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सीमा पर बन रहे माहौल के बीच वायुसेना के लिए राफेल गेमचेंजर : रक्षा मंत्री

राफेल लड़ाकू विमानों को आज औपचारिक रूप से वायुसेना में शामिल किया गया. फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में अंबाला एयरबेस पर राफेल विमान को वायुसेना में शामिल किया गया. समारोह की शुरुआत में सर्वधर्म प्रार्थना भी की गई. इस अवसर लड़ाकू विमानों ने अंबाला (हरियाणा) के एयरफोर्स स्टेशन से करतब दिखाए. इसके अलावा सुखोई-30, ध्रुव हेलीकॉप्टर टीम सारंग, जगुआर और अन्य लड़ाकू विमानों ने भी हैरतअंगेज करतब दिखाए. रक्षा मंत्री राजनाथ ने इस लम्हे को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि राफेल वायुसेना के लिए गेमचेंजर साबित होगा. पढ़ें विस्तार से...

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राफेल लड़ाकू विमान
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Published : Sep 10, 2020, 8:07 AM IST

Updated : Sep 10, 2020, 1:28 PM IST

नई दिल्ली/अंबाला : राफेल लड़ाकू विमानों को आज भारतीय वायुसेना में औपचारिक रूप से शामिल किया गया. इस ऐतिहासिक अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ ही फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली भी मौजूद रहीं. वायुसेना में शामिल किए जाने के मौके पर हरियाणा के अंबाला में एयरफोर्स स्टेशन पर 17 गोल्डन एरो स्क्वॉड्रन के पायलटों ने राफेल विमानों के साथ कलाबाजियां दिखाईं. राफेल को वायुसेना में शामिल करने से पहले सर्वधर्म प्रार्थना की गई. रक्षा मंत्री राजनाथ ने कहा कि राफेल का वायुसेना में शामिल होना भारत-फ्रांस संबंध में मजबूती का प्रमाण है. उन्होंने कहा कि हमारी सीमा पर बन रहे माहौल को देखते हुए राफेल विमानों को शामिल किया जाना अहम है.

11:25 AM

राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राफेल इंडक्शन सेरेमनी में फ्रांसीसी रक्षा मंत्री की मौजूदगी के लिए वह पूरे देश की ओर से उनका स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है, और इस मौके पर पूरा देश गौरवान्वित है. उन्होंने कहा कि राफेल का वायुसेना में शामिल होना भारत और फ्रांस के प्रगाढ़ संबंधों का प्रमाण है.

राजनाथ सिंह ने इस मौके पर सशस्त्र बलों और देश की जनता को भी बधाई दी. उन्होंने कहा कि आतंकवाद से लड़ाई तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार के संबंध में भारत और फ्रांस के विचार समान हैं.

राफेल के वायुसेना के बेड़े में शामिल होने पर रक्षा मंत्री का संबोधन

भारत की बढ़ती सैन्य क्षमता के मद्देनजर राजनाथ ने कहा, हिंद-प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र में हमारी भूमिका लगातार बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि भारत की जिम्मेदारी उसकी क्षेत्रीय सीमा तक सीमित नहीं है; हम हिंद-प्रशांत, हिंद महासागर क्षेत्र में शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं.

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा प्रधानमंत्री मोदी के लिए बड़ी प्राथमिकता है. बदलते समय के साथ हमें खुद को तैयार रखना होगा.

रक्षा मंत्री ने कहा कि राफेल विमानों को शामिल किया जाना सीमा सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का उदाहरण है. उन्होंने कहा कि हमारी सीमा पर बन रहे माहौल को देखते हुए राफेल विमानों को शामिल किया जाना अहम है.

बकौल राजनाथ, 'राफेल को दुनिया भर में सर्वश्रेष्ठ में से एक माना जाता है, राफेल सौदा भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण है.'

11:13 AM

राफेल को वाटर कैनन से वाटर सैल्यूट दिया गया.

राफेल को दिया गया वाटर सैल्यूट

10:48 AM

वायुसेना के विमानों ने एयर शो शुरू किया. विमानों ने हैरतअंगेज करतब का प्रदर्शन किया. इसके बाद वायुसेना के अलग-अलग विमानों से फ्लाईपास्ट किया गया.

