उदयपुर. संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराणा भूपाल चिकित्सालय की हालत दिन-ब-दिन बद से बदतर होती जा रही है. संभाग का सबसे बड़ा चिकित्सालय होने की वजह से यहां रोजाना हजारों मरीजों की आवाजाही रहती है. इसके बावजूद मरीजों के लिए जीवनदायिनी खून की कमी अब एक बड़ी परेशानी बन गई है.
उदयपुर के महाराणा भूपाल चिकित्सालय के ब्लड बैंक में 1200 यूनिट इकट्ठा करने की क्षमता है, लेकिन ब्लड बैंक में 131 यूनिट ब्लड ही मौजूद है, जबकि रोजाना यहां 50 यूनिट ब्लड आम मरीजों के लिए उपयोग में लिया जा रहा है.
ऐसे में किसी भी दिन उदयपुर का ब्लड बैंक खाली हो जाएगा और मरीजों को जीवन देने वाला खून मरीजों को ही उपलब्ध नहीं हो पाएगा.
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एमबी चिकित्सालय के प्रिंसिपल लाखन पोसवाल का कहना है, कि उदयपुर में जिला प्रशासन की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. इन्हीं योजनाओं में लंबे समय से बिना रिकवरी के ब्लड दिया जाता है.यही वजह है, कि उदयपुर के ब्लड बैंक में काफी कम मात्रा में ब्लड यूनिट्स मौजूद हैं. पोसवाल ने ब्लड डोनेट करने वालों से अपील की है, कि वो ज्यादा से ज्यादा ब्लड डोनेट करें, ताकि उदयपुर और आसपास के जिलों के मरीजों को सही समय पर ब्लड उपलब्ध हो सके.
ब्लड बैंक की बदहाल स्थिति के चलते अब चित्तौड़गढ़ और माउंट आबू जैसे छोटे जिलों से भी एमबी चिकित्सालय का ब्लड बैंक उधार में ब्लड यूनिट ले रहा है. लोगों को भी चाहिए, कि वे एमबी अस्पताल पहुंचे और ब्लड डोनेट करें, ताकि किसी जरूरतमंद की मदद हो सके.