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पीएम मोदी बोले- कोरोना ने दिखाया एक सोर्स पर निर्भर होना खतरनाक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डेनमार्क की पीएम मेटे फ्रेडरिकसेन ने एक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन आयोजित किया. इसकी मेजबानी भारत द्वारा की गई.

पीएम मोदी और डेनमार्क की पीएम
पीएम मोदी और डेनमार्क की पीएम
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Published : Sep 28, 2020, 4:49 PM IST

Updated : Sep 28, 2020, 7:20 PM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डेनमार्क की पीएम मेटे फ्रेडरिकसेन ने एक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन आयोजित किया. इसकी मेजबानी भारत द्वारा की गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोविड 19 ने दिखाया है कि ग्लोबल सप्लाई चेन्स का किसी भी सिंगल सोर्स (एकमात्र स्त्रोत) पर अत्याधिक निर्भर होना खतरे से भरा है. हम जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर सप्लाई चेन में विविधता और लचीलापन लाने के लिए काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने एक समान सोच वाले देशों से इस कोशिश से जोड़ने की अपील की.

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ महीनों की घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमारे जैसे समान विचार वाले देशों के लिए यह कितना महत्वपूर्ण है, जो एक साथ काम करने के लिए एक नियम-आधारित, पारदर्शी, मानवीय और लोकतांत्रिक मूल्य-प्रणाली साझा करते हैं.

कुछ महीने पहले फोन पर हमारी बहुत उपयोगी बात हुई हमने कई क्षेत्रों में भारत और डेनमार्क के बीच सहयोग बढ़ाने के बारे में चर्चा की थी.यह प्रसन्नता का विषय है कि आज हम इस वर्चुअल समिट के माध्यम से इन इरादों को नई दिशा और गति दे रहे हैं.

पीएम मोदी और प्रधानमंत्री फ्रेडेरिकसेन की बीच द्विपक्षीय वार्ता

पीएम ने कहा कि कोरोना ने दिखाया है कि ग्लोबल सप्लाई चैन का किसी एक श्रोत पर अत्यधिक निर्भर होना जोखिम से भरा है. हम जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिल कर विविध सप्लाई चैन और लचीलता के लिए काम कर रहें हैं.

उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में मेरा मानना है कि हमारी वर्चुअल समिट ना सिर्फ भारत-डेनमार्क संबंधों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी. बल्कि वैश्विक चुनौतियों के प्रति भी एक साझा अपरोच बनाने में मदद करेगी.

इस बीच पीएम मोदी ने डच पीएम को उनकी शादी के लिए बधाई देते हुए कहा, 'मैं आपको आपकी शादी की बधाई देता हूं. मुझे उम्मीद है कि जल्द ही कोरोना की स्थिति सुधरने के बाद, हमें आपके और आपके परिवार का भारत में स्वागत करने का मौका मिलेगा. मुझे यकीन है कि आपकी बेटी को फिर से भारत आने के लिए उत्सुक होगी.

इस पर पीएम फ्रेडेरिकसेन ने जवाब दिया कि मेरे परिवार को बधाई के लिए बहुत बहुत धन्यवाद! मेरी बेटी एक बार फिर से भारत आना पसंद करेगी और मेरा परिवार भी भारत आना पसंद करेगा.

बता दें कि शनिवार को भारत और डेनमार्क ने बौद्धिक संपदा अधिकारों (IPR) के क्षेत्र में सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान तथा प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सहयोग बढ़ाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए थे.

पढ़ें - पीएम मोदी और डेनमार्क की पीएम के बीच होगा वर्चुअल शिखर सम्मेलन

MOU का उद्देश्य अधिकारियों, व्यवसायों और अनुसंधान तथा शैक्षणिक संस्थानों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुभवों व ज्ञान के आदान-प्रदान के माध्यम से दोनों देशों के बीच बौद्धिक संपदा सहयोग को बढ़ाना है.

