नई दिल्ली : एक के बाद एक ताबड़तोड़ तीन प्रेस कॉन्फ्रेंस, जगह वही भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय मुख्यालय दीनदयाल उपाध्याय मार्ग, मगर मुद्दे अलग और निशाने पर अलग-अलग पार्टियों और राज्य सरकारी. जी हां भारतीय जनता पार्टी ने हाल के दिनों में काफी आक्रामक रूप अख्तियार कर लिया है और वह विपक्षी पार्टियों के भ्रष्टाचार या लापरवाही से संबंधित किसी भी मुद्दे पर चुप नहीं रहना चाहती, यहां तक कि राज्य के मुद्दों को भी अब राष्ट्रीय मुख्यालय से उठाया जा रहा है, ताकि भ्रष्टाचार के मामलों पर ज्यादा से ज्यादा प्रकाश डाला जा सके.
पार्टी ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी और कांग्रेस समेत झारखंड की सोरेन सरकार पर भी जमकर हमला बोला. पंजाब में हुई प्रधानमत्री की सुरक्षा में चूक पर आई रिपोर्ट हो या फिर पेगासस मामले में सरकार को क्लीन चिट मिलना, यही नहीं आबकारी पर दिल्ली सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले बीजेपी ने केजरीवाल के राजघाट जाने पर, राजघाट में गंगाजल से शुद्धता अभियान चलाने की घोषणा भी कर डाली. केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस के शासन में पंजाब में हुई प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक पर चीफ जस्टिस की ओर से पढ़ी गई रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस से जवाब मांगा. उन्होंने कांग्रेस की तत्कालीन सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए पार्टी की राज्य सरकार और तत्कालीन मुख्यमंत्री की लापरवाही और नीयत पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेतृत्व से सवाल किया.
उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व से सवाल करते हुए उनकी नीयत पर सवाल उठाए. पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पेगासस पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश एनवी रमन्ना की रिपोर्ट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी ने जानबूझकर तूफान खड़ा किया था, जिसका एक ही मकसद था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत को बदनाम करना. उन्होंने ये भी आरोप लगाया की देश में कुछ बुद्धिजीवी और स्वयंसेवी संस्थाओं एक ही उद्देस्य है, नरेंद्र मोदी के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाना, लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट की बनाई एक्सपर्ट कमिटी ने ऐसे 29 फोन जिनमें पेगासस की आशंका जताई गई थी, उसपर जांच की करवाई की गई तो इनमे से किसी भी फोन में पेगासस वायरस नहीं मिला, जबकि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने पीएम और सरकार के खिलाफ अभियान छेड़ते हुए सांसद को भी चलने नहीं दिया था. उन्होंने कहा कि क्या राहुल गांधी देश से माफी मांगेंगे.
यही नहीं पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और सांसद प्रवेश वर्मा ने केजरीवाल पर आबकारी नीति में हुए घोटालों से संबंधित फिर से सवाल दागे.आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह उनके विधायकों को तोड़ रही है और उनका उन्हीं के कुछ विधायकों से संपर्क नहीं हो पाया. सुधांशु त्रिवेदी ने शोले फिल्म के डायलॉग से केजरीवाल की मिलान कर दी. साथ ही ये भी कहा कि हमें सत्य जानना है, स्वांग मत रचिए अरविंद केजरीवाल तरह तरह के और जल्दी शराब नीति पर जवाब दीजिए. उन्होंने यहांतक कहा कि हम बार-बार प्रश्न पूछ रहे दिल्ली की आबकारी नीति पर और केजरीवाल अद्भुत उदाहरण दे रहे हैं राजघाट जाकर.
बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने तो यहां तक घोषणा कर दी कि हम और हमारे कार्यकर्ता राजघाट पर जाकर गंगाजल से उसे पवित्र करेंगे. क्योंकि ऐसे लोग जो मार्च में कोविड फैला और ऐसे समय में नई शराब नीति लेकर आए और तब ऐसी टिपण्णी की की. मार्च में कोविड फैला तो हमारा क्या लेना देना था, हम तो शराब नीति लेकर आएंगे, ऐसे लोगों ने आज राजघाट पर जाकर बापू की समाधि का अनादर किया है और बीजेपी उसका शुद्धिकरण करेगी.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के क्रम में बीजेपी ने यहतक घोषणा की, कि केजरीवाल अगर बता दें कि उनके कौन कौन से विधायक नहीं मिल रहे तो उन्हें बीजेपी ढूंढ कर, बीजेपी विधानसभा पहुंचा देगी, मगर ना वो नाम विधायकों की बता पा रहे न ही ये बता पा रहे की कौन से बीजेपी नेता ने फोन किया. शोले फिल्म में जय वीरू की वार्तालाप के समान झूठ है केजरीवाल के वायदे. बहरहाल अलग अलग मुद्दे लेकिन निशाने पर विपक्षी पार्टियां और सरकार. सत्ताधारी पार्टी सवाल कर रही और इन पार्टियों के भ्रष्टाचार और लापरवाही के मामलों को जोर शोर से उजागर कर रही ताकि राज्य और लोकसभा के चुनाव तक ये मुद्दे ज्वलंत रहें.
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