जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव कराने की मांग को लेकर अड़े छात्रों ने सोमवार को कुलपति सचिवालय में अनोखा प्रदर्शन किया. छात्रों को सचिवालय से बाहर निकालने के लिए लाठी-डंडे लेकर पहुंची पुलिस के सामने छात्रों ने अपने कपड़े उतार दिए और डंडे मारने की अपील की. यही नहीं, छात्रों ने पुलिसकर्मियों के सामने हाथ जोड़कर उनके पैर पकड़ लिए और कहा कि ये यूनिवर्सिटी कैंपस है और यहां छात्रों को उनके गुरुजन से मिलने से कोई नहीं रोक सकता है. छात्र कैंपस के अंदर प्रोटेस्ट कर रहे हैं न कि सड़क पर.
वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आरोप लगाया कि सरकार विधानसभा चुनाव से पहले छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई की हार से डर रही है. उनको लगता है कि इन चुनावों में उन्हें विधानसभा चुनाव का आइना दिख जाएगा. वर्तमान में एनएसयूआई सभी 15 विश्वविद्यालय में हार रही है. इसलिए सरकार छात्र संघ चुनाव कराने से डर रही है. उधर, छात्रसंघ चुनाव पर बैन लगने के बाद यूनिवर्सिटी के मुख्य द्वार पर छात्र नेता भूख हड़ताल पर भी बैठ गए हैं. जिसमें कांग्रेस से जुड़े छात्र संगठन एनएसयूआई के छात्र नेता भी शामिल हैं, जो सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं.
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भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों में महेश चौधरी, राहुल महल, मोहित यादव, सोनू बैरवा, हरफूल चौधरी सहित कई छात्रनेता शामिल हैं. साथ ही छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन की नाकामी के चलते छात्र संघ चुनाव पर बैन लगाया गया है. इसका खामियाजा छात्र शक्ति और राजनीति के पहली सीढ़ी पर खड़े छात्र नेताओं को भुगतना पड़ रहा है.
जोधपुर में भी विरोध : राजस्थान सरकार द्वारा प्रदेश में छात्र संघ चुनाव पर रोक लगाई जाने के विरोध में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. सोमवार को जोधपुर के जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय के सामने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने सरकार के इस निर्णय का पुरजोर विरोध किया. कार्यकर्ताओं का कहना था कि सरकार लिंगदोह कमेटी की सिफारिशें लागू करवाना चाहती है, लेकिन गत चुनाव में सरकार की पार्टी के लोग ही नियमों की धज्जियां उड़ा रहे थे, तब सरकार और मुख्यमंत्री को लिंगदोह कमेटी की सिफारिश क्यों नहीं याद आई. विद्यार्थी परिषद के नेताओं ने कहा कि हम चाहते हैं लिंगदोह कमेटी की सिफारिशें लागू की जाए और प्रभावी नियंत्रण से छात्र संघ के चुनाव करवाए जाएं.
धरी रह गईं तैयारियां : जोधपुर के जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में छात्र संघ के चुनाव में घमासान मचता है. जाटों और राजपूतों के बीच चुनाव होता है. इसके चलते चुनाव से कई महीने पहले यहां पोस्टर वॉर शुरू हो जाता है. इस बार भी पूरे शहर में होर्डिंग लग गए. इसमें एबीवीपी और एनएसयूआई के संभावित प्रत्याशी भी शामिल थे, लेकिन सरकार के निर्णय ने सभी तैयारियों पर पानी फेर दिया.