ETV Bharat / bharat

काशी के मेहमान बन भारतीय संस्कृति के मुरीद हुए विदेशी सैलानी, हाथों पर रचाई मेंहदी

उत्तर प्रदेश में धर्म नगरी के नाम से मशहूर काशी में इन दिनों रौनक देखने को मिल रही है. सावन महीने के मद्देनजर इन दिनों वाराणसी में काफी संख्या में विदेशी लोग आ रहे हैं. लोग भारतीय संस्कृति के प्रति अपना प्रेम भी जाहिर कर रहे हैं. जानें क्या कुछ कर रहे हैं विदेशी सैलानी...

काशी में विदेशियों ने हाथों पर लगाई मेंहदी.
author img

By

Published : Jul 14, 2019, 8:41 PM IST

वाराणसी: धर्म की नगरी काशी में हर त्यौहार का एक अपना ही अलग रंग होता है. काशी एक ऐसी नगरी है जहां हर त्यौहार को काशीवासी कुछ ऐसे अंदाज मनाते हैं. इसे देखने सात समुंदर पार से विदेशी सैलानी खींचे चले जाते है.

वाराणसी में सावन के महीने को सेलिब्रेट करने के लिए सात समंदर पार से आए विदेशी मेहमान भी यहां के पारंपरिक रीति-रिवाज में डालते नजर आ रहे हैं.

पढ़ें: लखनऊः रेलवे इंजीनियर्स ने कबाड़ से बना दिया राफेल का स्केल डाउन मॉडल

सावन महीना शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं ऐसे में हर तरफ सावन की तैयारियां जोरों पर हैं. महिलाएं श्रृंगार के लिए हाथों में मेहंदी लगा रही हैं. तो वहीं, विदेशों से आये लोग भी भारतीय संस्कृति और परंपरा के प्रति प्रेम दिखाते हुए हाथों पर मेहंदी लगवा रहे हैं.

विदेशी महिला सैलानियों का कहना है कि हम हिंदुस्तान की संस्कृति को देखने और समझने के लिए आए हैं और हाथ पर मेहंदी लगाकर बेहद खुशी हो रही है. हम इस वक्त भारत में है और यहां की संस्कृति से रूबरू हो रहे हैं. हमें यहां का खानपान जगह और परंपराएं बेहद पसंद आ रही है और हमारा पूरा ग्रुप इस पल को बेहद इंजॉय कर रहा है.

वाराणसी: धर्म की नगरी काशी में हर त्यौहार का एक अपना ही अलग रंग होता है. काशी एक ऐसी नगरी है जहां हर त्यौहार को काशीवासी कुछ ऐसे अंदाज मनाते हैं. इसे देखने सात समुंदर पार से विदेशी सैलानी खींचे चले जाते है.

वाराणसी में सावन के महीने को सेलिब्रेट करने के लिए सात समंदर पार से आए विदेशी मेहमान भी यहां के पारंपरिक रीति-रिवाज में डालते नजर आ रहे हैं.

पढ़ें: लखनऊः रेलवे इंजीनियर्स ने कबाड़ से बना दिया राफेल का स्केल डाउन मॉडल

सावन महीना शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं ऐसे में हर तरफ सावन की तैयारियां जोरों पर हैं. महिलाएं श्रृंगार के लिए हाथों में मेहंदी लगा रही हैं. तो वहीं, विदेशों से आये लोग भी भारतीय संस्कृति और परंपरा के प्रति प्रेम दिखाते हुए हाथों पर मेहंदी लगवा रहे हैं.

विदेशी महिला सैलानियों का कहना है कि हम हिंदुस्तान की संस्कृति को देखने और समझने के लिए आए हैं और हाथ पर मेहंदी लगाकर बेहद खुशी हो रही है. हम इस वक्त भारत में है और यहां की संस्कृति से रूबरू हो रहे हैं. हमें यहां का खानपान जगह और परंपराएं बेहद पसंद आ रही है और हमारा पूरा ग्रुप इस पल को बेहद इंजॉय कर रहा है.

Intro:वाराणसी। धर्म की नगरी काशी में हर त्यौहार का एक अपना ही अलग रंग होता है। काशी एक ऐसी नगरी है जहां हर त्यौहार को काशीवासी कुछ ऐसे अंदाज मनाते हैं। जिसे देखने सात समुंदर पार से विदेशी सैलानी खींचे चले जाते है। अगर बात करें सावन की तो यह महीना बेहद खास होता है। इस महीने में जिस तरीके से मौसम सुहाना होता है और बारिश होती है वैसे ही महिला श्रृंगार भी इस महीने में विशेष करती हैं और महिलाओं का ये श्रृंगार बिना मेहंदी के अधूरा होता है। भारतीय महिलाओं के साथ साथ विदेशी महिलाओ को भी इस वक्त भारतीय मेहंदी खूब भा रही हैं।




Body:VO 1:- वाराणसी में सावन के महीने को सेलिब्रेट करने के लिए सात समुंदर पार से आए विदेशी मेहमान भी यहां के पारंपरिक रीति-रिवाज में डालते नजर आ रहे हैं। सावन महीना शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं ऐसे में हर तरफ सावन के तैयारियां जोरों पर हैं। महिलाएं श्रृंगार के लिए हाथों में मेहंदी लगा रही है तो इन त्यौहार को सेलिब्रेट करने के लिए आए विदेशी महिला पर्यटक भी हर्षोल्लास के साथ भारतीय संस्कृति और परंपरा को समझते हुए अपने हाथों पर मेरी लगवा रहे हैं। विदेशी महिला सैलानियों का कहना है कि हम हिंदुस्तान की संस्कृति को देखने और समझने के लिए आए हैं और हाथ पर मेहंदी लगाकर बेहद खुशी हो रही है। हम इस वक्त भारत में है और यहां की संस्कृति से रूबरू हो रहे हैं। हमें यहां का खानपान जगह और परंपराएं बेहद पसंद आ रही है और हमारा पूरा ग्रुप इस पल को बेहद इंजॉय कर रहा है।

बाइट: बलरे, न्यूयॉर्क (सैलानी)
बाइट: मयिनेल, कैलिफ़ोर्निया (सैलानी)


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.