राफेल के इंडक्शन में भारतीय वायुसेना के जवानों ने दिखाए हैरतअंगेज करतब

स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस ने भी राफेल के शामिल होने के पहले अपने कौशल और शौर्य का प्रदर्शन किया.

अंबाला एयरबेस पर आयोजित समारोह में वायुसेना के विमान ने दिखाए करतब

10:27 AM

राफेल को वायुसेना में शामिल किए जाने के पहले अंबाला एयरबेस पर सर्वधर्म प्रार्थना की गई.

राफेल को वायुसेना में शामिल किए जाने के पहले सर्वधर्म प्रार्थना

धर्मगुरुओं ने सर्वधर्म प्रार्थना की.

rafale
वायुसेना में राफेल के शामिल होने के पहले सर्वधर्म प्रार्थना

10:25 AM

राजनाथ सिंह ने रिमोट कंट्रोल के जरिए राफेल का अनावरण किया. इसी के साथ यह लड़ाकू विमान वायुसेना में शामिल हो गया.

10:18 AM

राफेल के कार्यक्रम के लिए राजनाथ सिंह अंबाला एयरबेस पहुंचे. कार्यक्रम में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया भी मौजूद रहे.

अंबाला पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ व अन्य लोग

09:33 AM

रक्षा मंत्री राजनाथ और फ्लोरेंस पार्ली अंबाला रवाना हुए.

अपने फ्रांसीसी समकक्ष के साथ नई दिल्ली से अंबाला रवाना हुए राजनाथ सिंह

09:25 AM

एयरपोर्ट पर फ्लोरेंस पार्ली ने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया.

09:14 AM

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी फ्रांसीसी समकक्ष फ्लोरेंस पार्ली से भेंट की.

rajnath
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्लोरेंस पार्ली से की मुलाकात

08.35 AM

फ्रांस की रक्षा मंत्री दिल्ली के पालम हवाईअड्डे पर उतर चुकी हैं. वह थोड़ी ही देर में राफेल के लिए अंबाला एयरबेस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचेंगी.

भारत दौरे पर पहुंचीं फ्रांस की रक्षा मंत्री

08.00 AM

अंबाला एयरबेस पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. राफेल विमानों को वायुसेना में शामिल किए जाने से ठीक पहले की तस्वीरें सामने आई हैं.

  • #WATCH Rafale fighter aircraft at the Indian Air Force station in Ambala, today morning. Defence Minister Rajnath Singh will formally induct the five Rafale fighter aircraft into the Indian Air Force, today. pic.twitter.com/aM8JVkXdQm

    — ANI (@ANI) September 10, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

राफेल विमानों के अलावा सुखोई-30 एमकेआई, जगुआर और अन्य श्रेणी के विमान भी करतब दिखाएंगे. जगुआर और सुखोई-30 एरो फार्मेशन में एक साथ समारोह स्थल पर उड़ेंगे. इस समारोह के लिए राफेल विमान के पायलट पांचों विमानों के साथ अभ्यास कर रहे हैं.

इस मौके पर राफेल विमान आकाश में कलाबाजियां करेगा. जिसकी दमदार एंट्री दुश्मन देश के रोंगटे खड़े कर देगी.

उड़ान भरते हुए राफेल विमान
उड़ान भरते हुए राफेल विमान

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले की सुरक्षा के मद्देनजर अंबाला एयरफोर्स स्टेशन के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सेना की हथियारबंद टुकड़ियां बाजारों और मुख्य रास्तों पर गश्त कर रही हैं.

अंबाला में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त, जानकारी देते संवाददाता

राफेल विमान की खासियत

  • दुनिया के सबसे ताकतवर लडाकू विमानों में शुमार राफेल एक मिनट में 60 हजार फीट की ऊंचाई तक पहुंच सकता है.
  • यह विमान एक मिनट में 2,500 राउंड फायरिंग की क्षमता रखता है.
  • इसकी अधिकतम स्पीड 2,130 किमी/ घंटा है और यह 3,700 किमी तक मारक क्षमता रखता है.
  • इस विमान में एक बार में 24,500 किलो तक का वजन ले जाया जा सकता है, जो कि पाकिस्तान के एफ-16 से 5,300 किलो ज्यादा है.
  • राफेल न सिर्फ फुर्तीला है, बल्कि इससे परमाणु हमला भी किया जा सकता है. पाकिस्तान के सबसे ताकतवर फाइटर जेट एफ-16 और चीन के जे-20 में भी यह खूबी नहीं है.
    राफेल विमान की खासियत
    राफेल विमान की खासियत

हवा से लेकर जमीन तक हमला करने की काबिलियत रखने वाले राफेल में तीन तरह की मिसाइलें लगेंगी. हवा से हवा में मार करने वाली मीटियोर मिसाइल, हवा से जमीन में मार करने वाली स्कॉल्प मिसाइल और तीसरी है हैमर मिसाइल. इन मिसाइलों से लैस होने के बाद राफेल काल बनकर दुश्मनों पर टूट पड़ेगा.

