बचने की रील्स देख जब छठवीं के छात्र ने इसकी नकल करने की कोशिश तो अपनी जान गवां दी. 11 साल के छात्र को घरवाले तत्काल लेकर अस्पताल भागे, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी. घटनास्थल पर मिले मोबाइल की जब सर्च हिस्ट्री चेक की गई तो खुदकुशी तरीके तलाशने की बात सामने आई. पुलिस के मुताबिक उसे इस घटना की सूचना सोशल मीडिया से ही मिली.

स्कूल से आने के बाद मोबाइल पर देख रहा था वीडियो

कस्बे के वार्ड संख्या 18 निवासी अवधेश साहू का पुत्र निखिल उर्फ रज्जू (11) कक्षा छह का छात्र था. गुरुवार दोपहर स्कूल से आने के बाद सोफे पर बैठकर मोबाइल पर वीडियो देख रहा था. उस वक्त मां रूबी घर में नहीं थी. जब वह लौटी तो देखा कि निखिल ने खुदकुशी कर ली है. परिजन उसे लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए. यहां डॉक्टर तरुण पाल ने उसे जांच के बाद मृत घोषित कर दिया. परिजन पुलिस को बगैर सूचित किए शव लेकर घर लौट गए. इस घटना से परिवार में कोहराम मच गया.

मोबाइल की सर्च हिस्ट्री में 'मौत से बचने का तरीका'

घटनास्थल पर मिले मोबाइल की जब सर्च हिस्ट्री चेक की गई तो सभी हैरान रह गए. बताते हैं कि इसमें 'नमक से जहर बनाना', 'मौत से बचने का तरीका' से जुड़ीं रील्स थीं. इसी आधार पर आशंका है कि किशोर ने वीडियो देखने के बाद इसे आजमाने की कोशिश की और जान गंवा बैठा. बच्चे की मौत से पिता अवधेश साहू, मां रूबी, भाई गौरव, बहन तान्या का रो-रोकर बुरा हाल है. बसपा नेता जयकरण सिंह ने घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया. वहीं इस मामले में सुमेरपुर थाना प्रभारी राम आसरे ने बताया कि पुलिस को इसकी जानकारी सोशल मीडिया के जरिए ही मिली.

यह भी पढ़ें : दिमाग दुरूस्त रखना है तो सोशल मीडिया से रहें दूर, जानें क्या कहते हैं वैज्ञानिक

यह भी पढ़ें : Break From All...सोशल मीडिया-मोबाइल से ब्रेक लेने जा रहे 'लियो' निर्देशक लोकेश कनगराज, बताई ये बड़ी वजह

हमीरपुर : सोशल मीडिया पर मौत से बचने की रील्स देख जब छठवीं के छात्र ने इसकी नकल करने की कोशिश तो अपनी जान गवां दी. 11 साल के छात्र को घरवाले तत्काल लेकर अस्पताल भागे, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी. घटनास्थल पर मिले मोबाइल की जब सर्च हिस्ट्री चेक की गई तो खुदकुशी तरीके तलाशने की बात सामने आई. पुलिस के मुताबिक उसे इस घटना की सूचना सोशल मीडिया से ही मिली.

स्कूल से आने के बाद मोबाइल पर देख रहा था वीडियो

कस्बे के वार्ड संख्या 18 निवासी अवधेश साहू का पुत्र निखिल उर्फ रज्जू (11) कक्षा छह का छात्र था. गुरुवार दोपहर स्कूल से आने के बाद सोफे पर बैठकर मोबाइल पर वीडियो देख रहा था. उस वक्त मां रूबी घर में नहीं थी. जब वह लौटी तो देखा कि निखिल ने खुदकुशी कर ली है. परिजन उसे लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए. यहां डॉक्टर तरुण पाल ने उसे जांच के बाद मृत घोषित कर दिया. परिजन पुलिस को बगैर सूचित किए शव लेकर घर लौट गए. इस घटना से परिवार में कोहराम मच गया.

मोबाइल की सर्च हिस्ट्री में 'मौत से बचने का तरीका'

घटनास्थल पर मिले मोबाइल की जब सर्च हिस्ट्री चेक की गई तो सभी हैरान रह गए. बताते हैं कि इसमें 'नमक से जहर बनाना', 'मौत से बचने का तरीका' से जुड़ीं रील्स थीं. इसी आधार पर आशंका है कि किशोर ने वीडियो देखने के बाद इसे आजमाने की कोशिश की और जान गंवा बैठा. बच्चे की मौत से पिता अवधेश साहू, मां रूबी, भाई गौरव, बहन तान्या का रो-रोकर बुरा हाल है. बसपा नेता जयकरण सिंह ने घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया. वहीं इस मामले में सुमेरपुर थाना प्रभारी राम आसरे ने बताया कि पुलिस को इसकी जानकारी सोशल मीडिया के जरिए ही मिली.

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