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उदयपुर: संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में खून की कमी, पड़ोसी जिलों से ले रहे उधार - महाराणा भूपाल चिकित्सालय उदयपुर

महाराणा भूपाल चिकित्सालय का हाल इन दिनों बेहद खराब है. पिछले लंबे समय से ब्लड बैंक के पास खून की पर्याप्त मात्रा में यूनिट्स नहीं है. जिसके चलते अब आसपास के जिलों से संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल उधार पर ब्लड यूनिट ले रहा है.

Maharaja Bhupal Hospital Udaipur, महाराजा भोपाल चिकित्सालय उदयपुर
अस्पताल में ब्लड यूनिट की कमी
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Published : Dec 14, 2019, 12:32 PM IST

उदयपुर. संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराणा भूपाल चिकित्सालय की हालत दिन-ब-दिन बद से बदतर होती जा रही है. संभाग का सबसे बड़ा चिकित्सालय होने की वजह से यहां रोजाना हजारों मरीजों की आवाजाही रहती है. इसके बावजूद मरीजों के लिए जीवनदायिनी खून की कमी अब एक बड़ी परेशानी बन गई है.

अस्पताल में ब्लड यूनिट की कमी

उदयपुर के महाराणा भूपाल चिकित्सालय के ब्लड बैंक में 1200 यूनिट इकट्ठा करने की क्षमता है, लेकिन ब्लड बैंक में 131 यूनिट ब्लड ही मौजूद है, जबकि रोजाना यहां 50 यूनिट ब्लड आम मरीजों के लिए उपयोग में लिया जा रहा है.

ऐसे में किसी भी दिन उदयपुर का ब्लड बैंक खाली हो जाएगा और मरीजों को जीवन देने वाला खून मरीजों को ही उपलब्ध नहीं हो पाएगा.

पढ़ें- जयपुर का जगतपुरा रेलवे फाटक संख्या 215 अपग्रेडेशन कार्य के चलते 2 दिन रहेगा बंद

एमबी चिकित्सालय के प्रिंसिपल लाखन पोसवाल का कहना है, कि उदयपुर में जिला प्रशासन की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. इन्हीं योजनाओं में लंबे समय से बिना रिकवरी के ब्लड दिया जाता है.यही वजह है, कि उदयपुर के ब्लड बैंक में काफी कम मात्रा में ब्लड यूनिट्स मौजूद हैं. पोसवाल ने ब्लड डोनेट करने वालों से अपील की है, कि वो ज्यादा से ज्यादा ब्लड डोनेट करें, ताकि उदयपुर और आसपास के जिलों के मरीजों को सही समय पर ब्लड उपलब्ध हो सके.

ब्लड बैंक की बदहाल स्थिति के चलते अब चित्तौड़गढ़ और माउंट आबू जैसे छोटे जिलों से भी एमबी चिकित्सालय का ब्लड बैंक उधार में ब्लड यूनिट ले रहा है. लोगों को भी चाहिए, कि वे एमबी अस्पताल पहुंचे और ब्लड डोनेट करें, ताकि किसी जरूरतमंद की मदद हो सके.

उदयपुर. संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराणा भूपाल चिकित्सालय की हालत दिन-ब-दिन बद से बदतर होती जा रही है. संभाग का सबसे बड़ा चिकित्सालय होने की वजह से यहां रोजाना हजारों मरीजों की आवाजाही रहती है. इसके बावजूद मरीजों के लिए जीवनदायिनी खून की कमी अब एक बड़ी परेशानी बन गई है.

अस्पताल में ब्लड यूनिट की कमी

उदयपुर के महाराणा भूपाल चिकित्सालय के ब्लड बैंक में 1200 यूनिट इकट्ठा करने की क्षमता है, लेकिन ब्लड बैंक में 131 यूनिट ब्लड ही मौजूद है, जबकि रोजाना यहां 50 यूनिट ब्लड आम मरीजों के लिए उपयोग में लिया जा रहा है.

ऐसे में किसी भी दिन उदयपुर का ब्लड बैंक खाली हो जाएगा और मरीजों को जीवन देने वाला खून मरीजों को ही उपलब्ध नहीं हो पाएगा.

पढ़ें- जयपुर का जगतपुरा रेलवे फाटक संख्या 215 अपग्रेडेशन कार्य के चलते 2 दिन रहेगा बंद

एमबी चिकित्सालय के प्रिंसिपल लाखन पोसवाल का कहना है, कि उदयपुर में जिला प्रशासन की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. इन्हीं योजनाओं में लंबे समय से बिना रिकवरी के ब्लड दिया जाता है.यही वजह है, कि उदयपुर के ब्लड बैंक में काफी कम मात्रा में ब्लड यूनिट्स मौजूद हैं. पोसवाल ने ब्लड डोनेट करने वालों से अपील की है, कि वो ज्यादा से ज्यादा ब्लड डोनेट करें, ताकि उदयपुर और आसपास के जिलों के मरीजों को सही समय पर ब्लड उपलब्ध हो सके.

ब्लड बैंक की बदहाल स्थिति के चलते अब चित्तौड़गढ़ और माउंट आबू जैसे छोटे जिलों से भी एमबी चिकित्सालय का ब्लड बैंक उधार में ब्लड यूनिट ले रहा है. लोगों को भी चाहिए, कि वे एमबी अस्पताल पहुंचे और ब्लड डोनेट करें, ताकि किसी जरूरतमंद की मदद हो सके.

Intro:उदयपुर संभाग के सबसे बड़े चिकित्सालय महाराणा भोपाल में इन दिनों ब्लड बैंक की स्थिति बद से बदतर हो गई है पिछले लंबे समय से ब्लड बैंक के पास खून की पर्याप्त मात्रा में यूनिट्स नहीं है जिसके चलते अब आसपास के जिलों से संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल उधार पर ब्लड यूनिट ले रहा है वही जब इस पूरे मामले पर अस्पताल प्रशासन से ईटीवी भारत की टीम ने वजह जाननी चाही तो उन्होंने इस सबके लिए जिला प्रशासन की कृषि योजनाओं को जिम्मेदार ठहराया तो साथ ही आम लोगों से अधिक से अधिक ब्लड डोनेट करने की अपील भी कीBody:उदयपुर संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराणा भोपाल चिकित्सालय की हालत दिन-ब-दिन बद से बदतर होती जा रही है संभाग का सबसे बड़ा चिकित्सालय होने के चलते यहां पर प्रतिदिन हजारों मरीजों की आवाजाही रहती है बावजूद इसके यहां पर मरीजों के लिए जीवनदायिनी खून की कमी अब एक बड़ी परेशानी का कारण बन सामने आ रही है दरअसल उदयपुर के महाराणा भोपाल चिकित्सालय के ब्लड बैंक में 1200 यूनिट रक्त एकत्रित करने की क्षमता है बावजूद इसके ब्लड बैंक में 131 यूनिट ब्लड ही मौजूद है जबकि प्रतिदिन यहां पर 50 यूनिट ब्लड आम मरीजों के लिए उपयोग में लिया जा रहा है ऐसे में किसी भी दिन उदयपुर का ब्लड बैंक खाली हो जाएगा और मरीजों को जीवन देने वाला खून मरीजों को ही उपलब्ध नहीं हो पाएगा जब इस पूरे मामले पर हमने एमबी चिकित्सालय के प्रिंसिपल लाखन पोसवाल से बात करनी चाही तो उन्होंने बताया कि उदयपुर में जिला प्रशासन द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है और इन्हीं योजनाओं में लंबे समय से बिना रिकवरी के ब्लड दिया जाता है यही वजह है कि उदयपुर के ब्लड बैंक में काफी कम मात्रा में ब्लड यूनिट्स मौजूद है हालांकि पोसवाल ने इस पूरे मामले पर ब्लड डोनेशन करने वाले लोगों से अपील की कि वह अधिक से अधिक ब्लड डोनेट करें ताकि उदयपुर और आसपास के जिलों के मरीजों को सही समय पर ब्लड उपलब्ध हो सके

Conclusion:आपको बता दें कि उदयपुर की एमबी अस्पताल के ब्लड बैंक की बदहाल स्थिति के चलते अब चित्तौड़गढ़ और माउंट आबू जैसे छोटे जिलों से भी एमबी चिकित्सालय का ब्लड बैंक उधार में ब्लड यूनिट ले रहा है ऐसे में बड़ा सवाल खड़ा होता है ऐसे में ईटीवी भारत भी उन लोगों से अपील करता है जो ब्लड डोनेट करते है वह उदयपुर के एमबी अस्पताल में पहुंचे और ब्लड डोनेट करें ताकि किसी जरूरतमंद की मदद हो सके

बाइट लाखन पोसवाल प्रिंसिपल एमबी चिकित्सालय
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