द गोल्डन एरोज स्क्वॉड्रन को मिलेगी कमान
राफेल विमानों का यह बेड़ा वायुसेना की 17वीं स्क्वॉड्रन को सौंपा जाएगा. इस स्क्वॉड्रन को द गोल्डन एरोज (The Golden Arrows) के नाम से जाना जाता है. इस स्क्वॉड्रन का बड़ा गौरवशाली इतिहास है. अंबाला के एयरफोर्स स्टेशन में स्थित यह वही स्क्वॉड्रन है, जिसने 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तानी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था. तब इस स्क्वॉड्रन की कमांड पूर्व एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ के हाथों में थी. तव वह इस स्क्वॉड्रन के विंग कमांडर थे. 17वीं स्क्वॉड्रन के बमवर्षक में मिग-21 प्रमुख रूप से शामिल थे.

जब देश में मिग-21 विमानों की दुर्घटना ज्यादा होने लगी तो इस विमान को वायुसेना से बाहर किया जाने लगा. इसके बाद 2016 में इस स्क्वाड्रन को भंग कर दिया था, लेकिन राफेल मिलने के साथ ही इस स्क्वाड्रन को फिर से सक्रिय किया गया है. सितंबर 2019 में द गोल्डन एरोज को एक बार फिर से बहाल कर दिया गया. सरकार ने फैसला किया कि नए राफेल लड़ाकू विमानों की तैनाती यहीं पर की जाएगी. इसी के साथ ही हवा के यह जांबाज राफेल की ताकत से लैस होकर देश की हिफाजत करने को फिर से तैयार हैं.

यह भी पढ़ें- बेहद खास है राफेल, जानिए अंबाला एयरबेस को ही क्यों सौंपी गई कमान?

भारत ने फ्रांस से 36 राफेल विमान खरीदे हैं, जिसमें से पांच विमान आ चुके हैं और बाकी विमानों की आपूर्ति 2021 के अंत तक पूरी हो जाएगी. भारतीय वायुसेना में राफेल की एंट्री के साथ ही अब कोई भी मुल्क भारत की ओर नजर उठाकर देखने से पहले 10 बार सोचेगा.

नई दिल्ली/अंबाला : राफेल लड़ाकू विमानों को आज भारतीय वायुसेना में औपचारिक रूप से शामिल किया गया. इस ऐतिहासिक अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ ही फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली भी मौजूद रहीं. वायुसेना में शामिल किए जाने के मौके पर हरियाणा के अंबाला में एयरफोर्स स्टेशन पर 17 गोल्डन एरो स्क्वॉड्रन के पायलटों ने राफेल विमानों के साथ कलाबाजियां दिखाईं. राफेल को वायुसेना में शामिल करने से पहले सर्वधर्म प्रार्थना की गई. रक्षा मंत्री राजनाथ ने कहा कि राफेल का वायुसेना में शामिल होना भारत-फ्रांस संबंध में मजबूती का प्रमाण है. उन्होंने कहा कि हमारी सीमा पर बन रहे माहौल को देखते हुए राफेल विमानों को शामिल किया जाना अहम है.

11:25 AM

राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राफेल इंडक्शन सेरेमनी में फ्रांसीसी रक्षा मंत्री की मौजूदगी के लिए वह पूरे देश की ओर से उनका स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है, और इस मौके पर पूरा देश गौरवान्वित है. उन्होंने कहा कि राफेल का वायुसेना में शामिल होना भारत और फ्रांस के प्रगाढ़ संबंधों का प्रमाण है.

राजनाथ सिंह ने इस मौके पर सशस्त्र बलों और देश की जनता को भी बधाई दी. उन्होंने कहा कि आतंकवाद से लड़ाई तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार के संबंध में भारत और फ्रांस के विचार समान हैं.

