देहरादून (उत्तराखंड): सीबीएसई यानी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के रीजनल कार्यालय देहरादून ने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के 10 स्कूलों की 10वीं और 12वीं की मान्यता समाप्त कर दी है. ये सभी स्कूल जनरल मान्यता के आधार पर संचालित हो रहे थे. इन सभी स्कूलों में बोर्ड परीक्षाओं को नियमित तौर पर नहीं कराया जा रहा था और न ही मान्यता के नियमों को पूरा किया गया था. जिसके चलते सीबीएससी ने इन स्कूलों पर कार्रवाई करते हुए उनकी मान्यता रद्द कर दी है.
वहीं, सीबीएसई के संयुक्त सचिव एफिलिएशन की ओर से इस संबंध में उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के इन 10 स्कूलों की मान्यता रद्द करने के आदेश भी जारी कर दिए हैं. जारी आदेश की कॉपी दोनों राज्यों के शिक्षा विभाग के साथ ही सीबीएसई के देहरादून रीजनल क्षेत्रीय अधिकारी रणवीर सिंह को भी दी गई है. आदेश में कहा गया है कि इन 10 स्कूलों में से कुछ स्कूल पिछले कुछ सालों से नियमित रूप से बोर्ड परीक्षाएं नहीं करवा रहे थे, जो कि मान्यता की शर्तों का उल्लंघन है.
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इसके साथ ही कई अन्य चरण की बोर्ड परीक्षा और मान्यता के नियम शर्तों का उल्लंघन हो रहा था. सीबीएसई के रीजनल ऑफिसर रणवीर सिंह ने इन सभी स्कूलों की मान्यता रद्द करने की पुष्टि की है. डॉक्टर रणवीर सिंह का कहना है कि जिन स्कूलों की मान्यता रद्द की गई है, उन स्कूलों में कक्षा 9 वीं से लेकर कक्षा 12वीं तक कोई छात्र अध्ययनरत नहीं थे. जबकि ये सभी सीनियर सेकेंडरी स्कूल थे, जो पहले से ही चल रहे थे, लेकिन पिछले तीन सालों से कोई छात्र नहीं थे. जिसके चलते इनकी मान्यता रद्द कर दी गई.
इन स्कूलों की मान्यता रद्द
- बीर शीबा रेजिडेंशियल स्कूल, किच्छा, उधम सिंह नगर
- स्प्रिंग डेल स्कूल, काठगोदाम, हल्द्वानी
- बाल भारती सीनियर सेकेंड्री स्कूल, रानीपुर, हरिद्वार
- न्यू हॉरिजन इंटरनेशनल स्कूल, मालसी, देहरादून
- गणेश दत्त सरस्वती विद्या मंदिर, उत्तरकाशी
- आरएमपी स्पोर्ट्स एकेडमी, नारसन, हरिद्वार
- श्री डीडी छिनवाल पब्लिक स्कूल, रामनगर, नैनीताल
- रामशरण सिंह विद्यालय, बिजनौर, उत्तर प्रदेश
- परम पब्लिक स्कूल, नजीबाबाद रोड, बिजनौर, उत्तर प्रदेश
- देव ऋषि विद्यापीठ, शाहदाबीर, शाहपुर, मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश