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MP Assembly Elections : एमपी में सीटें मांगने पर कांग्रेस ने अखिलेश यादव को नकारा, कहा- UP में पार्टी को किसी बैसाखी की जरूरत नहीं

मप्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के द्वारा सपा को सीटें नहीं दिए जाने को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश (SP chief Akhilesh Yadav) के बयान को कांग्रेस ने नकार दिया है. पार्टी ने कहा है कि उसे यूपी में किसी बैसाथी की जरूरत नहीं है, बल्कि हम अपने बल पर राष्ट्रीय चुनाव लड़ेंगे. पढ़िए ईटीवी बारत के वरिष्ठ संवाददाता अमित अग्निहोत्री की रिपोर्ट... (MP Assembly Elections, Congress snubs Akhilesh Yadav)

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 20, 2023, 3:43 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को कड़ा संदेश देते हुए कहा है कि वह उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर जमीन तैयार करेगी. पार्टी ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों (2024 Lok Sabha polls) के लिए उसे किसी बैसाखी की जरूरत नहीं है. बता दें कि कांग्रेस और सपा दोनों ही इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं जिसका लक्ष्य राष्ट्रीय चुनावों में भाजपा से मुकाबला करना है.

दोनों पार्टियों के रिश्तों में हाल ही में उस समय खटास आ गई जब कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र की छह विधानसभा सीटें सपा के साथ साझा करने से मना कर दिया. इसको लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव (SP chief Akhilesh Yadav) ने तब कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें नहीं पता था कि इंडिया गठबंधन केवल लोकसभा चुनावों के लिए है. उन्होंने कहा कि राज्य चुनावों के लिए नहीं, 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा होगा तब देखेंगे.

अखिलेश ने यूपी कांग्रेस के नए अध्यक्ष अजय राय ( UP Congress chief Ajay Rai) की भी आलोचना करते हुए कहा कहा था कि कांग्रेस पार्टी को अपने छोटे नेताओं से अहम मामलों पर बता नहीं करने का आग्रह करना चाहिए. इस संबंध में कांग्रेस के एआईसीसी सचिव और यूपी के प्रभारी प्रदीव नरवाल (AICC secretary in charge of UP Pradeep Narwal) ने बताया कि सपा प्रमुख के द्वारा राज्य इकाई प्रमुख के खिलाफ की गई टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि वह पूर्व मुख्यमंत्री हैं और उन्हें अपने शब्दों की चयन सावधानी से करना चाहिए. नरवाल ने कहा कि सपा केवल यूपी तक सीमित है और उनका राष्ट्रीय प्रमुख उनकी राज्य इकाई के प्रमुख की तरह है. कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है और हमारी राय हमारी राज्य इकाई के प्रमुख एक बड़े नेता है.

कांग्रेस नेता ने कहा कि बेंगलुरु और मुंबई में इंडिया गठबंधन की बैठकों में भाग लेने वाले सपा प्रमुख को पता होना चाहिए था कि गठबंधन केवल 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए है. उन्होंने कहा कि वह अब यह नहीं कह सकते कि उन्हें यह पता नहीं था, वह वहां मौजूद थे.

कांग्रेस नेता नरवाल ने कहा कि सबसे पुरानी पार्टी को यूपी में किसी बैसाखी की जरूरत नहीं है और वह राज्य की सभी 80 संसदीय सीटों पर खुद को मजबूत करेगी. उन्होंने कहा कि हम जल्द ही सभी 80 लोकसभा सीटों की समीक्षा शुरू करेंगे. हम अपने बल पर राष्ट्रीय चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, अगर हमारा राष्ट्रीय नेतृत्व सीट-बंटवारे पर निर्णय लेता है तो हम जहां भी संभव हो, सपा की मदद करेंगे. अखिलेश यादव के इस आरोप का जिक्र करते हुए उन्होंने सपा नेताओं को एमपी कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ के साथ सीट बंटवारे पर चर्चा करने के लिए भेजा था, एआईसीसी नेता ने कहा कि उन्हें इस तरह के परामर्श के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

नरवाल ने कहा कि मुझे एमपी के बारे में जानकारी नहीं है क्योंकि मैं यूपी को देख रहा हूं. लेकिन मैं कह सकता हूं कि एमपी में कमलनाथ हमारी राज्य इकाई के प्रमुख हैं और वह कोई भी निर्णय लेने के लिए अधिकृत हैं. अगर अखिलेश यादव भाजपा से लड़ने को लेकर गंभीर हैं, तो उन्हें मध्य प्रदेश में भगवा पार्टी को हराने के लिए कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए और हमें निशाना बनाने के लिए मुद्दे नहीं उठाने चाहिए. एआईसीसी नेता ने अखिलेश यादव को याद दिलाया कि राष्ट्रीय स्तर पर केवल कांग्रेस के पास ही भाजपा को हराने की ताकत है.

उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख को 2024 की लड़ाई के बारे में सोचना चाहिए. उन्होंने कहा कि यूपी में दलित और मुस्लिम अगले राष्ट्रीय चुनावों के लिए कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं. अखिलेश यादव पर कटाक्ष करते हुए एआईसीसी नेता ने कहा कि हालांकि सपा प्रमुख इंडिया गठबंधन का हिस्सा थे, लेकिन उन्होंने राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के मित्र बीआरएस प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के उपयोग के लिए उपहार के रूप में एक नवीनीकृत बस भेजी थी. यह इशारा क्या दर्शाता है?