राफेल के वायुसेना के बेड़े में शामिल होने पर रक्षा मंत्री का संबोधन

भारत की बढ़ती सैन्य क्षमता के मद्देनजर राजनाथ ने कहा, हिंद-प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र में हमारी भूमिका लगातार बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि भारत की जिम्मेदारी उसकी क्षेत्रीय सीमा तक सीमित नहीं है; हम हिंद-प्रशांत, हिंद महासागर क्षेत्र में शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं.

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा प्रधानमंत्री मोदी के लिए बड़ी प्राथमिकता है. बदलते समय के साथ हमें खुद को तैयार रखना होगा.

रक्षा मंत्री ने कहा कि राफेल विमानों को शामिल किया जाना सीमा सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का उदाहरण है. उन्होंने कहा कि हमारी सीमा पर बन रहे माहौल को देखते हुए राफेल विमानों को शामिल किया जाना अहम है.

बकौल राजनाथ, 'राफेल को दुनिया भर में सर्वश्रेष्ठ में से एक माना जाता है, राफेल सौदा भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण है.'

11:13 AM

राफेल को वाटर कैनन से वाटर सैल्यूट दिया गया.

राफेल को दिया गया वाटर सैल्यूट

10:48 AM

वायुसेना के विमानों ने एयर शो शुरू किया. विमानों ने हैरतअंगेज करतब का प्रदर्शन किया. इसके बाद वायुसेना के अलग-अलग विमानों से फ्लाईपास्ट किया गया.

राफेल के इंडक्शन में भारतीय वायुसेना के जवानों ने दिखाए हैरतअंगेज करतब

स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस ने भी राफेल के शामिल होने के पहले अपने कौशल और शौर्य का प्रदर्शन किया.

अंबाला एयरबेस पर आयोजित समारोह में वायुसेना के विमान ने दिखाए करतब

10:27 AM

राफेल को वायुसेना में शामिल किए जाने के पहले अंबाला एयरबेस पर सर्वधर्म प्रार्थना की गई.

राफेल को वायुसेना में शामिल किए जाने के पहले सर्वधर्म प्रार्थना

धर्मगुरुओं ने सर्वधर्म प्रार्थना की.

rafale
वायुसेना में राफेल के शामिल होने के पहले सर्वधर्म प्रार्थना

10:25 AM

राजनाथ सिंह ने रिमोट कंट्रोल के जरिए राफेल का अनावरण किया. इसी के साथ यह लड़ाकू विमान वायुसेना में शामिल हो गया.

10:18 AM

राफेल के कार्यक्रम के लिए राजनाथ सिंह अंबाला एयरबेस पहुंचे. कार्यक्रम में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया भी मौजूद रहे.

अंबाला पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ व अन्य लोग

09:33 AM

रक्षा मंत्री राजनाथ और फ्लोरेंस पार्ली अंबाला रवाना हुए.

अपने फ्रांसीसी समकक्ष के साथ नई दिल्ली से अंबाला रवाना हुए राजनाथ सिंह

09:25 AM

एयरपोर्ट पर फ्लोरेंस पार्ली ने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया.

09:14 AM

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी फ्रांसीसी समकक्ष फ्लोरेंस पार्ली से भेंट की.

rajnath
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्लोरेंस पार्ली से की मुलाकात

08.35 AM

फ्रांस की रक्षा मंत्री दिल्ली के पालम हवाईअड्डे पर उतर चुकी हैं. वह थोड़ी ही देर में राफेल के लिए अंबाला एयरबेस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचेंगी.

भारत दौरे पर पहुंचीं फ्रांस की रक्षा मंत्री

08.00 AM

अंबाला एयरबेस पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. राफेल विमानों को वायुसेना में शामिल किए जाने से ठीक पहले की तस्वीरें सामने आई हैं.

  • #WATCH Rafale fighter aircraft at the Indian Air Force station in Ambala, today morning. Defence Minister Rajnath Singh will formally induct the five Rafale fighter aircraft into the Indian Air Force, today. pic.twitter.com/aM8JVkXdQm

    — ANI (@ANI) September 10, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

राफेल विमानों के अलावा सुखोई-30 एमकेआई, जगुआर और अन्य श्रेणी के विमान भी करतब दिखाएंगे. जगुआर और सुखोई-30 एरो फार्मेशन में एक साथ समारोह स्थल पर उड़ेंगे. इस समारोह के लिए राफेल विमान के पायलट पांचों विमानों के साथ अभ्यास कर रहे हैं.

