रामपुर : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान को मिली वाई श्रेणी की सुरक्षा गुरुवार को यूपी पुलिस के सुरक्षा विभाग की ओर से हटा ली गई थी. कहा गया था कि अब आजम को वाई श्रेणी सुरक्षा की जरूरत नहीं है. सुरक्षा वापस लिए जाने से समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में नाराजगी थी. वहीं इस वाकये के अगले दिन शुक्रवार को फिर से सुरक्षा बहाल कर दी गई. इस मामले में सपा जिलाध्यक्ष समेत अन्य पार्टी नेताओं का हस्ताक्षरयुक्त पत्र भी सामने आया है. इसमें मामले में कोई साजिश होने की आशंका जताई गई है.
सपा ने साजिश का लगाया आरोप : समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गोयल सहित कई सपा नेताओं के हस्ताक्षर वाले इस पत्र के जरिए साजिश रचने की बात कही गई है. बताया गया है कि आजम की सुरक्षा में जो सुरक्षाकर्मी तैनात हैं, उनके पास 100 साल पुरानी कार्बाइन गन है. आजम के भ्रमण के दौरान बीच रास्ते से ही उनकी वाई श्रेणी की सुरक्षा हटा ली गई थी. इसके बाद शुक्रवार की सुबह एक गनर आजम खान के आवास पर भेजकर सुरक्षा वापस किए जाने की मौखिक जानकारी दी गई. जिस तरह से हड़बड़ी एवं घबराहट में सुरक्षा वापस की गई और चंद घंटों बाद उसको बहाल भी कर दिया गया, यह किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा करती है.
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जांच कराने की मांग : पत्र में आगे कहा गया है कि जरूर उत्तर प्रदेश सरकार के संज्ञान में ऐसी कोई जानकारी या सूचना होगी. जिससे सरकार को यह मालूम पड़ गया होगा कि आजम खान एवं उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा पर संकट है. इसी कारण सुरक्षा बहाल की गई. इसकी गहन जांच एवं खुलासे की जरूरत है. इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संसार सिंह का कहना है कि हमने शासन को एक पत्र लिखा कि आजम खान को सुरक्षा वापस दे दी जाए, इसके बाद उन्हें सुरक्षा प्रदान कर दी गई है.
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