ये भी पढ़ें - MP Congress Candidate 2nd List: एमपी में कांग्रेस की दूसरी लिस्ट जारी, 88 कैंडिडेट्स के नाम पर मुहर.. ये नाम बदले गए

नई दिल्ली : कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को कड़ा संदेश देते हुए कहा है कि वह उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर जमीन तैयार करेगी. पार्टी ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों (2024 Lok Sabha polls) के लिए उसे किसी बैसाखी की जरूरत नहीं है. बता दें कि कांग्रेस और सपा दोनों ही इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं जिसका लक्ष्य राष्ट्रीय चुनावों में भाजपा से मुकाबला करना है.

दोनों पार्टियों के रिश्तों में हाल ही में उस समय खटास आ गई जब कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र की छह विधानसभा सीटें सपा के साथ साझा करने से मना कर दिया. इसको लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव (SP chief Akhilesh Yadav) ने तब कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें नहीं पता था कि इंडिया गठबंधन केवल लोकसभा चुनावों के लिए है. उन्होंने कहा कि राज्य चुनावों के लिए नहीं, 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा होगा तब देखेंगे.

अखिलेश ने यूपी कांग्रेस के नए अध्यक्ष अजय राय ( UP Congress chief Ajay Rai) की भी आलोचना करते हुए कहा कहा था कि कांग्रेस पार्टी को अपने छोटे नेताओं से अहम मामलों पर बता नहीं करने का आग्रह करना चाहिए. इस संबंध में कांग्रेस के एआईसीसी सचिव और यूपी के प्रभारी प्रदीव नरवाल (AICC secretary in charge of UP Pradeep Narwal) ने बताया कि सपा प्रमुख के द्वारा राज्य इकाई प्रमुख के खिलाफ की गई टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि वह पूर्व मुख्यमंत्री हैं और उन्हें अपने शब्दों की चयन सावधानी से करना चाहिए. नरवाल ने कहा कि सपा केवल यूपी तक सीमित है और उनका राष्ट्रीय प्रमुख उनकी राज्य इकाई के प्रमुख की तरह है. कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है और हमारी राय हमारी राज्य इकाई के प्रमुख एक बड़े नेता है.

कांग्रेस नेता ने कहा कि बेंगलुरु और मुंबई में इंडिया गठबंधन की बैठकों में भाग लेने वाले सपा प्रमुख को पता होना चाहिए था कि गठबंधन केवल 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए है. उन्होंने कहा कि वह अब यह नहीं कह सकते कि उन्हें यह पता नहीं था, वह वहां मौजूद थे.

कांग्रेस नेता नरवाल ने कहा कि सबसे पुरानी पार्टी को यूपी में किसी बैसाखी की जरूरत नहीं है और वह राज्य की सभी 80 संसदीय सीटों पर खुद को मजबूत करेगी. उन्होंने कहा कि हम जल्द ही सभी 80 लोकसभा सीटों की समीक्षा शुरू करेंगे. हम अपने बल पर राष्ट्रीय चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, अगर हमारा राष्ट्रीय नेतृत्व सीट-बंटवारे पर निर्णय लेता है तो हम जहां भी संभव हो, सपा की मदद करेंगे. अखिलेश यादव के इस आरोप का जिक्र करते हुए उन्होंने सपा नेताओं को एमपी कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ के साथ सीट बंटवारे पर चर्चा करने के लिए भेजा था, एआईसीसी नेता ने कहा कि उन्हें इस तरह के परामर्श के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

नरवाल ने कहा कि मुझे एमपी के बारे में जानकारी नहीं है क्योंकि मैं यूपी को देख रहा हूं. लेकिन मैं कह सकता हूं कि एमपी में कमलनाथ हमारी राज्य इकाई के प्रमुख हैं और वह कोई भी निर्णय लेने के लिए अधिकृत हैं. अगर अखिलेश यादव भाजपा से लड़ने को लेकर गंभीर हैं, तो उन्हें मध्य प्रदेश में भगवा पार्टी को हराने के लिए कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए और हमें निशाना बनाने के लिए मुद्दे नहीं उठाने चाहिए. एआईसीसी नेता ने अखिलेश यादव को याद दिलाया कि राष्ट्रीय स्तर पर केवल कांग्रेस के पास ही भाजपा को हराने की ताकत है.

उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख को 2024 की लड़ाई के बारे में सोचना चाहिए. उन्होंने कहा कि यूपी में दलित और मुस्लिम अगले राष्ट्रीय चुनावों के लिए कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं. अखिलेश यादव पर कटाक्ष करते हुए एआईसीसी नेता ने कहा कि हालांकि सपा प्रमुख इंडिया गठबंधन का हिस्सा थे, लेकिन उन्होंने राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के मित्र बीआरएस प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के उपयोग के लिए उपहार के रूप में एक नवीनीकृत बस भेजी थी. यह इशारा क्या दर्शाता है?

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