इस मौके पर राफेल विमान आकाश में कलाबाजियां करेगा. जिसकी दमदार एंट्री दुश्मन देश के रोंगटे खड़े कर देगी.

उड़ान भरते हुए राफेल विमान
उड़ान भरते हुए राफेल विमान

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले की सुरक्षा के मद्देनजर अंबाला एयरफोर्स स्टेशन के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सेना की हथियारबंद टुकड़ियां बाजारों और मुख्य रास्तों पर गश्त कर रही हैं.

अंबाला में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त, जानकारी देते संवाददाता

राफेल विमान की खासियत

  • दुनिया के सबसे ताकतवर लडाकू विमानों में शुमार राफेल एक मिनट में 60 हजार फीट की ऊंचाई तक पहुंच सकता है.
  • यह विमान एक मिनट में 2,500 राउंड फायरिंग की क्षमता रखता है.
  • इसकी अधिकतम स्पीड 2,130 किमी/ घंटा है और यह 3,700 किमी तक मारक क्षमता रखता है.
  • इस विमान में एक बार में 24,500 किलो तक का वजन ले जाया जा सकता है, जो कि पाकिस्तान के एफ-16 से 5,300 किलो ज्यादा है.
  • राफेल न सिर्फ फुर्तीला है, बल्कि इससे परमाणु हमला भी किया जा सकता है. पाकिस्तान के सबसे ताकतवर फाइटर जेट एफ-16 और चीन के जे-20 में भी यह खूबी नहीं है.
    राफेल विमान की खासियत
    राफेल विमान की खासियत

हवा से लेकर जमीन तक हमला करने की काबिलियत रखने वाले राफेल में तीन तरह की मिसाइलें लगेंगी. हवा से हवा में मार करने वाली मीटियोर मिसाइल, हवा से जमीन में मार करने वाली स्कॉल्प मिसाइल और तीसरी है हैमर मिसाइल. इन मिसाइलों से लैस होने के बाद राफेल काल बनकर दुश्मनों पर टूट पड़ेगा.

द गोल्डन एरोज स्क्वॉड्रन को मिलेगी कमान
राफेल विमानों का यह बेड़ा वायुसेना की 17वीं स्क्वॉड्रन को सौंपा जाएगा. इस स्क्वॉड्रन को द गोल्डन एरोज (The Golden Arrows) के नाम से जाना जाता है. इस स्क्वॉड्रन का बड़ा गौरवशाली इतिहास है. अंबाला के एयरफोर्स स्टेशन में स्थित यह वही स्क्वॉड्रन है, जिसने 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तानी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था. तब इस स्क्वॉड्रन की कमांड पूर्व एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ के हाथों में थी. तव वह इस स्क्वॉड्रन के विंग कमांडर थे. 17वीं स्क्वॉड्रन के बमवर्षक में मिग-21 प्रमुख रूप से शामिल थे.

जब देश में मिग-21 विमानों की दुर्घटना ज्यादा होने लगी तो इस विमान को वायुसेना से बाहर किया जाने लगा. इसके बाद 2016 में इस स्क्वाड्रन को भंग कर दिया था, लेकिन राफेल मिलने के साथ ही इस स्क्वाड्रन को फिर से सक्रिय किया गया है. सितंबर 2019 में द गोल्डन एरोज को एक बार फिर से बहाल कर दिया गया. सरकार ने फैसला किया कि नए राफेल लड़ाकू विमानों की तैनाती यहीं पर की जाएगी. इसी के साथ ही हवा के यह जांबाज राफेल की ताकत से लैस होकर देश की हिफाजत करने को फिर से तैयार हैं.

यह भी पढ़ें- बेहद खास है राफेल, जानिए अंबाला एयरबेस को ही क्यों सौंपी गई कमान?

भारत ने फ्रांस से 36 राफेल विमान खरीदे हैं, जिसमें से पांच विमान आ चुके हैं और बाकी विमानों की आपूर्ति 2021 के अंत तक पूरी हो जाएगी. भारतीय वायुसेना में राफेल की एंट्री के साथ ही अब कोई भी मुल्क भारत की ओर नजर उठाकर देखने से पहले 10 बार सोचेगा.

Last Updated : Sep 10, 2020, 1:28 PM IST
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