उदयपुर. मावली थाना क्षेत्र में 8 साल की बच्ची के निर्मम हत्याकांड मामले में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. अब बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी पुलिस के पास पहुंच गई है. हत्या और बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी हुआ है. इस घटना के बाद हर तरफ से आरोपी को फांसी देने की मांग की जा रही है. वहीं, पुलिस को आरोपी के मोबाइल में कई घिनौनी चीजें मिली हैं.
उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने बताया कि मासूम बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की वारदात की बात सामने आई है. बच्ची की निर्मम हत्या की भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जानकारी दी गई है. उन्होंने कहा कि बच्ची के शव के कई टुकड़े किए गए. फिलहाल, इस रिपोर्ट की गहन जांच की जा रही है. अब इस हत्याकांड की एफएसएल रिपोर्ट सामने आने के बाद पुलिस आरोपी के खिलाफ जल्द से जल्द कोर्ट में चालान पेश करेगी. इसमें आरोपी के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
आरोपी के मोबाइल में पोर्न फिल्म : पुलिस ने जब दुष्कर्म और हत्या के आरोपी का मोबाइल जब्त किया, उस समय वह एक गेम खेल रहा था. पुलिस ने मोबाइल की जांच की तो कई ऐसी चीजें निकल कर सामने आईं जो उसे हवस की आदी बना रही थीं. आरोपी के मोबाइल से पोर्न फिल्में मिलीं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी जब बच्ची का अपहरण कर उसे अपने घर ले गया, तो बच्ची चिल्लाने लगी. इस दौरान आरोपी उसके मुंह पर जबरन हाथ रख दिया और गला दबाने लगा. बच्ची का गला दबाने से उसकी मौत हो गई. उसके बाद भी आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया.
बाथरूम और घर के कमरों में मिले खून के निशान : पुलिस को इस निर्मम हत्याकांड के आरोपी के घर और बाथरूम में खून के निशान मिले हैं. जिसके बाद एफएसएल टीम ने पूरे घर की गहनता से जांच की. 21 साल का आरोपी लंबे समय से पोर्न मूवी देख रहा था. उसने बच्ची का गला तब तक दबाए रखा, जब तक उसकी जान नहीं चली गई. बच्ची की मौत के बाद धारदार हथियार से उसने बच्ची के शव के 10 से ज्यादा टुकड़े कर उन्हें कमरे में रख दिया. जब देर शाम को युवक के माता-पिता घर पहुंचे तो उन्होंने घर पर खून के निशान देखे, लेकिन आरोपी के माता-पिता ने भी बेटे का साथ देते हुए बच्ची के शव का डिस्पोज करने की योजना बनाई और पास के खंडहर में शव फिकवा दिया.
एक साल से भी कम समय में मिल सकती है गुनाहों की सजा : उदयपुर कोर्ट के सीनियर एडवोकेट सुशील कुमार ने बताया कि इस मामले में पुलिस को चालान पेश करने के लिए 90 दिन का वक्त है, लेकिन जल्द ही पुलिस इस मामले में चालान पेश करने की कोशिश करेगी. क्योंकि इस मामले के सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उदयपुर में दो चिल्ड्रन कोर्ट बने हुए हैं. इसके साथ ही अगर मामले में लगातार सुनवाई होगी तो कुछ महीनों में ही आरोपी को सजा मिल सकती है. उन्होंने कहा कि इस गुनाह की सजा फांसी या उम्रकैद तक हो सकती है.
पीड़िता के पिता को प्रथम किश्त के तहत 4 लाख 12 हजार 500 रुपये की आर्थिक सहायता : उदयपुर के मावली में मासूम बच्ची के साथ बलात्कार के बाद हत्या के प्रकरण में पीड़िता के पिता को गुरुवार को सहायता राशि की प्रथम किश्त के रूप में 4,12,500 रुपये उपखंड अधिकारी श्रीकांत व्यास ने प्रदान किए. इस अवसर पर मावली डीएसपी और सरपंच एवं ग्रामीण जन उपस्थित थे.