साथ ही प्रशिक्षण कार्यक्रमों, विशेषज्ञों के आदान-प्रदान, तकनीकी आदान-प्रदान एवं आउटरीच गतिविधियों में सहयोग करना है.

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डेनमार्क की पीएम मेटे फ्रेडरिकसेन ने एक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन आयोजित किया. इसकी मेजबानी भारत द्वारा की गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोविड 19 ने दिखाया है कि ग्लोबल सप्लाई चेन्स का किसी भी सिंगल सोर्स (एकमात्र स्त्रोत) पर अत्याधिक निर्भर होना खतरे से भरा है. हम जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर सप्लाई चेन में विविधता और लचीलापन लाने के लिए काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने एक समान सोच वाले देशों से इस कोशिश से जोड़ने की अपील की.

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ महीनों की घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमारे जैसे समान विचार वाले देशों के लिए यह कितना महत्वपूर्ण है, जो एक साथ काम करने के लिए एक नियम-आधारित, पारदर्शी, मानवीय और लोकतांत्रिक मूल्य-प्रणाली साझा करते हैं.

कुछ महीने पहले फोन पर हमारी बहुत उपयोगी बात हुई हमने कई क्षेत्रों में भारत और डेनमार्क के बीच सहयोग बढ़ाने के बारे में चर्चा की थी.यह प्रसन्नता का विषय है कि आज हम इस वर्चुअल समिट के माध्यम से इन इरादों को नई दिशा और गति दे रहे हैं.

पीएम मोदी और प्रधानमंत्री फ्रेडेरिकसेन की बीच द्विपक्षीय वार्ता

पीएम ने कहा कि कोरोना ने दिखाया है कि ग्लोबल सप्लाई चैन का किसी एक श्रोत पर अत्यधिक निर्भर होना जोखिम से भरा है. हम जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिल कर विविध सप्लाई चैन और लचीलता के लिए काम कर रहें हैं.

उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में मेरा मानना है कि हमारी वर्चुअल समिट ना सिर्फ भारत-डेनमार्क संबंधों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी. बल्कि वैश्विक चुनौतियों के प्रति भी एक साझा अपरोच बनाने में मदद करेगी.

इस बीच पीएम मोदी ने डच पीएम को उनकी शादी के लिए बधाई देते हुए कहा, 'मैं आपको आपकी शादी की बधाई देता हूं. मुझे उम्मीद है कि जल्द ही कोरोना की स्थिति सुधरने के बाद, हमें आपके और आपके परिवार का भारत में स्वागत करने का मौका मिलेगा. मुझे यकीन है कि आपकी बेटी को फिर से भारत आने के लिए उत्सुक होगी.

इस पर पीएम फ्रेडेरिकसेन ने जवाब दिया कि मेरे परिवार को बधाई के लिए बहुत बहुत धन्यवाद! मेरी बेटी एक बार फिर से भारत आना पसंद करेगी और मेरा परिवार भी भारत आना पसंद करेगा.

बता दें कि शनिवार को भारत और डेनमार्क ने बौद्धिक संपदा अधिकारों (IPR) के क्षेत्र में सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान तथा प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सहयोग बढ़ाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए थे.

पढ़ें - पीएम मोदी और डेनमार्क की पीएम के बीच होगा वर्चुअल शिखर सम्मेलन

MOU का उद्देश्य अधिकारियों, व्यवसायों और अनुसंधान तथा शैक्षणिक संस्थानों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुभवों व ज्ञान के आदान-प्रदान के माध्यम से दोनों देशों के बीच बौद्धिक संपदा सहयोग को बढ़ाना है.

साथ ही प्रशिक्षण कार्यक्रमों, विशेषज्ञों के आदान-प्रदान, तकनीकी आदान-प्रदान एवं आउटरीच गतिविधियों में सहयोग करना है.

Last Updated : Sep 28, 2020, 7:20 PM IST
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