नई दिल्ली : अडाणी मामले पर कथित तौर पर बड़ा खुलासा करने के बाद अमेरिकी शॉर्ट सेल कंपनी हिंडनबर्ग ने ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी पर अपनी रिपोर्ट प्रकाशित की है. इसमें हिंडनबर्ग ने दावा किया है कि डोर्सी की कंपनी ने अपने यूजर की संख्या को बढ़ा चढ़ाकर दिखाया है. इस रिपोर्ट के आते ही डोर्सी की कंपनी ब्लॉक इंक के शेयर भाव में 20 फीसदी की गिरावट आ गई.
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Block—How Inflated User Metrics and "Frictionless" Fraud Facilitation Enabled Insiders To Cash Out Over $1 Billionhttps://t.co/pScGE5QMnX $SQ
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हिंडनबर्ग ने दावा किया है कि जैक डोर्सी की कंपनी जहां कहीं भी काम कर रही है, वह अपने आंकड़ों को गलत तरीके से दर्शा रही है. उसके अनुसार कंपनी वहां की सरकारों और कस्टमर्स, दोनों के साथ फ्रॉड कर रही है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि डोर्सी की कंपनी बढ़ाचढ़ाकर आंकड़े दिखाती है, और इस तरह से वह निवेशकों की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास कर रही है. इसी आधार पर डोर्सी की कंपनी हाई फीस भी वसूल लेती है. हिंडनबर्ग के अनुसार उसने इन तथ्यों का पता लगाने के लिए दो साल तक अध्ययन किया. उसने यह भी बताया कि डोर्सी की कंपनी के पूर्व कर्मचारियों ने उनके साथ जानकारियां साझा की हैं.
हिंडनबर्ग का दावा है कि डोर्सी की कंपनी के कैश ऐप के प्रोग्राम में कमियां हैं. डोर्सी कंपनी ब्लॉक इंक एक टेक फर्म है. उन्होंने 2009 में इस कंपनी की स्थापना की थी. इसका मार्केट कैप 44 बिलियन डॉलर है. वह ट्वीटर के को-फाउंडर भी रहे हैं. हिंडनबर्ग के फाउंडर नाथन एंडरसन हैं.
इससे पहले हिंडनबर्ग ने अडाणी ग्रुप पर बड़े खुलासे करने का दावा किया था. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडाणी समूह की संपत्ति में भारी गिरावट हुई. उनका इवैलुएशन 60 फीसदी तक कम हो चुका है. भी तक अडाणी ग्रुप इस रिपोर्ट की छाया से नहीं उबर पाया है. हालांकि, गौतम अडाणी ने खुद ही इन सारे आरोपों से इनकार किया था. संसद में भी इस मामले पर गतिरोध बना हुआ है. विपक्षी दलों ने अडाणी मामले पर जेपीसी की मांग की है. सरकार ने इससे साफ तौर पर इनकार किया है.
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